उत्तर प्रदेश: सम्भल में कोल्ड स्टोरेज की छत ढहने से 14 मजदूरों की दबने से मौत, कुल 37 लोग हुए घायल

कोल्ड स्टोरेज के दोनों मालिक गिरफ्तार, प्रधानमंत्री ने दो-दो लाख रुपए मृतक व घायल के लिए 50 हजार रुपए मुआवजे की घोषणा की
उत्तर प्रदेश: सम्भल में कोल्ड स्टोरेज की छत ढहने से 14 मजदूरों की दबने से मौत, कुल 37 लोग हुए घायल

लखनऊ। यूपी में संभल जिला मुख्यालय स्थित एक कोल्ड स्टोरेज (शीतगृह) की छत गत दिनों भरभराकर गिर गई। इसमें पल्लेदार सहित दर्जनों मजदूर दब गए। मलबे में दबने वाले मजदूरों के शरीर की हड्डियां चूरा हो गई थीं। पोस्टमार्टम में मजदूरों के सिर, पसलियां, पैर और हाथों की हड्डियां टूटी मिली हैं, जबकि दम घुटने से मजदूरों की सांसें थम गईं थीं। मजदूरों को निकालने के लिए 30 घण्टे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला था। इस घटना में लगभग 37 लोग शिकार हुए। कुल 14 मजदूर कोल्ड स्टोरेज में मौत की नींद सो गए, 6 को गम्भीर चोट आई हैं, जबकि अन्य को उपचार के बाद घर पर भी इलाज चल रहा है। इस घटना में आरोपी कोल्ड स्टोरेज के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया और 2-2 लाख की सहायता देने की घोषणा की है, जबकि घायलों को 50 हजार देने की घोषणा की गई है।

क्या है पूरा मामला?

यूपी में सम्भल के चंदौसी में 16 मार्च 2023 की सुबह करीब 11 बजे इस्लामनगर रोड पर एआर कोल्ड स्टोर में हादसा हो गया था। कोल्ड स्टोरेज की छत और दीवार अचानक भरभरा कर गिर गई। कोल्ड स्टोरेज में काम कर रहे मजदूर मलबे में दब गए थे। जिलाधिकारी के मुताबिक करीब आधे घंटे के बाद ही दो जेसीबी व पुलिस प्रशासन पहुंच गया था और बचाव कार्य शुरू हो गया था। कुछ ही देर के बाद प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। अग्निशमन विभाग, नगर पालिका, जलनिगम की टीमें मौके पर पहुंच गईं और रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हो गईं। जेसीबी से चारों ओर पड़े मलबे व आलू को हटाने में जुटी रहे। डीएम ने हादसे को देखते हुए एनडीआरएफ की मांग की। शाम करीब तीन बजे मुरादाबाद से एसडीआरएफ की टीम और शाम करीब साढ़े पांच बजे एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई। रात को लाइट की व्यवस्था की गई। डीआईजी भी शाम को घटनास्थल पर पहुंच गए और व्यवस्था का जायजा लिया। एनडीआरएफ ने रात 12 बजे तक मलबा लिंटर को हटाए बिना ही मलबे में दबे लोगों को बचाने का प्रयास किया।

24 घण्टे बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

जानकारी के मुताबिक, 17 मार्च की रात करीब आठ बजे तक दस मजदूरों के शवों का पोस्टमार्टम मुरादाबाद में किया गया। दो डॉक्टरों की टीम दोपहर बारह बजे ही अलर्ट कर दी गई थी। डॉक्टरों के अलावा अन्य कर्मचारी भी टीम में शामिल किए गए। इस दौरान डिजिटल वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की गई। पोस्टमार्टम हाउस पर भीड़ को कंट्रोल करने और किसी तरह यहां हंगामा न हो, इसके लिए पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था। इस दौरान बदायूं के बसेड़ा निवासी सोमपाल, बदायूं के इस्लाम नगर थानाक्षेत्र के एतरामपुर निवासी दिलशाद, चंदौसी के बुर्रई निवासी राकेश, चंदौसी के एतोल निवासी भूरे, सतीश और सूरज के अलावा चंदौसी के कैथल निवासी राजकुमार, चंदौसी के मई निवासी इश्तियाक, कैथल निवासी शीशुपाल के शवों पोस्टमार्टम किया गया।

हड्डियां बन गई चूरा, शरीर से खून का रिसाव

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, सतीश, सूरज, इश्तियाक और राज कुमार के सिर की हड्डियां चूरा हो गई थीं। जबकि वजन के कारण सारी नशे फट गई थीं। भूरे, दिलशाद, राकेश और सोमपाल की पसलियां और पैरों और हाथों की हड्डियां टूटी मिली हैं। माना जा रहा है कि घंटों तक मलबे में दबे रहने और दम घुटने के कारण सांसें थम गई थीं। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद दस शव परिजनों की सुपुर्दगी में दे दिए हैं।

संभल के जिलाधिकारी मनीष बंसल ने द मूकनायक को बताया ‘‘कोल्ड स्टोरेज के मालिकों अंकुर अग्रवाल और रोहित अग्रवाल को हल्द्वानी (उत्तराखंड के जिले) से गिरफ्तार किया गया है।"

बंसल ने शुक्रवार को जारी किए गए वीडियो में बताया था कि छत गिरने की इस घटना में 14 लोगों की मौत हो गई है और 10 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। मुरादाबाद के एक अस्पताल में चार लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि छह को छुट्टी दे दी गई है।

सीएम ने घायलों से की मुलाकात

संभल दिल्ली से लगभग 158 किलोमीटर और राज्य की राजधानी लखनऊ से 350 किलोमीटर दूर है। इस बीच शुक्रवार को मुरादाबाद के आधिकारिक दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उस अस्पताल में गए थे, जहां घायलों का उपचार चल रहा है। योगी ने घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पीएम ने घटना पर शोक व्यक्त किया और राज्य सरकार को हर सम्भव मदद करने का अनुरोध किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि और गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों को निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने छत गिरने की इस घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है।

पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शलभ माथुर ने बताया कि कोल्ड स्टोरेज के मालिकों अंकुर अग्रवाल और रोहित अग्रवाल के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

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