उत्तर प्रदेश: शादी का दबाव बनाने पर दलित युवती की हत्या, शव पेड़ से लटकाया!

आरोपी और युवती के बीच आपसी प्रेम-प्रसंग था। युवती लगातार उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी।
हत्या
हत्यासाभार- इंटरनेट/ सांकेतिक फोटो

उत्तर प्रदेश। राजधानी लखनऊ के काकोरी में बुधवार सुबह एक युवक ने दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली दलित छात्रा की घर बुलाकर निर्मम हत्या कर दी। आरोप है कि, हत्या को आत्महत्या में दिखाने के लिए दोस्तों की मदद से आरोपी ने शव को फांसी के फंदे पर लटका दिया। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पूरा मामला खुलकर सामने आ गया।

पुलिस ने सर्विलांस के जरिये गांव के ही एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें पूरा मामला सामने आ गया। युवक द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी मुताबिक दोनों में आपसी प्रेम-प्रसंग था। युवती लगातार उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। इसलिए उसने इस घटना को अंजाम दे डाला। पुलिस युवती के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी है।

द मूकनायक को पुलिस ने बताया कि, काकोरी के बहरू गांव के होरी लाल गौतम की 10वीं पास उनकी बेटी सरिता गौतम (19) मंगलवार रात घर के कमरे में अकेले सोई थी। बुधवार सुबह गांव के बाहर शारदा बड़ी नहर किनारे नीम के पेड़ से उसका दुपट्टे से शव लटकता हुआ मिला। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाया।

युवती के भाई ने बताया कि, बुधवार सुबह जागने पर सरिता कमरे में नहीं मिली। वह लोग खोज ही रहे थे तभी ग्रामीणों ने बताया कि सरिता ने फांसी लगा ली। भागते हुए हम मौके पर पहुंचे तो देखा कि सरिता का शव लटका हुआ था। उसकी जैकेट और चप्पल मिट्टी में पड़ी हुई थी। शरीर पर कई जगह चोटें भी लगी थी। इससे शक है कि सरिता की हत्या हुई है। परिवार को सरिता के अफेयर की जानकारी थी। ऐसे में उन्होंने प्रेमी बृजेश मौर्या पर शक जताया। बृजेश गांव में ही बिजली की दुकान चलाता है।

शरीर पर छह जगह मिले चोट के निशान

सरिता के शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि उसने आत्महत्या नहीं की थी। उसकी गला घोटकर हत्या की गई थी। शरीर पर 6 जगह चोट के निशान भी मिले हैं। इससे साफ है हत्या से पहले उसने संघर्ष किया था। काकोरी पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर सरिता के भाई सरवन की तहरीर पर बृजेश और उसके साथियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस पूछताछ में बृजेश ने बताया कि, सरिता से उसका करीब दो साल से अफेयर चल रहा था। वह शादी का लगातार दबाव बना रही थी। जबकि वह शादी करना नहीं चाहता था। बुधवार तड़के पांच बजे सरिता मिलने आई थी। वहां उसने फिर शादी का दबाव बनाया। इसके बाद विवाद के बाद मारपीट हुई। इसी दौरान उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद दोस्तों की मदद से शव को फांसी के फंदे पर लटका दिया। पुलिस बृजेश के उन दोस्तों की तलाश कर रही है, जिन्होंने शव लटकाने में उसकी मदद की। पुलिस ने इस मामले में परिजनों की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

क्या कहते हैं आंकड़े?

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की वार्षिक रिपोर्ट 2022 में दलितों के खिलाफ अपराध के 57,582 मामले और आदिवासियों के खिलाफ 10,064 मामले दर्ज किए गए। यह साल 2021 की तुलना में क्रमशः 13.1 प्रतिशत और 14.3 प्रतिशत अधिक है। अकेले उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ अपराध के 15,368 मामले दर्ज किए गए हैं। इससे पहले बसपा सांसद गिरीश चंद्र के एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने मार्च, 2023 में संसद में बताया था कि साल 2018-2022 के दरमियान दलितों के खिलाफ अपराध के 1,89,945 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से 49,613 मामले सिर्फ उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए।

हत्या
यूपी: मुस्लिम युवक को फंसाने और थानेदार को हटवाने के लिए बजरंग दल जिला प्रमुख ने ही करा दी गोकशी!
हत्या
यूपी: दलितों ने क्यों लगाए मकान बिकाऊ के पोस्टर? देवबंद में छात्र की पिटाई
हत्या
यूपी: गंदे शौचालय, टूटा गेट, केबिन खाली, कैसे हुई सरकारी अस्पताल की यह दशा! ग्राउंड रिपोर्ट

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com