रांची/पटना/नई दिल्ली - नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई शनिवार की रात हुए भगदड़ को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेर लिया है। लालू प्रसाद यादव समेत कई नेताओं ने इसे कुप्रबंधन और लापरवाही का नतीजा बताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों और मंत्रियों से इस्तीफे की मांग की है। आम आदमी पार्टी ने घटना के लिए सीधे तौर पर प्रशासनिक अव्यवस्था को दोषी ठहराया। इस घटनाक्रम के बाद सियासी माहौल गरमा गया है, और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात हुए हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि अव्यवस्था और भगदड़ के कारण कई लोगों की मृत्यु की खबर हृदयविदारक है। सोरेन ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यह खबर सुनकर मन अत्यंत आहत है। मरांगबुरू (ईश्वर) दिवंगत लोगों की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की इस विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें। भगदड़ में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।”
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भगदड़ में मरने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले राज्य के पीड़ित परिवार वालों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया।
भगदड़ में लोगों की मौत के बाद सियासत गर्म हो गई है।
पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह घटना दुखद है और रेलवे की लापरवाही के कारण ही इस प्रकार का हादसा हुआ है। इस घटना के बाद केंद्रीय रेल मंत्री को घटना की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा देना चाहिए। लालू यादव ने आगे कहा कि यह बहुत बड़ा हादसा है और सरकार की लापरवाही का परिणाम है। इससे पहले कुंभ मेले में भी भगदड़ मच चुकी है, जिससे साफ होता है कि सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है और वह दोषी है। राजद सुप्रीमो ने कहा कि ऐसी घटनाओं की जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए।
यादव के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग पर बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि लालू यादव शवों पर राजनीति करते हैं। पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि नई दिल्ली में हुई घटना दुखद है। इस घटना में जो घायल हुए हैं, उनके इलाज के लिए शासन-प्रशासन सजगता से लगा हुआ है।
राजद अध्यक्ष लालू यादव द्वारा इस घटना पर रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वे शवों पर राजनीति करते हैं। इस तरह की घटना फिर से घटित नहीं हो, इस पर लोगों को धैर्य बनाए रखने की बात करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते पूरे रेल को एक तरह से बेच दिया। ऐसे व्यक्ति का यह बयान उनकी गंभीरता को नहीं दिखाता है।
उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 12 से अधिक अन्य घायल हो गए। घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। भगदड़ और उसमें 18 लोगों की मौत के संबंध में दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। डीसीपी रैंक के अधिकारी जांच दल का नेतृत्व कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस ने तत्काल छह अतिरिक्त कंपनियां मौके पर भेजी थीं।
अधिकारियों ने बताया कि 16 मृतकों की पहचान हो चुकी है। दो लोगों की पहचान अभी भी नहीं हो पाई है। मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में जाने के लिए ट्रेन पकड़ने की उम्मीद में यात्रियों की भारी भीड़ प्लेटफॉर्म नंबर 14-15 पर पहुंची, इसी दौरान यह घटना हुई। महाकुंभ जाने के लिए ट्रेन पकड़ने की कोशिश कर रहे यात्रियों की संख्या काफी बढ़ गई है, जिसके कारण भीड़भाड़ और अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई। इसी दौरान भगदड़ मच गई।
