मध्य प्रदेश: पट्टे पर मिली जमीन पर कब्जा करने के लिए दलित परिवार पर जानलेवा हमला, 8 घायल, एक की मौत

मध्य प्रदेश: पट्टे पर मिली जमीन पर कब्जा करने के लिए दलित परिवार पर जानलेवा हमला, 8 घायल, एक की मौत

मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में इंदौर जिले के गौतमपुरा के एक गांव में पट्टे की जमीन पर बोई गेहूं की फसल काट रहे दलित परिवार पर दो दर्जन से अधिक उच्च जाति के लोगों ने लाठी-डंडा और तलवार लेकर हमला कर दिया। इस हमले में 9 लोग घायल हुए, जिसमें 7 लोगों को गम्भीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें एक 60 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में 5 पुरुषों सहित 4 महिलाओं पर एट्रोसिटी एक्ट, मारपीट, हत्या के प्रयास सहित संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

क्या है पूरा मामला

इंदौर जिले के गौतमपुरा क्षेत्र के देपालपुर के मुंडला कलमा गांव में मायाराम का परिवार रहता है। मायाराम अनुसूचित जाति समाज के व्यक्ति व खेती किसानी करते है। पुलिस को की गई शिकायत के मुताबिक घटना गुरुवार 16 मार्च 2023 की है। परिवार के सभी सदस्य सुबह साढ़े 10 बजे कांकवा गांव में अपने खेत गेहूं की फसल काटने गए थे। इस दौरान दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पवन पिता मांगीलाल, उसकी पत्नी नन्नीबाई, बेटे जितेंद्र, धर्मेंद्र, नागूसिंह, बाबू पिता मांगीलाल, उसकी पत्नी धनीबाई, बेटा तूफान और बहू रेखाबाई पति तूफान आए और सरिये और डंडे से मारपीट शुरू कर दी।मारपीट में मायाराम, शांतिलाल, मेहरबान, संगीताबाई, संजूबाई, रेशमबाई, हुकुमलाल, सुरेश, मायाबाई घायल हो गए। सुरेश ने फोन लगाकर 108 एम्बुलेंस बुलवाई और घायलों को देपालपुर पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद 7 घायलों को इंदौर रेफर कर दिया गया। वहीं मारपीट में मायाराम को सिर, दोनों पैर, दोनों हाथों पर गंभीर चोटें आई थीं, जिसके वजह से उपचार के दौरान 17 मार्च 2023 की दोपहर मायाराम बागरी (60) की मौत हो गई और उनके दो बेटे व बहू घायल हो गए। बागरी को प्रशासनिक अफसरों ने ही कोर्ट के आदेश के बाद जमीन पर कब्जा दिलवाया था। वे उसी खेत पर फसल काटने गए थे और 40-50 लोगों ने हमला कर दिया। मामले में पुलिस ने भी लेटलतीफी की और सूचना के बाद आधा घंटा देरी से पहुंची।

जानिए क्या है जमीन से जुड़ा पूरा विवाद

जानकारी के अनुसार ग्राम कांकवा की जमीन को लेकर 1961 से विवाद चल रहा है। फरियादी पक्ष को 2002 में इन जमीनों के पट्टे बांटे गए थे। बाद में पट्टाधारी और कब्जाधारी के बीच विवाद हुआ और मामला कोर्ट तक पहुंचा। कोर्ट ने पट्टेधारियों के पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट के आदेश पर 22 फरवरी, 2023 को पट्टेधारियों को कब्जा दिलाया गया। कब्जा लेते वक्त फसल खड़ी थी। इसी फसल को काटने पट्टेधारी पहुंचे और मारपीट शुरू हो गई।

आरोपियों के मकान तोड़ेगी पुलिस

पूरा मामला शासन द्वारा आवंटित पट्टों पर कब्जे का है।आरोपी बाबूसिंह, पवनसिंह, तूफान, गोकुल, नागूसिंह, जितेंद्र, गनीबाई, रेखाबाई, नन्नीबाई के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट, मारपीट, जानलेवा हमले के 7 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। एक घायल की मौत के बाद हत्या की धारा भी बढ़ाई जाएगी। वहीं घटना के बाद आरोपी गांव से फरार हो गए हैं। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के मकान तोड़ने का निर्णय लिया है।

दलित समाज ने किया आक्रोश प्रदर्शन

गौतमपुरा में पट्टे की 2 बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर हुए विवाद के बाद शुक्रवार रात एमवाय अस्पताल में दलित समाज के लोगों ने जमकर हंगामा किया।

इस मामले में एडिशनल एसपी शशिकांत कनकने ने बताया-"घटना में फरियादी पक्ष के 9 लोग घायल हुए। घायलों में 7 को गंभीर हालत में इंदौर रेफर किया गया, जिनमें से 60 वर्षीय मायाराम की शुक्रवार को मौत हो गई। आरोपियों की तलाश में टीआई अरुणसिंह सोलंकी के साथ टीम गई है। शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जांच कर पुलिस मामले के बारे में पता लगाएगी।"

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