मूंछ-दाढ़ी रखने पर दलित युवक की बेरहमी से पिटाई, ससुर की हालत नाज़ुक – जानिए जूनागढ़ का पूरा मामला

जूनागढ़ जिले में ऊंची जाति के पांच लोगों ने मूंछ और दाढ़ी रखने पर दलित युवक और उसके ससुर को पीटा, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती।
पिटाई, सांकेतिक तस्वीर
पिटाई, सांकेतिक तस्वीर
Published on

राजकोट: जूनागढ़ जिले के विसावदर तालुका के वाजली गांव में ऊंची जाति के पांच लोगों ने एक 27 वर्षीय दलित युवक को कथित तौर पर मूंछ और दाढ़ी रखने के कारण पीट दिया और जातिसूचक गालियां दीं। घटना 11 अगस्त को हुई, लेकिन मामला तब सामने आया जब पीड़ित सागर मकवाना ने मंगलवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

हमले में सागर मकवाना के ससुर जीवन कारसन गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें जूनागढ़ सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना कैसे हुई

एफआईआर के अनुसार, मंगनाथ पिपली गांव के रहने वाले सागर मकवाना अपनी खराब हो चुकी मोटरसाइकिल को खींचते हुए वाजली गांव से गुजर रहे थे। इसी दौरान शैलेश जेबलिया और लालो भूपत काठी दरबार ने उन्हें रोक लिया। आरोप है कि दोनों ने उनकी मूंछ और दाढ़ी को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि उनके जाति के लोग ऊंची जाति जैसा रूप नहीं रख सकते। इसके बाद उन्होंने जातिसूचक गालियां दीं और ऐसा न करने की चेतावनी दी।

जब विवाद बढ़ा और दोनों ने पीटना शुरू किया, तो सागर किसी तरह बचकर पास में ही अपने ससुर के घर पहुंच गए। कारसन ने सुझाव दिया कि वे जेबलिया से बात करके मामला सुलझा लें। लेकिन जब वे वहां पहुंचे, तो भूपत कार से तीन अन्य अज्ञात लोगों के साथ आया। पांचों ने मिलकर दोनों को गालियां दीं और बेरहमी से पीट दिया।

गांववाले मौके पर इकट्ठा होने लगे तो आरोपी वहां से भाग गए। इसके बाद स्थानीय लोगों ने घायल दोनों को अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के मुताबिक कारसन की हालत नाज़ुक है।

पुलिस की कार्रवाई

विसावदर के सहायक पुलिस अधीक्षक रोहित कुमार ने बताया कि आरोपी, कारसन के ही गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा, “आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी गई है, जल्द ही उन्हें पकड़ा जाएगा। सागर मकवाना खेतिहर मज़दूर हैं।”

पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की मारपीट, अवैध जमावड़ा और दंगा करने से जुड़ी धाराओं के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत भी केस दर्ज किया है।

पिटाई, सांकेतिक तस्वीर
MP के देवास में दलित युवकों पर थर्ड डिग्री टॉर्चर का आरोप — नाखून तक तोड़े, पुलिस पर जांच के आदेश
पिटाई, सांकेतिक तस्वीर
"क्या सफ़ाई कर्मचारी देशद्रोही हैं?" चेन्नई में आंदोलनरत कर्मचारियों पर पुलिस कारवाई को लेकर DMK सरकार के विरुद्ध जनाक्रोश!
पिटाई, सांकेतिक तस्वीर
आधार-पैन होने के बाद भी क्यों नहीं मिली नागरिकता? बॉम्बे हाईकोर्ट ने ठाणे के 'कथित बांग्लादेशी' की जमानत ठुकराई

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com