भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्यप्रदेश दौरे को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। इस दौरे को लेकर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार प्रधानमंत्री को जो चमकदार तस्वीर दिखा रही है, वह पूरी तरह सच नहीं है, बल्कि राज्य हजारों-करोड़ों के कर्ज में डूबा हुआ है।
सिंघार ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार कर्ज लेकर विकास की झूठी तस्वीर पेश कर रही है, जबकि हकीकत यह है कि मध्यप्रदेश की वित्तीय स्थिति चरमरा चुकी है, कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की कि यदि वे मध्यप्रदेश को कोई सौगात देना चाहते हैं तो उसे कर्ज से उबारें, क्योंकि "कर्ज से विकास नहीं होता, बल्कि राज्य डूबता है।"
मध्यप्रदेश पर बढ़ते कर्ज को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरता रहा है। हाल ही में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण और बजट दस्तावेजों में राज्य की बढ़ती आर्थिक बदहाली को लेकर कई चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं।
प्रदेश की वित्तीय स्थिति को लेकर विशेषज्ञ लगातार चिंता जता रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में मध्यप्रदेश सरकार पर कुल कर्ज ₹4.5 लाख करोड़ के पार पहुंच चुका है। वित्तीय जानकारों के अनुसार, सरकार हर महीने औसतन ₹2,000-3,000 करोड़ का नया कर्ज ले रही है।
राज्य सरकार ने दावा किया है कि यह कर्ज विकास कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए लिया जा रहा है, लेकिन विपक्ष इसे वित्तीय कुप्रबंधन का परिणाम बता रहा है।
उमंग सिंघार का कहना है कि सरकार लगातार कर्ज लेकर प्रदेश को आर्थिक संकट में डाल रही है, जबकि जनता को इसका कोई सीधा लाभ नहीं मिल रहा। उनके अनुसार, कर्ज से असली विकास नहीं हो सकता, बल्कि यह सिर्फ सरकार के कुप्रबंधन को छुपाने का तरीका है।
2023 में मध्यप्रदेश पर कुल कर्ज ₹3.9 लाख करोड़ था, जो अब बढ़कर ₹4.5 लाख करोड़ हो चुका है। सरकार पर हर महीने ₹2,000-3,000 करोड़ का नया कर्ज लेने का दबाव बना हुआ है। प्रदेश का वित्तीय घाटा तेजी से बढ़ रहा है, जिससे भविष्य में विकास योजनाओं पर असर पड़ सकता है। कर्ज के बढ़ते बोझ के कारण राज्य सरकार पर ब्याज भुगतान का दबाव भी बढ़ रहा है।
सिर्फ वित्तीय स्थिति ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर भी विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। उमंग सिंघार ने अपने बयान में कहा कि प्रदेश में अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है।
उन्होंने कहा कि लोग महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं, लेकिन सरकार इन मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय केवल दिखावटी विकास कर रही है। उनका आरोप है कि राज्य में लूट, डकैती, हत्या और महिलाओं पर हो रहे अपराधों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन सरकार सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी कर रही है।
वहीं, प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार के मामले भी सामने आ रहे हैं। हाल ही में हुए नर्सिंग कॉलेज घोटाले, भर्ती घोटालों और सरकारी टेंडर में धांधली को लेकर विपक्ष सरकार को घेरता आ रहा है।
उमंग सिंघार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान प्रदेश सरकार उन्हें केवल चमकता-दमकता मध्यप्रदेश दिखाएगी, लेकिन सच्चाई यह है कि राज्य कर्ज में डूबा हुआ है और आम जनता परेशान है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वे जमीनी हकीकत को समझें और प्रदेश को आर्थिक संकट से उबारने के लिए ठोस कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि "यदि आप MP को कोई सौगात देना ही चाहते हैं, तो इसे कर्ज से उबारिए! कर्ज से विकास नहीं होता, बल्कि प्रदेश की आर्थिक हालत और बिगड़ती जाती है।"
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