बरकतउल्ला विश्वविद्यालय .
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एमपी: बीयू के शोधार्थियों ने तैयार किया हर्बल हेयर रिमूविंग फार्मूलेशन, सरकार ने दिया पेटेंट

फार्मेसी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रागिनी गोथलवाल ने बताया कि यह शोध दो वर्षों में पूरा हो पाया है, इस क्रीम को उपयोग करना भी आसान है।

भोपाल। राजधानी के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) के फार्मेसी विभाग में शोधार्थियों एक शोध किया है। इस शोध में हेयर रिमूविंग के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक क्रीम फॉर्मूले को तैयार किया गया है, जिससे स्कीन पर किसी तरह साइडइफेक्ट नहीं होंगे। इस फॉर्मूले को भारत सरकार का पेटेंट भी मिल गया है।

बाजार में कई बड़े ब्रांड के हेयर रिमूवर क्रीम उपलब्ध हैं, लेकिन इनके उपयोग से अक्सर हानिकारक रसायनों का कुछ न कुछ दुष्प्रभाव भी सामने आ जाता है। अब शोधार्थियों ने हर्बल हेयर रिमूविंग क्रीम के रूप में इसका बेहतर विकल्प तैयार कर लिया है। आम तौर पर बालों को हटाने के लिए नुकसानदायक रसायनों का उपयोग होता है, मगर यह फार्मूलेशन आयुर्वेदिक है, जिस कारण से ये अधिक से सुरक्षित है। 

यह फार्मूलेशन इसलिए भी विशेष है क्योंकि ये ना केवल शरीर से बाल हटाता है बल्कि त्वचा सम्बन्धित समस्या जैसे ब्लैक हैड रिमूवल के लिए भी उपयोगी है साथ साथ ये, माइस्चरीसिंग इफेक्ट एंड क्लीनिंग इफ़ेक्ट के अतिरिक्त गुण के साथ है। इस शोधकार्य को शोधार्थी स्टेफी थामस ने डॉ. अशिवनी मिश्रा एवं प्रोफेसर रागिनी गोथलवाल विभगाध्यक्षा के मार्गदर्शन में पूर्ण किया है।

द मूकनायक को फार्मेसी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रागिनी गोथलवाल ने बताया कि यह शोध दो वर्षों में पूरा हो पाया है, इस क्रीम को उपयोग करना भी आसान है। क्रीम को शरीर के जिस हिस्से में बाल हटाने के लिए लगाएंगे, उसके कुछ ही पलों में किसी टिश्यू पेपर से साफ कर आसानी से अनचाहे बालों को हटाया जा सकता है।

विभागाध्यक्ष ने बताया कि वर्तमान में उपयोग की जा रही हेयर रिमूवर क्रीम में बालों को हटाने के लिए नुकसानदायक रसायनों का उपयोग होता है। इनके उपयोग से जलन होना, त्वचा काली पड़ना आदि दुष्प्रभाव सामने आते हैं। हर्बल क्रीम को लगाने से ना तो खुजली या जलन होती है और ना ही त्वचा काली ही होती है। शोधार्थियों का दावा है कि शोध कार्य सौंदर्य प्रसाधान उत्पादों के क्षेत्र में एक कारगर कदम साबित होगा। इस शोध कार्य को भारत सरकार की ओर से पेटेंट मिल गया है।

हर्बल क्रीम इस्तेमाल के फायदे

प्रो. रागिनी गोथलवाल का कहना है कि कई लोग बालों को हटाने के लिए शेविंग ब्लेड्स, हेयर रिमूविंग क्रीम्स और स्प्रे का उपयोग करते हैं, जिसके कारण त्वचा रूखी हो जाती है। कई बार यह भी देखा गया है कि इस तरह के रसायन युक्त हेयर रिमूवर क्रीम के लगातार उपयोग करने से त्वचा काली होने लगती है और कई बार रेशेज और अन्य तरह के त्वचा संबंधित समस्या का भी सामना करना पड़ता है।

विभाग के द्वारा शोध से निर्मित यह आयुर्वेदिक क्रीम है। यह क्रीम अधिक सुरक्षित है। यह क्रीम इसलिए भी विशेष है क्योंकि यह ना केवल शरीर से बाल हटाती है, बल्कि त्वचा संबंधी समस्या जैसे ब्लैक हेड्स निकालने के लिए भी उपयोगी है। साथ ही इससे त्वचा मुलायम और साफ हो जाती है।

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