
भोपाल। मध्य प्रदेश में बढ़ते अपराधों और बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य सरकार पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश अब अपराधियों और माफियाओं के हवाले हो चुका है। दलितों पर अत्याचार, महिलाओं के खिलाफ हिंसा और किसानों की हत्या जैसी घटनाएं यह साबित करती हैं कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार जनता की सुरक्षा के बजाय इवेंट मैनेजमेंट में मशगूल है। सिंघार ने भिंड, इंदौर और गुना की हालिया घटनाओं को उदाहरण के रूप में पेश करते हुए कहा कि भाजपा सरकार का सुशासन मॉडल अब पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है।
भिंड में दलित युवक की हत्या ने खोली सुशासन की पोल
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि भिंड में एक दलित युवक की निर्मम हत्या इस बात का प्रमाण है कि राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज़ नहीं बची है। उन्होंने कहा कि दलितों पर अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार सिर्फ चिंता व्यक्त करने तक सीमित है। सिंघार ने सवाल उठाया कि आखिर कब तक दलितों के खून से प्रदेश की सड़कों को लाल किया जाता रहेगा? उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन मौन हैं, जबकि मुख्यमंत्री केवल बयानों और घोषणाओं के माध्यम से खुद को सक्रिय दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
सिंघार ने तंज कसा, “लगता है भाजपा सरकार ने ‘दलित सुरक्षा’ को भी अपने जुमलों की सूची में शामिल कर लिया है। अपराधियों को सजा नहीं, बल्कि सत्ता का संरक्षण मिल रहा है।” उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में कानून और न्याय की जगह सत्ता के रसूख और जातीय प्रभाव ने ले ली है, जिससे आम नागरिकों का शासन पर भरोसा डगमगा गया है।
महिला क्रिकेटरों से छेड़छाड़ का मामला
इंदौर में ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना पर उमंग सिंघार ने भाजपा सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान को शर्मनाक और गैरजिम्मेदाराना बताया। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं, तब सत्ता में बैठे मंत्री मज़ाक उड़ाने में लगे हैं।
सिंघार ने कहा, “कैलाश विजयवर्गीय का यह कहना कि ‘ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ियों को लोकल आदमी को लेकर जाना चाहिए था’, यह न केवल असंवेदनशीलता है, बल्कि महिलाओं के प्रति भाजपा के दृष्टिकोण को भी उजागर करता है।”
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब भाजपा नेताओं ने महिलाओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणियां की हों। कभी वे महिलाओं के पहनावे पर सवाल उठाते हैं, कभी उनके चरित्र पर टिप्पणी करते हैं, और कभी देवी-देवताओं के नाम पर अपमानजनक उपमाएं देते हैं।
सिंघार ने कहा कि भाजपा सरकार को महिला सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए, न कि अपने मंत्रियों की बयानबाज़ी पर पर्दा डालना चाहिए। “यह शर्म की बात है कि जिस प्रदेश ने ‘लाड़ली लक्ष्मी योजना’ शुरू की थी, आज वहीं महिलाएं और बेटियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं।”
गुना में भाजपा नेता द्वारा किसान की हत्या
गुना में भाजपा नेता महेंद्र नागर द्वारा एक किसान को थार गाड़ी से कुचलकर मार डालने की घटना पर सिंघार ने कहा कि यह केवल एक अपराध नहीं, बल्कि भाजपा के “दमन राज” की जीवंत तस्वीर है। उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा नेता अब खुलेआम किसानों की जमीन हड़प रहे हैं, और जब कोई विरोध करता है तो उसे मौत के घाट उतार दिया जाता है।
सिंघार ने कहा, “गुना की इस घटना ने साबित कर दिया है कि अब मध्यप्रदेश में कानून नहीं, भाजपा नेताओं की मर्जी चलती है। पुलिस और प्रशासन इसलिए चुप हैं क्योंकि आरोपी भाजपा से जुड़ा है।”
उन्होंने कहा कि यह वही मध्यप्रदेश है, जहाँ किसान आत्महत्या कर रहे हैं, मजदूर भूख से मर रहे हैं, और बेटियाँ असुरक्षित हैं, लेकिन मुख्यमंत्री मोहन यादव सुशासन दिवस और स्थापना उत्सव मनाने में व्यस्त हैं।
सिंघार ने कहा कि भाजपा शासन में सत्ता संरक्षण प्राप्त अपराधियों का बोलबाला है। प्रदेश में अपराधी मनमानी कर रहे हैं, जबकि गरीब, किसान और दलित वर्ग न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि यही सुशासन है, तो यह लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
जनता देख रही है सब कुछ: सिंघार
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि अब जनता भाजपा की वास्तविकता को समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश को अपराध, भ्रष्टाचार और असुरक्षा के दलदल में धकेल दिया है। “मुख्यमंत्री को अब आत्ममंथन करना चाहिए कि आखिर क्यों हर दिन अपराध की खबरें सुर्खियाँ बन रही हैं? क्यों हर गरीब, दलित और महिला खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है?”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के साथ खड़ी है और हर अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेगी। “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अपराधियों को सजा मिले, चाहे वे किसी भी दल से क्यों न हों। यह लोकतंत्र और संविधान की आत्मा के लिए हमारी लड़ाई है।”
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