तिरुनेलवेली (तमिलनाडु): तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के पलायमकोट्टई इलाके में रविवार को दिनदहाड़े एक 25 वर्षीय दलित IT प्रोफेशनल की हत्या कर दी गई। आरोप है कि युवक की एक अन्य जाति की लड़की से प्रेम संबंध था, जो एक पुलिस उप-निरीक्षक दंपती की बेटी है।
मृतक की पहचान काविनसेल्वा गणेश के रूप में हुई है, जो देवेंद्रकुल वेल्लालर (SC वर्ग) से ताल्लुक रखते हैं। लड़की मारावर समुदाय से है, जो थेवर जाति का एक उपवर्ग है और तिरुनेलवेली क्षेत्र में अत्यंत पिछड़ा वर्ग (MBC) के अंतर्गत आता है।
पुलिस के अनुसार, काविनसेल्वा की हत्या उसके प्रेमिका के भाई सुरजीत (22) और एक अन्य युवक ने मिलकर की। मृतक की मां एस. तमिलसेल्वी ने पलायमकोट्टई थाने में शिकायत दी है कि सुरजीत ने अपने माता-पिता के उकसाने पर हत्या की। उन्होंने मांग की कि “चूंकि दोनों पुलिस उप-निरीक्षक हैं, इसलिए हत्या के आरोप में उन्हें भी नामजद किया जाए।”
अब FIR में सुरजीत के माता-पिता – सरवणन और कृष्णकुमारी – को क्रमश: पहले और दूसरे आरोपी के रूप में नामजद किया गया है, जबकि सुरजीत को तीसरा आरोपी बनाया गया है।
काविनसेल्वा के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और पलायमकोट्टई-तिरुचेंदूर रोड स्थित फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। लड़की सुबाशिनी, जो कथित रूप से एक सिद्ध डॉक्टर है, से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। माता-पिता को भी हिरासत में लिया गया है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि काविनसेल्वा और सुबाशिनी के बीच स्कूल के दिनों से प्रेम संबंध था। जब लड़की के परिवार को इसका पता चला, तो वे ठूथुकुडी से तिरुनेलवेली आ गए। हालांकि, दोनों ने मोबाइल और सोशल मीडिया के जरिए संपर्क बनाए रखा।
शनिवार को काविनसेल्वा अपने दादा के साथ इलाज के बहाने KTC नगर स्थित सिद्ध क्लिनिक गया था, लेकिन असल में वह सुबाशिनी से मिलने गया था। वापसी के दौरान सुरजीत और उसके साथी ने उसका पीछा किया और सरेआम गांडी से हमला कर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस पूछताछ में सुरजीत ने हत्या की बात स्वीकार की है। उसने बताया कि उसने कई बार काविनसेल्वा को बहन से दूरी बनाने के लिए कहा था, लेकिन वह नहीं माना। गुस्से में उसने मौका देखकर उसे मौत के घाट उतार दिया और फिर खुद पलायमकोट्टई थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
काविनसेल्वा की मां तमिलसेल्वी ने आरोप लगाया कि सुरजीत ने बहाने से उनके बेटे को क्लिनिक से बाहर बुलाया और जातीय गालियां देते हुए सरेआम दरांती से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद सुरजीत ने कथित तौर पर चिल्लाते हुए कहा, "अब मेरे माता-पिता चैन से जी सकते हैं" और वहां से भाग गया।
पुलिस ने मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296(बी), 103(1), 49, तथा अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3(1)(r), 3(1)(s), 3(2)(v) के तहत दर्ज किया है।
पलायमकोट्टई के ACP सुरेश को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। केस से संबंधित दस्तावेज़ द्वितीय अतिरिक्त सत्र न्यायालय (PCR), तिरुनेलवेली को भेजे गए हैं।
काविनसेल्वा के परिजनों ने मांग की है कि आरोपी माता-पिता को तुरंत पुलिस सेवा से निलंबित किया जाए और तीनों आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए। विरोध कर रहे एक परिजन ने कहा, “जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा, हम बेटे का शव नहीं लेंगे।”
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