
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर शहर में समाज कल्याण विभाग के छात्रावास में रह रहे अनुसूचित जाति के बच्चों के साथ छात्रावास परिसर में घुस कर मारपीट करने का मामला सामने आया है। इस दौरान कई बच्चों के चोटे भी आई हैं। गत 9 अगस्त को छात्रावास परिसर में घुसे लोगों ने बच्चों को जाति के आधार पर अपमानित भी किया। छात्रों से मारपीट की घटना के दूसरे दिन एक पीडि़त छात्र ने तीन लोगों को नामजद करते हुए भगत की कोठी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्रकरण के अनुसार जोधपुर शहर के भगत की कोठी स्थित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित नवजीवन छात्रावास में बाहर से कुछ असामाजिक तत्व परिसर में घुसे थे। उन्होंने छात्रावास में रहने वाले नाबालिग विद्यार्थियों पर हमला कर दिया। मारपीट से कई बच्चे घायल हो गए। प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। ऐेसे में छात्रावास में रह रहे कक्षा 9 से 12वीं तक बच्चों में भय का माहौल है। डर के कारण पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं। छात्र जितेन्द्र मेघवाल ने भगत की कोठी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें बताया कि छात्र हॉस्टल परिसर में कबड्डी खेल रहे थे। इस दौरान शाम साढ़े पांच बजे आरोपी सुरेश प्रजापत ने छात्रावास में घुस कर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्रता की। कुछ देर बाद आरोपी सुरेश का लडका अपने आठ से 10 अन्य साथियों के साथ आया। डंडे व बेल्ट से मारपीट की। मारपीट में छात्र सुनिल, भंवराराम, सुरेन्द्र, दशरथ के साथ ही प्रार्थी छात्र के भी चोट आई है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की। आरोपियों को बुलाकर कुछ देर थाने में भी बैठाया गया, लेकिन कुछ देर बाद छोड़ दिया गया।
दलित शोषण मुक्ति मंच के प्रदेश संयोजक एडवोकेट किशन मेघवाल ने द मूकनायक को बताया कि पहले आरोपी मासूम बच्चों के हॉस्टल में घुस कर मारपीट करते हैं। जाति को आधार बनाकर अपमानित किया जाता है। मारपीट में चोटिल हुए बच्चे जब पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाते हैं तो आरोपी बचाव के लिए छोटे बच्चों पर मारपीट के आरोप लगाकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाता है। बच्चों पर राजीनामे का दबाव बनाता है। उन्होंने कहा कि छात्रों पर अत्याचार नाकाबिले बर्दाश्त है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इण्डिया (एसएफआई) के जिला संयुक्त सचिव सूरज मेघवाल ने बताया कि विद्यार्थियों के साथ मारपीट करने वाले आपराधिक तत्वों को अविलम्ब गिरफ्तार किया जाए। छात्रावास के वार्डन तथा जिम्मेदार विभागीय अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। जिम्मेदार छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। ऐसा नहीं करने पर छात्र संगठन सड़क पर उतरकर अपने हक अधिकार के लिए प्रदर्शन करेगा।
स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इण्डिया (एसएफआई) के जिला उपाध्यक्ष एवं जेएनवीयू छात्र समिति संयोजक महेंद्र मेघवाल ने द मूकनायक को बताया कि जोधपुर में समाज कल्याण विभाग के अधीन भगत की कोठी में नवजीवन छात्रावास है। छात्रावास में अस्थाई वार्डन, चौकीदार है। परिसर में आए दिन हर कोई घुस कर एससी, एसटी के बच्चों के साथ मारपीट करता रहता है। सुरक्षा का कोई बंदोबस्त नहीं है।
प्रदर्शन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता राहुल बामणिया, एल.आर. भाटी, सुनिल जनागल, गणेश धांधू, नरपत यादव, एडवोकेट गणपत इंदलिया, रामवीर जाटोलिया, सतीश काटरवाड़ा, विष्णु कुमार, संजीव वर्मा, कुंवरराज जयपाल, रमेश बारूपाल, एडवोकेट एम.एल. मेघवाल, एडवोकेट पूजा भाटी, कानाराम परिहार, रमेश बारूपाल, कैलाश मेघवाल, भूपेंद्र गर्ग, मेघराज मेघवाल, सुगना राम मेघवाल, सुरेश मेघवाल, नेनाराम, अमृत मेघवाल, पवन, भूराराम व डूंगरराम सहित विभिन्न संगठनों के अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें-
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें व्हाट्सअप पर प्राप्त करने के लिए आप हमारे व्हाट्सअप ग्रुप से भी जुड़ सकते हैं। व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें.