अफ़वाहों और गफलत के माहौल के बीच राजस्थान में सम्पन्न हुई शिक्षक भर्ती के लिए 'रीट'

अफ़वाहों और गफलत के माहौल के बीच राजस्थान में सम्पन्न हुई शिक्षक भर्ती के लिए 'रीट'

जयपुर। भर्ती परीक्षाओं के लगातार हुए पेपर लीक मामलों को लेकर जनता और विपक्ष की आलोचनाओं का शिकार हो रही राज्य सरकार ने शनिवार को तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती परीक्षा REET (राजस्थान एलिजिबिलिटी एग्जाम फ़ॉर टीचर्स) का आयोजन किया। प्रदेश के 11 जिलों में रीट परीक्षा केंद्रों पर जहां पुलिस का कड़ा पहरा था, वहीं अफवाहों और नकल की रोकथाम के लिए राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड के आग्रह पर संबंधित जिलों में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक नेटबंदी की गई जिसके कारण आम जनता को बहुत परेशानी हुई।

जोधपुर पुलिस द्वारा परीक्षा शुरू होने के करीब कुछ ही देर में एक गिरोह को पकड़ने और परीक्षा पेपर लीक होने की खबर आग की तरह फैली लेकिन बाद में पुलिस थाना बनाड़ द्वारा स्पष्टीकरण जारी किया गया जिसमें बताया गया कि कुल 19 पुरुषों व 10 महिला अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्व करते हुए एवं लैपटॉप-प्रिंटर व कुछ दस्तावेजों के साथ डीटेन किया गया था लेकिन मूल परीक्षा प्रश्न पत्र से मिलान करने पर ये पेपर अलग पाये गए जिससे पेपर लीक होने के अंदेशे को खारिज किया गया।

आपको बता दें कि राजस्थान में लगातार भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने की घटनाओं से तृतीय श्रेणी शिक्षक सीधी भर्ती के लिए रीट मेंस एक्जाम के सफल आयोजन को लेकर अभ्यर्थियों के साथ ही परिजनों व सरकार को चिंता थी। ऐसे में जिन 11 जिलों में परीक्षाओं का आयोजन किया गया वहां नेट बंदी की गई। साथ ही अन्य जिलों में भी नेट की स्पीड पर ब्रेक रहा। ताकि सोशल मीडिया के माध्यम से तेजी से फैलने वाली अफवाहों पर अंकुश लग सके।

परीक्षा शुरू होने से पूर्व जोधपुर से आई बड़ी खबर

25 फरवरी शनिवार से आरंभ हुई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए रीट मेंस एक्जाम एक मार्च तक चलेंगे। सुबह लेवल-1 की परीक्षा शुरू होने से पूर्व ही जोधपुर के बनाड़ रोड स्थित एक मैरिज गार्डन में प्रश्नपत्र हल की सूचना से पुलिस प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। परीक्षा शुरू होने से करीब दो घंटे पहले शनिवार सुबह साढ़े 7 बजे पुलिस ने बनाड़ रोड पर मैरिज गार्डन में दबिश दी। जहां से पुलिस ने 29 परीक्षार्थियों को हिरासत में ले लिया। मैरिज गार्डन के अलग-अलग कमरों में झुंडों में बैठे यह लोग प्रश्नपत्र हल कर रहे थे। इन कमरों से पुलिस ने लेपटॉप, प्रिंटर, कुछ मोबाइल व सफेद कागज पर लिखे प्रशनों के उत्तर जब्त करने का दावा किया हैं। पुलिस का दावा है कि इनके पास मिले लेपटॉप में प्रश्न पत्र की पीडीएफ मिली है। जिसमें तीन सौ प्रश्न लिखे थे। हालांकि पुलिस ने रीट एक्जाम का प्रश्न पत्र आउट होने की बात से साफ इंकार किया है। परीक्षा से पूर्व मैरिज गार्डन के कमरों में प्रश्नपत्रों को हल करने में लगे 19 पुरुष व 10 महिला अभ्यर्थियों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस बनाड़ पुलिस थाने लेकर गई।

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आखिर कब थमेगा राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक का सिलसिला!

