जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हाल में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि, "मुस्लिम भी हमारे हैं, यह देश जितना हमारा है उतना ही उनका है।" इसके इतर राजस्थान के कोटा शहर से धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली खबर सामने आई है। यहां बीते दिनों एमबीबीएस प्रथम वर्ष के मुस्लिम छात्र हाफिज मोहम्मद उमैर की स्कूटी को पहले तो कार से टक्कर मारी गई। दाढ़ी खींच कर कार में पटक कर पीटा गया। इस दौरान कथित तौर पर 'जय श्रीराम' के नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया। यह बात अलग है कि मेडिकल छात्र की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर विषण मुदगल (31) निवासी आर.के.पुरम व सूरज सिंह (29) पुत्र कानसिंह राजपूत निवासी श्रीरामपुरम को गिरफ्तार किया है।
घटना 23 सितंबर रात 10 बजे की बताई गई है। पुलिस की तत्परता से अविलंब गिरफ्तारी कर ली गई, लेकिन जिस शहर में देश भर के बच्चे भविष्य संवारने आ रहे हैं। यहां मोहब्बत के बाजार में नफरत की बयार चलाने की कोशिश कौन रहा है। यह भी जांच का विषय है। गिरफ्तार आरोपियों की पृष्ठभूमि क्या है? किस संगठन से जुड़े हैं? आखिर दाढ़ी वाले छात्र को टारगैट करने के पीछे क्या मकसद था। यह सब पुलिस जांच में शामिल होना चाहिए, लेकिन यहां दोनों आरोपियों को नशे की हालत में बताकर पर्दा डालने का प्रयास किया गया। सरकार को भी ऐसे असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
पुलिस के अनुसार राजस्थान के बारां जिले के छबड़ा कस्बे का रहने वाला एक मुस्लिम युवक हाफिज मोहम्मद उमैर मेडिकल कॉलेज कोटा में प्रथम वर्ष का छात्र है। हाफिज मोहम्मद उमैर एमबीबीएस कर रहा है। 23 सितम्बर को लगभग रात 10 बजे छात्र स्कूटी से अपने मित्र के घर जा रहा था। रास्ते में मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार के पास पीछे से एक ग्रे कलर की लग्जरी कार आई। तेज रफ्तार कार आक्रमक तरीके से आकर स्कूटी के पास रुकी। कार सवार बदमाशों ने स्कूटी चला रहे दाढ़ी वाले युवक के टक्कर मारने की कोशिश की। यहां से छात्र जैसे तैसे बचकर निकल गया। बदमाशों ने कार से छात्र का पीछा कर अंहिसा सर्किल के पास फिर एक बार पीछे से स्कूटी को टक्कर मारी। इससे स्कूटी गिर गई। यहां आरोपियों ने छात्र की दाढ़ी पकड़ हाथ से खींच कर जबरदस्ती कार में पटक लिया। कार में आरोपियों ने मारपीट शुरू की। इस बीच छात्र आरोपियों के चुंगल से निकल कर भाग गया। इसके बावजूद आरोपियों ने फिर पीछा कर काला बादल भवन के पास स्कूटी के आगे कार लगा कर रोक लिया। छात्र ने लिखित तहरीर देकर पुलिस को बताया कि आरोपियों ने यहां भी प्रार्थी के धर्म को लेकर अपशब्द बोले। मारपीट कर जबरदस्ती 'जय श्रीराम' के नारे लगाने के लिए मजबूर किया।
इससे पूर्व राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले के मलारना डूगंर थाना इलाके में गुर्जर समाज के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आए कांग्रेस के मुस्लिम विधायक दानिश अबरार के खिलाफ उसी जाति के लोगों ने (पायलट के गद्दारों को...) जैसे आपत्तिजनक नारे लगाए। दानिश अबरार मुख्यमंत्री के सलाहकार भी है। आपकों को बता दें कि यहां पहले मुस्लिम विधायक को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। इसके बाद गोली मारने जैसे आपत्तिजनक नारे लगाकर नफरत परोसी गई।
पड़ोसी जिले टोंक में भी एक दलित समुदाय से आने वाले विधायक प्रशांत बैरवा की कार पर बीते दिनों हमला हुआ है। हमलावर जाति विशेष के थे। यहां भी राजनीतिक विरोध बताकर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। दलित विधायक के वाहन पर पथराव के आरोप में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार भी किया है। जानकारों का कहना है कि प्रशांत बैरवा भी राजस्थान की राजनीति में पहले सचिन पायलट के खास थे। बाद में गहलोत खेमे में शामिल हो गए। राजस्थान में मुस्लिम और दलितों के अलावा अन्य जाति व समाज के ऐसे बहुत से विधायक है, जो पहले सचिन के साथ थे। सचिन की बाड़ाबंदी में भी शामिल रहे, लेकिन सचिन के साथ भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं के बीच पायलट खेमे को छोड़ कर कांग्रेस पार्टी की सरकार बचाने के लिए गहलोत खेमे में शामिल हो गए। अब यहां केवल मुस्लिम और दलित विधायकों को टारगेट किया जा रहा है।
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