कांग्रेस नेता नसीम खान ने घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है सरकार को इसकी नैतिक जिम्मेदारी उठानी चाहिए और रेल मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। जब सरकार को पहले से अंदाजा था कि इतने लोग वहां पहुंचेंगे, तो उन्हें इस कार्यक्रम के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए थीं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार तो बड़ी-बड़ी बातें कर रही थी, चाहे उत्तर प्रदेश की सरकार हो या भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार हो। बड़े-बड़े दावे किए गए थे, लेकिन प्रचार के सिवाय कुछ नहीं हुआ। प्रयागराज में रहने वाले लोगों को भी तकलीफ हुई। लोगों को पंद्रह-पंद्रह किलोमीटर पैदल चलना पड़ा, सीनियर सिटीजन चल नहीं पाए, कुंभ में उनसे मनमाने पैसे वसूले गए। बहुत सारी शिकायतें मिली हैं, बहुत सारे लोग इससे हताश, परेशान हुए हैं, चोट आई हैं और कुछ ने तो जान भी गंवाई है। यह सरकार की नाकामी का बड़ा उदाहरण है।
इस घटना पर झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।”
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने इसे हृदयविदारक और दु:खद घटना बताते हुए हादसे से प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “भगवान सभी पुण्यात्माओं को शांति प्रदान करें। सभी परिजनों को धैर्य व संबल दें। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना है।”
आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह दुखद हादसा है। उन्होंने कहा कि उन्हें अब तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार उनकी समझ है कि इस हादसे की वजह अफवाह है। महतो ने कहा कि आस्था की भावना इतनी बड़ी हो गई है कि 50 करोड़ से ज्यादा लोग महाकुंभ में पहुंचे हैं। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोग बगैर पूर्व सूचना के किसी स्थान के लिए मूव करेंगे तो कई बार स्थिति नियंत्रण के बाहर हो सकती है। ऐसी घटनाओं पर दुख तो है, जिस पर आप सवाल भी उठा सकते हैं। पर, आपको यह मानना होगा कि महाकुंभ को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने व्यापक स्तर पर व्यवस्था की है।
भगदड़ पर आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई घटना बहुत दुखद है। सांसद राघव चड्ढा ने कहा, "मैंने बीती 11 फरवरी को राज्यसभा को संबोधित करते हुए रेलवे से संबंधित कई मुद्दे उठाए थे। मुझे लगता है कि मैं अपने द्वारा उठाए गए मुद्दों पर रेल मंत्री का ध्यान आकर्षित नहीं कर पाया। कुप्रबंधन और बुनियादी ढांचे की कमी के कारण यह घटना हुई जो दुर्भाग्यपूर्ण है।"
उन्होंने कहा, "प्रयागराज महाकुंभ में जाने वाले निर्दोष लोग रेलवे के कुप्रबंधन का शिकार हो गए हैं। उन्होंने व्यवस्था को ऐसा बना दिया है कि लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि ऐसा कोई दिन नहीं है, जब रेलवे में किसी घटना की खबर न मिली हो। मैं रेलवे की जवाबदेही और जिम्मेदारी तय करने की मांग करता हूं। भारतीय रेलवे को सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि ऐसी घटना न हो।"
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने भगदड़ को लेकर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने रेल मंत्री का इस्तीफा भी मांगा है। अजय राय रविवार को इटावा पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "दिल्ली में आपने सबको बुला लिया, निमंत्रण भी सबको दे दिया। व्यवस्था कुछ भी नहीं है। निल बटे सन्नाटा। उसके बाद सबसे दुर्भाग्य की बात यह है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में पूरा प्लेटफॉर्म बदलने की जिम्मेदारी सरकार की है। रेल मंत्री को तत्काल इस्तीफा देकर घर जाना चाहिए।"
भगदड़ की घटना के बाद भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, वहीं गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल यात्रियों को एक लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
रविवार सुबह 06 बजे तक, कुल 71 ट्रेनें चलाई गईं और इन ट्रेनों में 1.60 लाख से अधिक यात्री सवार हुए। वहीं, शनिवार (15 फरवरी) को कुल 339 ट्रेनें चलायी गई और इनमें 14.76 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर की।
रेलवे ने इस बात की भी पुष्टि की कि सभी निर्धारित ट्रेनें अपने नियमित कार्यक्रम के अनुसार चल रही हैं और विशेष ट्रेनों की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा, बिना आरक्षण वाली ट्रेनें भी यात्री की मांग के अनुसार चलाई जा रही हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से बहुत दुखी हूं। मेरी प्रार्थनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। पूरी टीम उन सभी लोगों की सहायता करने के लिए काम कर रही है जो इस दुखद घटना से प्रभावित हुए हैं।
(Source- आईएएनएस)
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