पुलिस निगरानी में दिलवाई परीक्षा

पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डॉ. अमृता दुहन ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा रीट मेंस में नकल गैंग के सक्रिय होने की सूचना थी। डीसीपी (पश्चिम) गौरव यादव व उनकी टीम जांच में जुटी थी। इनसे मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने बनाड़ रोड पर मैरिज गार्डन में दबिश दी, जहां कमरों में प्रश्न पत्र हल कर रहे 19 पुरुष और 10 महिला अभ्यर्थी पकड़े। मैरिज गार्डन में पकड़े गए सभी अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए पहले थाने लेकर गए। यहां से बन्धित परीक्षा केंद्रों पर ले जाकर परीक्षा दिलाई। परीक्षा के बाद सभी को पुनः पूछताछ के लिए थाने लाया गया है।

दस लाख रुपए में प्रश्नपत्र खरीदने का दावा

इस दौरान पुलिस ने पेपर लीक गिरोह से जुड़े एक सरगना सुरेश जाट को भी हिरासत में लिया है। पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार प्रारम्भिक पूछताछ में सुरेश जाट ने जालौर जिले के एक युवक से दस लाख रुपए में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र खरीदने की बात कही है। जालौर के युवक से पेपर खरीदने के बाद सुरेश ने तीन सौ प्रश्नों का एक पत्र कई अभ्यर्थियों को 5 से दस लाख रुपए में बेचने की बात कही है। हालांकि पुलिस हिरासत में आए अभ्यर्थियों से पेपर खरीदने की पुष्टि नहीं हुई है।

रीट मेन्स की परिक्षा मे पेपर लीक आंशका में 29 लोगों के हिरासत में लेनें को लेकर भाजपा नेता कालीचरण सराफ ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। सर्राफ ने आरोप लगाते हुए कहा कि पेपर लीक करने वालें सरगाना राजस्थान में बैठै हैं। उन्होंने पेपर लीक मामले पर कहा कि पेपर लीक रोकने के लिए चोर की मां को पकड़ना होगा। लाखों बेरोजगारों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री को पेपर लीक से जुड़े बड़े लोगों को पकड़ना चाहिए। नेट बंदी पेपर लीक रोकने का इलाज नहीं है।

इधर, जयपुर के आमेर थाना इलाके में परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठने का मामला सामने आया है। पुलिस ने डमी अभ्यर्थी के साथ मूल अभ्यर्थी को भी हिरासत में लिया है। जालौर निवासी मुख़्य अभ्यर्थी की जगह बाड़मेर निवासी महेंद्र को पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार आरोपी व अभ्यर्थी की मुलाकात एक कोचिंग सेंटर में हुई थी।

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नेटबन्दी से कारोबार प्रभावित, लोगों के जरूरी काम भी हुए प्रभावित

शनिवार को उन 11 जिलों में नेटबंदी रही जहां तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए रीट मेंस एक्जाम हुए। शनिवार को नेटबन्दी से लोगों को खासी परेशानी हुई। मोबाइल फोन से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में दुविधा होने से कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव रहा। हालांकि चौथा शनिवार होने के कारण अदालतों में अवकाश होने से न्यायिक कार्य बाधित नहीं हुआ लेकिन ऑनलाइन कोर्स में पंजिकृत स्टूडेंट्स, छोटे और मंझोले व्यापारीगण बेहद परेशान हुए। ब्रॉडबैंड और लीज लाइनों के अलावा अन्य अभी नेट सेवाएं पूर्ण रूप से दिनभर बंद रही। रविवार को भी इन जिलों में नेटबंदी रखने की सूचना संबधित सम्भागीय अध्यक्षों द्वारा जारी किया गया।

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