राजस्थान: विद्यालयों में नहीं थम रही छुआछूत की घटनाएं, जालौर के बाद उदयपुर और नागौर से मामले आए सामने

विद्यालयों में नहीं थम रही छुआछूत की घटनाएं
विद्यालयों में नहीं थम रही छुआछूत की घटनाएं

रिपोर्ट- अब्दुल माहिर/अजहरूद्दीन

जयपुर। जालौर के सुराणा गांव में स्थित स्कूल में इंद्र मेघवाल के साथ घटी घटना के बाद आए सामाजिक भूचाल से ऐसा लग रहा था कि छुआछूत की घटनाओं पर अंकुश लगेगा, लेकिन उदयपुर व नागौर जिले से आए ताजा मामलों ने इस धारणा को नकार दिया है।
ताजा मामले में उदयपुर के गोगुन्दा के एक सरकारी स्कूल में दलित छात्राओं के खाना परोसने से नाराज कुक ने पूरा का पूरा खाना फिकवा दिया। प्रकरण में पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी लालूराम गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया।

विद्यार्थियों को खाना फेंकने के लिए भड़काया

उदयपुर के गोगुन्दा में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में इंटरवेल के समय शिक्षक के कहने पर बच्चों को भोजन खिलाने में सहयोग कर रही छात्रा निमा मेघवाल ने कहा कि मिड डे मील में खाना बनाने वाले कुक लालूराम गुर्जर ने ही विद्यार्थियों को भड़का कर खाना फेंकने पर मजबूर किया है। जब वह अपने सहेली व दो सवर्ण जाति के बच्चों के साथ सभी बच्चों को खाना परोस रही थी। तब कुक ने कहा था कि यह मेघवाल नीच जाति की है। इनके हाथ का छुआ खाना कोई कैसे खा सकता है। बच्चों को भड़का कर खाना फेंकने पर मजबूर किया। आटा व बाकी सब्जी को भी कुक ने फेंक दिया।

यह है मामला

उदयपुर जिले के गोगुन्दा थाना इलाके के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भारोड़ी में कक्षा 8वीं की छात्रा निमा मेघवाल गत शुक्रवार को पिता लालूराम मेघवाल के साथ थाने पहुंची। जहां निमा ने थानाधिकारी को लिखित तहरीर देकर बताया कि वह तथा उसकी सहेली डिम्पल मेघवाल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भाडोरी में कक्षा 8 में अध्ययनरत है। 2 सितंबर को मध्यान्ह के समय विद्यालय में मिलने वाले मिड-डे मील के खाने के समय विद्यालय के शिक्षक द्वारा दोनों दलित छात्रों को भोजन परोसने के लिए कहा गया। दोनों ने दो राजपूत समाज के लड़कों के साथ मिलकर सभी बच्चों को खाना परोसा। तभी कुक लालूराम गुर्जर ने बच्चों को कहा कि "यह मेघवाल है। नीच जाति की, इनके हाथ का छुआ खाना कैसे खा सकते हो।" गालीगलौच भी की। इस पर सवर्ण जाति के बच्चों ने खाना फेक दिया। यह घटना सभी बच्चों व शिक्षक स्टाफ के सामने हुई। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पुलिस उपाधीक्षक गिरवा भूपेन्द्र सिंह को सौंपी है।

आरोपी गिरफ्तार

गोगुन्दा के भारोड़ी स्कूल में दलित छात्रों के खाना परोसने पर कुक द्वारा खाना फिंकवाने व दलित छात्राओं से गली गलौच मामले की जांच कर रहे गिरवा के पुलिस उपाधीक्षक भूपेन्द्र सिंह ने द मूकनायक को बताया कि उक्त मामले में पूछताछ के बाद आरोपी कुक को गिरफ्तार कर लिया है। स्कूल में जाकर घटना स्थल का निरीक्षण कर विद्यार्थियों व शिक्षकों से भी पूछताछ की है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।

शिक्षक ने दलित छात्र का हाथ तोड़ा

राजस्थान के नागौर में एक शिक्षक ने अपने ही छात्र को बेरहमी से पिटा। शिक्षक ने छात्र के साथ इस हद तक मारपीट की कि उसके हाथ में फ्रेक्चर हो गया। छात्र का कसूर बस इतना था कि शिक्षक के कहने पर उसने दस्तावेजों पर अपने सरनेम के साथ सिग्नेचर कर दिए। सिग्नेचर में सरनेम को देख कर शिक्षक आगबबूला हो गया। उसने पहले छात्र के साथ गाली गलौज की जब छात्र ने गाली देने के लिए मना किया तो शिक्षक को और गुस्सा आ गया और उसने छात्र को बुरी तरह से पीट डाला।

12वी कक्षा में पढ़ रहा है छात्र

30 अगस्त को छात्र के पिता बालू राम ने पुलिस को रिपोर्ट सौंपते हुए बताया कि उसका बेटा शिव मेघवाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता है। शिव मेघवाल 12वी कक्षा में है। 26 अगस्त 2022 की सुबह शिव मेघवाल रोजाना की तरह ही स्कूल गया था, लेकिन लगभग दोपहर दो बजे स्कूल के तीन से चार लोग उसे लेकर घर आए। उन्होंने शिव मेघवाल को घर के दरवाजे पर छोड़ दिया। शिव के साथ क्या हुआ इसकी किसी को भनक भी नहीं लगी। हम सब उस वक्त पुष्कर में थे। बाद में मामले की जानकारी मिली।

सरनेम को लेकर हुआ था विवाद

शिव मेघवाल ने अपने परिवार को बताया कि उसके शिक्षक जगदीश बिजारणियां ने उससे दस्तावेजो पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा था। जब उसने हस्ताक्षर किए तो उसमें उसका सरनेम "मेघवाल" देख कर जाट शिक्षक तैश में आ गया। पहले उसने गालियाँ दी जिसका विरोध करने पर शिक्षक ने उसके साथ मारपीट भी की। शिक्षक जाट समुदाय का है और छात्र दलित है इसी कारण से शिक्षक ने छात्र के साथ गाली-गलौज और मारपीट की थी। बहरहाल, शिव के पिता का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच राजीनामा चल रहा है।

दूसरी तरफ शिव के हाथ में फ्रेक्चर होने की बात पर नागौर के उप अधीक्षक का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है, लेकिन बाहर है इसलिए उहोंने अभी तक मेडिकल रिपोर्ट भी नहीं देखी है।

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