घर और खेत-खलिहान बचाने की जंग- 3: आजमगढ़ में धारा-144 के बीच मन्दूरी से कलेक्ट्रेट तक परेड निकालेंगे मजदूर-किसान

एसडीएम राजीव रतन सिंह ने धरनास्थल पर जाकर किसानों को समझाने का प्रयास किया। एसडीएम की लाख मिन्नतों के बाद भी किसान परेड निकालने पर अड़े रहे।
धरनास्थल पर मौजूद महिलाएं।
धरनास्थल पर मौजूद महिलाएं।फोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक

उत्तर प्रदेश। यूपी में आजमगढ़ के मन्दूरी स्थित खिरियाबाग में किसान अपनी जमीन और घर बचाने के लिए पिछले 105 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। देश के 74वें गणतंत्र दिवस पर सभी आंदोलनरत किसानों ने मिलकर मन्दूरी से लेकर कलेक्ट्रेट स्थित अम्बेडकर प्रतिमा तक परेड निकालने का ऐलान कर दिया है। इसे लेकर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी है। एसडीएम राजीव रतन सिंह ने धरनास्थल पर जाकर किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान परेड निकालने पर अड़े रहे।

धरनास्थल पर मौजूद महिलाएं।
धरनास्थल पर मौजूद महिलाएं।फोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक

जानिए क्या है पूरा मामला?

यूपी के आजमगढ़ के मन्दूरी स्थित खिरियाबाग में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के खिलाफ पिछले 105 दिनों से किसान धरना दे रहे हैं। अब यह किसान देश के 74वें गणतंत्र दिवस (74th Republic Day) पर आंदोलन को धार देने के लिए खिरियाबाग आंदोलन स्थल से आजमगढ़ कलेक्ट्रेट स्थित अम्बेडकर प्रतिमा तक मार्च निकालने जा रहे हैं।

धरनास्थल पर मौजूद महिलाएं।
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जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के संयोजक रामनयन यादव ने बताया, "सभी किसान और मजदूर 26 जनवरी को सुबह 9 बजे खिरिया बाग में झंडारोहण कर खिरिया बाग से अम्बेडकर प्रतिमा, कलेक्ट्रेट तक परेड करेंगे।"

रामनयन ने आगे बताया, "जमीन-मकान बचाने के लिए किसानों-मजदूरों का आंदोलन कल सुबह किसान-मजदूर परेड करके पूर्वांचल में संघर्ष का इतिहास रचेगा। किसानों-मजदूरों की प्रशासन से अब तक वार्ता बेनतीजा रही है।"

परेड की जानकारी देते किसान नेता राजीव यादव
परेड की जानकारी देते किसान नेता राजीव यादवफोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक

किसानों का आरोप षड्यंत्र रच रहा प्रशासन

आंदोलनकारियों का कहना है कि आज़मगढ़ के लोगों ने कभी भी अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की मांग नहीं की है। जबरन विस्तारीकरण के नाम पर पूंजीपतियों के लिए जमीन-मकान छीनने का षड्यंत्र किया जा रहा है।

धरनास्थल पर मौजूद महिलाएं।
घर व खेत-खलिहान बचाने की जंगः आजमगढ़ का खिरिया बाग आंदोलन, जमीन के लिए जान देने को तैयार महिलाएं

किसानों का कहना है, "अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट विस्तारीकरण परियोजना या किसी अन्य परियोजना के लिए जमीन-मकान नहीं देंगे। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मास्टर प्लान रदद् किया जाए। अवैध सर्वे रिपोर्ट रद्द की जाए। किसान नेताओं का उत्पीड़न न किया जाए और आंदोलनकारियों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं।"

धरनास्थल पर बातचीत करते एसडीएम।
धरनास्थल पर बातचीत करते एसडीएम।फोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक

मुकदमा दर्ज करने की मांग

किसानों का नेतृत्व कर रहे रामनयन ने बताया, "12-13 अक्टूबर के दिन और रात में सर्वे के नाम पर एसडीएम राजीव रतन सिंह और अन्य राजस्व अधिकारी व भारी पुलिसबल के द्वारा महिलाओं-बुजुर्गों के साथ हुए उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए धरने की प्रमुख मांग है।"

धरनास्थल पर मौजूद महिलाएं।
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