एमपी: बीजेपी मंत्री पुत्र ने होटल संचालक दंपती व पत्रकार को पीटा, पुलिस ने की फौरी कार्रवाई !

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शाहपुरा थाना क्षेत्र के त्रिलंगा में स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल और दोस्तों का एक रेस्टारेंट संचालक महिला और उसके पति के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है।
एमपी: बीजेपी मंत्री पुत्र ने होटल संचालक दंपती व  पत्रकार को पीटा, पुलिस ने की फौरी कार्रवाई !

भोपाल। "रात के करीब 8 बज रहे थे, हम अपने रेस्टोरेंट पर थे, तभी कार सवार 5 से 6 लोग गाड़ी से उतरे और एक युवक को बुरी तरह से पीटने लगे। युवक बचने के लिए हमारे रेस्टोरेंट तक आ गया, मैंने उन लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन नशे में धुत उन लोगों ने उल्टा मुझ पर हमला कर दिया, मेरे पति के सिर पर रोड मारा. सिर में चोट आई है, डॉक्टर ने सात टांके लगाए हैं। जब थाने पहुँचे तो पुलिस हमें अंदर नहीं जाने दे रही थी, वह लोग थाने में उत्पात मचा रहे थे। पुलिस के सामने हमें धमका रहे थे, बाद में पता लगा कि मेरे पति के सिर पर रोड मारने वाला युवक मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का बेटा है। पुलिस ने दबाव में सामान्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया, जबकि हम पर जानलेवा हमला हुआ था। "

द मूकनायक प्रतिनिधि को पीड़िता अलीशा सक्सेना ने बताया कि इस तरह की गुंडागर्दी उन्होंने कभी नहीं देखी। पुलिस भी मंत्री के दबाव में सही कार्यवाही नहीं कर रही, उल्टा पुलिस ने हम पीड़ितों को भी आरोपी बनाया है। मेरे पति के सिर पर बेरहमी से लोहे का रोड मारा गया। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला न दर्ज करते हुए सिर्फ छोटी-मोटी धाराएं लगा कर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया। अलीशा ने आगे कहा- "मंत्री के बेटे का पावर इतना है कि पुलिस वालों तक को सस्पेंड कर दिया गया।" 

क्या है मामला

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार देर शाम शाहपुरा थाना क्षेत्र के त्रिलंगा में प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटा अभिज्ञान पटेल और दोस्तों का एक रेस्टारेंट संचालक महिला और उसके पति के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि मंत्री के बेटे और समर्थकों ने रेस्टोरेंट के संचालक और एक महिला के साथ मारपीट की है। रेस्टोरेंट संचालक और महिला ने मामला दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे। दोनों पक्ष ने एक दूसरे पर मारपीट करने का आरोप लगाया।  

पीड़ितों के अनुसार त्रिलंका में मंत्री के बेटे की कार से एक लड़के का बाइक टकरा गई थी, जिसके बाद उसकी मंत्री के बेटे से कहासुनी हो गई। लड़का बचने के लिए एक रेस्टारेंट में घुस गया। उनको पीटने के लिए उनके पीछे मंत्री पुत्र व उसके दोस्त भी घुस गए। उनको रेस्टारेंट संचालक महिला और उसके पति ने रोका। आरोप है कि मंत्री पुत्र और उसके दोस्तों ने उनके साथ मारपीट कर दी। विवाद बढ़ने पर आस-पास के लोग एकत्रित हो गए और मंत्री पुत्र और उसके दोस्तों की जमकर पिटाई कर पुलिस बुला ली। पुलिस के आने पर भी मंत्री पुत्र धौंस दिखाने लगे तो उनको थाने ले गए, जिसके बाद पता चला कि वह स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का बेटा है। 

मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल.
मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल.

इसकी जानकारी मिलने के बाद मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल और उनके समर्थक भी शाहपुरा थाने पहुंचे गए। इधर, मंत्री के बेटे के साथ हुई मारपीट की सूचना जैसे ही पुलिस के आला अधिकारियों को मिली तो पुलिस उपायुक्त, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सहित आधा दर्जन पुलिस के अधिकारी शाहपुरा थाने पहुंच गए। मंत्री ने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियो के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस अधिकारियों से कहा जिसके बाद देर रात चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। 

मंत्री का बेटा और उसके साथी जिस युवक के साथ मारपीट कर रहे थे वह एक मीडियाकर्मी है। द मूकनायक से बातचीत करते हुए पीड़ित मीडियाकर्मी विवेक ने बताया कि वह रात में ऑफिस से घर जा रहा था। तभी रेड सिग्नल पर उसने गाड़ी रोक ली। पीछे हाई स्पीड कार ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। जब विवेक ने उनसे कहाँ की गाड़ी आराम से चलाएं तो उन्होंने विवेक को पीटना शुरू कर दिया। विवेक ने कहा- "सिर्फ इतनी सी बात पर वह मुझ पर टूट पड़े गाड़ी में लड़के-लड़कियां थी, जो नशे में धुत थे। मैं उनसे बचने के लिए सामने के रेस्टोरेंट की तरफ भागा, लेकिन उन्होंने वहां बचाओ करने वाले रेस्टोरेंट संचालक, उनकी पत्नी और एक कुक पर हमला कर दिया।"

