तमिलनाडु BSP अध्यक्ष के.आर्मस्ट्रांग हत्याकांड की पुलिस जांच से असंतुष्ट पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की इंटरवेंशन याचिका- जांच CBI करें

मद्रास हाई कोर्ट ने पुलिस की जांच को प्राइमा फेसी कमजोर और पक्षपातपूर्ण पाया था, दिए थे CBI जांच के आदेश
तमिलनाडु बीएसपी अध्यक्ष आर्मस्ट्रांग, फाइल फोटो
तमिलनाडु बीएसपी अध्यक्ष आर्मस्ट्रांग, फाइल फोटो
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नई दिल्ली- BSP नेता और प्रमुख दलित कार्यकर्ता के. आर्मस्ट्रांग की हत्या के मामले में उनकी पत्नी पोर्कोडी ने सुप्रीम कोर्ट में एक इंटरवेंशन एप्लीकेशन (हस्तक्षेप याचिका) दाखिल करके मामले की जांच CBI से करवाने की गुहार लगाई है। हाल ही में मद्रास हाई कोर्ट ने अपने आदेश में तमिल नाडू पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट को रद्द करते हुए जांच CBI को सौंप दी थी।

तमिलनाडु सरकार ने मद्रास हाई कोर्ट के आदेश के विरुद्ध विशेष अनुमति याचिका दाखिल की। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 10 अक्टूबर को हाई कोर्ट के चार्जशीट रद्द करने के आदेश पर रोक लगा दी थी, लेकिन CBI जांच पर कोई रोक नहीं लगाई थी जिसके बाद अब पोर्कोडी ने इंटरवेंशन एप्लीकेशन दायर की है

पोर्कोडी ने अपने आवेदन में तर्क दिया है कि यह मामला "राष्ट्रीय विवेक" से जुड़ा हुआ है और करूर स्टांपीड मामले की तर्ज पर सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली एक पर्यवेक्षी समिति की निगरानी में CBI जांच आवश्यक है। उन्होंने विटनेस प्रोटेक्शन स्कीम, 2018 के तहत गवाहों के संरक्षण की भी मांग की है।

उनकी याचिका में कहा गया है, "सुपरवाइजरी कमेटी का गठन इसलिए आवश्यक है क्योंकि चार्जशीट में कई महत्वपूर्ण तथ्यों को जानबूझकर छोड़ दिया गया था, जिनका इस भीषण अपराध के मकसद और इरादे से सीधा नाता है। ऐसे कई तथ्य हैं जो मामले की जड़ तक जाते हैं और एक नई जांच (डी-नोवो इन्वेस्टिगेशन) की मांग करते हैं, क्योंकि हाई कोर्ट ने पहले की जांच को प्राइमा फेसी कमजोर और पक्षपातपूर्ण पाया था।"

मामले की पृष्ठभूमि

आर्मस्ट्रांग के भाई कीनोस ने एक याचिका में राज्य पुलिस की जांच में बड़ी कमियां बताते हुए CBI जांच की मांग की थी। हाई कोर्ट ने माना कि जांच में प्रक्रियात्मक चूक हुई थी और चार्जशीट में भौतिक विरोधाभास थे। 24 सितंबर को मद्रास हाई कोर्ट के जस्टिस पी वेल्मुरुगन ने इसपर सुनवाई करते हुए CBI जांच के आदेश दिए। पोर्कोडी ने अपनी याचिका में बताया है कि उन्होंने भी राज्य पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए मद्रास हाई कोर्ट में एक अलग याचिका दायर की थी, लेकिन चूंकि मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है इसलिए हाई कोर्ट के उनकी याचिका पर आदेश देने की संभावना नहीं है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट में इंटरवेंशन एप्लीकेशन को एओआर राहुल श्याम भंडारी के माध्यम से दायर किया गया है।

कौन थे के. आर्मस्ट्रांग

के. आर्मस्ट्रांग तमिलनाडु राज्य के एक वकील और राजनीतिज्ञ थे। वे बहुजन समाज पार्टी की तमिलनाडु इकाई के प्रदेश अध्यक्ष थे। एक अम्बेडकरवादी बौद्ध, आर्मस्ट्रांग राज्य में एक प्रमुख दलित सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे।

5 जुलाई 2024 को उनके आवास के बाहर उनकी हत्या कर दी गई। उनकी हत्या ने तमिलनाडु में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया, जिससे न्याय की माँग उठी और दलितों के खिलाफ जारी हिंसा पर सवाल उठे।

तमिलनाडु पुलिस ने इस मामले में 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया जिनमे से एक मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने 3 अक्टूबर को 5,000 पेज का आरोपपत्र दाखिल किया।

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