मध्य प्रदेश: दलित परिवार पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों के मकान पर चला प्रशासन का बुलडोजर

पुलिस ने सभी आरोपी किए गिरफ्तार, एनएसए की भी होगी कार्यवाही
मलबे में तब्दील हुआ आरोपियों का घर
मलबे में तब्दील हुआ आरोपियों का घर

भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में जमीनी विवाद पर दलित परिवार के साथ बेरहमी से मारपीट करने वाले आरोपियों के घर पर प्रशासन ने बुल्डोजर चलाया है। साथ ही पीड़ित परिवार को शासन की ओर से दस लाख रुपए की आर्थिक मदद भी की गई है। आरोपियों पर रासुका लगाने की तैयारी है।

जिले के गौतमपुरा के काकवां गांव में पट्टे की जमीन पर बोई गेहूं की फसल काट रहे दलित परिवार पर दो दर्जन से अधिक उच्च जाति के लोगों ने लाठी-डंडा और तलवार लेकर हमला कर दिया था। इस हमले में 9 लोग घायल हुए, जिसमें 7 लोगों को गम्भीर रूप से घायल हुए, इनमें एक 60 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले में पहले चार पुरुषों सहित चार महिलाओं पर एट्रोसिटी एक्ट, मारपीट, हत्या का मामला दर्ज किया था। अब दो अन्य आरोपियों का भी नाम एफआईआर में बढ़ाया गया है।

मलबे में तब्दील हुआ आरोपियों का घर
मध्य प्रदेश: पट्टे पर मिली जमीन पर कब्जा करने के लिए दलित परिवार पर जानलेवा हमला, 8 घायल, एक की मौत

मकानों पर चलाया बुलडोजर

दलित परिवार की बेरहमी से की गई मारपीट और बुजुर्ग की हत्या के बाद दलित समाज में रोष व्याप्त है। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आरोपी के मकान पर बुलडोजर चला कर जमीदोज कर दिया है। पुलिस ने आरोपी बाबूसिंह, पवनसिंह, तूफान, गोकुल, नागूसिंह, जितेंद्र, गनीबाई, रेखाबाई, नन्नीबाई के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट, मारपीट, जानलेवा हमले के 7 प्रकरण दर्ज किए हैं। फरार चल रहे आरोपियों में से पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं बाकी के आरोपियों की तलाश की जा रही है।

पीड़ितों को सरकार ने दी आर्थिक मदद

दलित परिवार पर जनलेवा हमले में एक व्यक्ति की हत्या होने के बाद शासन ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की है। पीड़ितों को 10 लाख की सहायता राशि दी गई है। इसके साथ ही घायलों का इलाज भी प्राइवेट अस्पताल में कराया जा रहा है।

द मूकनायक से बातचीत करते हुए भीम आर्मी के स्थानीय कार्यकर्ता विनोद अंबेडकर ने कहा की भीम आर्मी ने प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के साथ ही आर्थिक मदद दिए जाने और शीघ्र न्याय दिलाने की मांग की है।

इधर, इंदौर देहात पुलिस अधीक्षक भगत सिंह विरधे ने द मूकनायक से बातचीत में बताया कि आरोपियों में अन्य दो लोगों के नाम बढ़ाए गए है जो घटना में शामिल थे। उसके साथ सभी आरोपियों पर हत्या का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों का काकवां गाँव में बड़ा भवन बना था। उसको तोड़ दिया गया है। इसके साथ आरोपियों पर एनएसए की कार्यवाही करेंगे। एसपी भगत सिंह ने बताया सभी फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

क्या है पूरा मामला

इंदौर जिले के गौतमपुरा क्षेत्र के देपालपुर के काकवां गांव में मायाराम का परिवार रहता है। मायाराम अनुसूचित जाति समाज के व्यक्ति व खेती किसानी करते है। पुलिस को की गई शिकायत के मुताबिक घटना गुरुवार 16 मार्च 2023 की है। परिवार के सभी सदस्य सुबह साढ़े 10 बजे कांकवा गांव में अपने खेत गेहूं की फसल काटने गए थे। इस दौरान दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पवन पिता मांगीलाल, उसकी पत्नी नन्नीबाई, बेटे जितेंद्र, धर्मेंद्र, नागूसिंह, बाबू पिता मांगीलाल, उसकी पत्नी धनीबाई, बेटा तूफान और बहू रेखाबाई पति तूफान आए और सरिये और डंडे से मारपीट शुरू कर दी।

मारपीट में मायाराम, शांतिलाल, मेहरबान, संगीताबाई, संजूबाई, रेशमबाई, हुकुमलाल, सुरेश, मायाबाई घायल हो गए। सुरेश ने फोन लगाकर 108 एम्बुलेंस बुलवाई और घायलों को देपालपुर पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद 7 घायलों को इंदौर रेफर कर दिया गया। वहीं मारपीट में मायाराम को सिर, दोनों पैर, दोनों हाथों पर गंभीर चोटें आई थीं, जिसके वजह से उपचार के दौरान 17 मार्च 2023 की दोपहर मायाराम बागरी (60) की मौत हो गई और उनके दो बेटे व बहू घायल हो गए। बागरी को प्रशासनिक अफसरों ने ही कोर्ट के आदेश के बाद जमीन पर कब्जा दिलवाया था। वे उसी खेत पर फसल काटने गए थे और 40-50 लोगों ने हमला कर दिया। मामले में पुलिस ने भी लेटलतीफी की और सूचना के बाद आधा घंटा देरी से पहुंची।

जानिए क्या है जमीन से जुड़ा पूरा विवाद

जानकारी के अनुसार ग्राम कांकवा की जमीन को लेकर 1961 से विवाद चल रहा है। फरियादी पक्ष को 2002 में इन जमीनों के पट्टे बांटे गए थे। बाद में पट्टाधारी और कब्जाधारी के बीच विवाद हुआ और मामला कोर्ट तक पहुंचा। कोर्ट ने पट्टेधारियों के पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट के आदेश पर 22 फरवरी, 2023 को पट्टेधारियों को कब्जा दिलाया गया। कब्जा लेते वक्त फसल खड़ी थी। इसी फसल को काटने पट्टेधारी पहुंचे और मारपीट शुरू हो गई।

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com