कोयंबटूर: दलित छात्रा को आया पीरियड तो कक्षा के बाहर दिलवाई गई परीक्षा, भेदभाव का आरोप

13 वर्षीय छात्रा को 5 अप्रैल 2025 को पहली बार माहवारी आई थी। इसके दो दिन बाद, 7 अप्रैल को विज्ञान की परीक्षा और उसके बाद सामाजिक विज्ञान की परीक्षा छात्रा को कथित रूप से कक्षा के बाहर बैठाकर दिलाई गई।
सांकेतिक फोटो।
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कोयंबटूर — अरूण्तथियार समुदाय से ताल्लुक रखने वाली कक्षा 8 की एक दलित छात्रा को माहवारी आने के बाद परीक्षा कक्षा के बाहर बैठाकर दिलाने का मामला सामने आया है। यह घटना कोयंबटूर जिले के किना‍थुकडावु तालुक के पास स्थित एक निजी स्कूल में हुई, जिससे क्षेत्र में रोष फैल गया है और इसे जातिगत भेदभाव का मामला बताया जा रहा है।

यह घटना स्वामी चिद्भवंदा मैट्रिक हायर सेकेंडरी स्कूल, सेनगुट्टैपालायम गांव में घटी। 13 वर्षीय छात्रा को 5 अप्रैल 2025 को पहली बार माहवारी आई थी। इसके दो दिन बाद, 7 अप्रैल को विज्ञान की परीक्षा और उसके बाद सामाजिक विज्ञान की परीक्षा छात्रा को कथित रूप से कक्षा के बाहर बैठाकर दिलाई गई।

छात्रा ने 7 अप्रैल की शाम को अपनी मां को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद बुधवार को मां स्कूल पहुंचीं और देखा कि उनकी बेटी को कक्षा के बाहर परीक्षा दिलाई जा रही थी। मां ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

एक दलित अधिकार कार्यकर्ता ने कहा, “यह साफ तौर पर जाति और माहवारी से जुड़ी सामाजिक कुरीतियों पर आधारित भेदभाव का मामला है। शैक्षणिक संस्थानों में इस तरह की असंवेदनशीलता को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता।”

इधर, स्थानीय ग्रामीणों का एक समूह शुक्रवार सुबह 10:30 बजे पोल्लाची सब-कलेक्टर से मिलकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेगा।

कोयंबटूर के जिलाधिकारी पवनकुमार जी गिरियप्पनवर ने पुष्टि की है कि कोयंबटूर ग्रामीण पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया, “मैट्रिकुलेशन स्कूलों के निरीक्षक को इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। जांच के आधार पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

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