पुलिस पर भड़के मंत्री

घटना की जानकारी मिलते ही मंत्री रात करीब 9:30 बजे समर्थकों के साथ थाने पहुंचे थे। तब उनके बेटे और रेस्त्रां संचालक दंपती को मेडिकल के लिए भेजा गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, थाने पहुंचते ही मंत्री भड़क गए। उनका कहना था कि मंत्री के बेटे के साथ पुलिस का यह व्यवहार है तो आम जनता के साथ क्या करती होगी? बेटे के साथ जिन लोगों ने मारपीट की है, उनके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए। उन पुलिस वालों को भी सस्पेंड किया जाए, जिन्होंने बेटे को बेरहमी से मारा है।

पुलिस ने मामूली धाराओं में दर्ज किया मामला

मंत्री के बेटे और उसके साथियों पर पुलिस ने धारा 294, 324, 506, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। इन धाराओं में 3 साल कारावास या जुर्माने की सजा है। जान से मारने की कोशिश (307), महिला से अभद्रता (354) की धाराएं नहीं लगाईं है। जबकि पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस मंत्री के दबाव में कार्रवाई नहीं कर रही है।

द मूकनायक से एडवोकेट मयंक सिंह ने बताया कि धारदार हथियार, कुल्हाड़ी, किसी भी तरह की बंदूक या लोहे का रोड या छड़ी, से हमला करने पर यदि चोट आती है या टाकेँ लगें हो हड्डी फैक्चर हुई हो उस स्थिति में आरोपी पर हत्या के प्रयास के तहत धारा 307 का मुकदमा दर्ज होता है। महिला के साथ मारपीट और अभद्रता करने पर 354 की धारा में मामला दर्ज किया जाता है। 

मंत्री के पावर से रुक गई पुलिस की कार्यवाही

अभिज्ञान पटेल को जब पुलिस थाने लेकर पहुँचीं तब तक किसी को नहीं पता था कि यह मंत्री का बेटा है, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस शराब के नशे में उत्पात मचा रहे युवकों पर कार्यवाही कर ही रही थी। पुलिस को पता लगा कि यह मंत्री नरेंद्र शिवजी पटेल का बेटा है, यह जानकारी लगते ही पुलिस वालों के हाथ पैर फूल गए। मंत्री का बेटा शराब के नशे में पुलिसकर्मियों से कथिततौर भी गाली गलौच कर रहा था। कुछ देर बाद ही थाने में मंत्री के स्टाफ का फोन पहुँचा और फिर खुद मंत्री थाने पहुँच गए। 

इतना सब होने के बावजूद मंत्री की नाराजगी के बाद चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। उनपर आरोप था कि उन्होंने मंत्री के बेटे को पीटा है। अब सवाल यह कि मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल की नाराजगी के बाद पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही हुई. लेकिन महिला व उसके पति पर जानलेवा हमले के बाद पुलिस उचित धाराएं नहीं लगाकर कितनी न्यायोचित कार्यवाही की है? इस पूरी कार्यवाही के बाद भोपाल पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं? 

पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करे : पटवारी

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि राज्य सरकार के एक मंत्री के पुत्र अभिज्ञान पटेल की सरेराह कथित गुंडागर्दी की घटना को निंदनीय हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक बयान में कहा कि शनिवार रात शाहपुरा थाना क्षेत्र के त्रिलंगा में स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र पटेल के पुत्र अभिज्ञान पटेल ने एक पत्रकार के साथ सड़क पर विवाद होने के बाद अपने साथियों के साथ उनसे मारपीट की। पीड़ित को बचाने आए एक रेस्टारेंट संचालक दंपत्ति के साथ भी आरोपियों ने मारपीट की। इस घटना के बाद सभी पक्ष शाहपुरा थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने पीड़ितों शिकायत पर उचित कार्यवाही नहीं की। 

कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य में अराजकता का राज स्थापित होने का आरोप लगाते हुए कहा कि घटना की जानकारी लगते ही मंत्री नरेंद्र पटेल भी अपने समर्थकों के साथ रात्रि में ही थाने पहुंचे। उन्होंने मीडिया की खबरों के हवाले से कहा कि इस मामले में चार पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पीड़ित पत्रकार और रेस्टारेंट संचालक दंपत्ति से मुलाकात के बाद थाने पहुंचकर पुलिस अफसरों से इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मंत्री पुत्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उचित धाराएं लगायी जाना चाहिए।

कोर्ट में बढ़ सकती हैं धाराएं

ऐसे मामलों में जहां पुलिस ने आरोपियों पर सही पर्याप्त चार्ज नहीं लगाएं हो उस स्थिति में अभियोग पत्र प्रस्तुत होने के बाद कोर्ट धाराएं बढ़ा सकता है। इन धाराओं को बढ़ाने में एमएलसी, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर कोर्ट धाराएं बढ़ा सकता है। 

द मूकनायक प्रतिनिधि ने पुलिस पर लग रहे तमाम आरोपों को लेकर भोपाल पुलिस कमिश्नर पवन शर्मा को कई बार कॉल किए, लेकिन रिंग जाने के बाद भी उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। हमने इस बारे में मंत्री नरेंद्र शिवजी पटेल को फोन किया पर उनका नम्बर कवरेज एरिया के बाहर था।

एमपी: बीजेपी मंत्री पुत्र ने होटल संचालक दंपती व  पत्रकार को पीटा, पुलिस ने की फौरी कार्रवाई !
मध्य प्रदेश: महिला सफाईकर्मी को दुकान संचालक ने पीटा, सहकर्मियों ने थाने को घेरा

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com