राजस्थान: "भं$न-च%री से पैदा नही हुए..."दौसा में सरपंच की जातिसूचक अभद्र टिप्पणी से दलित समाज में उबाल, SC/ST एक्ट के तहत FIR दर्ज

सभा के दौरान योगी ने सार्वजनिक रूप से अनुसूचित जाति की महिलाओं के खिलाफ अत्यंत अपमानजनक और जातिवादी टिप्पणी की, जो वीडियो में रिकॉर्ड हो गई। यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर सामाजिक सौहार्द को भंग करने वाली है, बल्कि यह SC/ST समुदाय के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों की एक कड़ी के रूप में देखी जा रही है।
सरपंच योगी की इस अमर्यादित टिप्पणी का वीडियो वायरल होने के बाद दलित संगठनों और समुदाय के लोगों में भारी रोष फैल गया है।
सरपंच योगी की इस अमर्यादित टिप्पणी का वीडियो वायरल होने के बाद दलित संगठनों और समुदाय के लोगों में भारी रोष फैल गया है।सोशल मीडिया
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दौसा- राजस्थान के दौसा जिले में नाथ समाज की एक सभा के दौरान सरपंच शिवचरण योगी द्वारा अनुसूचित जाति (SC) की महिलाओं के खिलाफ की गई अभद्र और जातिसूचक टिप्पणी ने पूरे दलित समाज को आक्रोशित कर दिया है। घटना 14 दिसंबर को सिंगवाड़ा रोड स्थित नाथ समाज छात्रावास में हुई, जहां नाथ समाज के प्रदेश चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। सरपंच योगी की इस अमर्यादित टिप्पणी का वीडियो वायरल होने के बाद दलित संगठनों और समुदाय के लोगों में भारी रोष फैल गया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए SC/ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 की धारा 3(1)(r), 3(1)(s), 4 और 3(2)(va) तथा भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 353(2) के तहत FIR नंबर 0461 दर्ज की है।

अम्बेडकरवादी अधिवक्ता विकास कुमार जाटव ने द मूकनायक के साथ FIR की प्रति शेयर करते हुए बताया कि यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर सामाजिक सौहार्द को भंग करने वाली है, बल्कि यह SC/ST समुदाय के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों की एक कड़ी के रूप में देखी जा रही है। दौसा सदर थाने में 15 दिसंबर को दोपहर दर्ज हुई इस शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता सतीश कुमार ने बताया कि सरपंच की टिप्पणी से दो समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया है और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की जा रही है।

सभा में क्या हुआ?

नाथ समाज छात्रावास, सिंगवाड़ा रोड पर 14 दिसंबर रविवार को नाथ समाज के प्रदेश चुनाव से जुड़ी एक बड़ी सभा का आयोजन किया गया था। इस सभा में नाथ समाज के जिलाध्यक्ष और वर्तमान गुर्जर सीमला (मेहंदीपुर बालाजी) के सरपंच शिवचरण योगी मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद थे। सभा के दौरान योगी ने सार्वजनिक रूप से अनुसूचित जाति की महिलाओं के खिलाफ अत्यंत अपमानजनक और जातिवादी टिप्पणी की, जो वीडियो में रिकॉर्ड हो गई।

शिकायत के अनुसार, योगी ने कहा, "हम कोई भं$%न और च%री के मूत नहीं हैं।" यह टिप्पणी SC समुदाय की महिलाओं को उनकी जाति के आधार पर अपमानित करने वाली थी, जहां ऐसे शब्दों का प्रयोग जातिगत भेदभाव को दर्शाता है। यह टिप्पणी न केवल महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली थी, बल्कि पूरे SC/ST समुदाय को नीचा दिखाने का प्रयास था। सभा में मौजूद लोगों ने इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और दलित संगठनों के बीच गुस्से को भड़का दिया।

शिकायतकर्ता सतीश कुमार ने थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसी टिप्पणियां सामाजिक सौहार्द को नष्ट करती हैं और दो वर्गों के बीच वैमनस्य पैदा करती हैं। जाँच सर्किल अफसर दौसा धर्मेन्द्र शर्मा को सौंपी गयी है।

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