बिहार : बंदूक के दम पर ठाकुरों ने दलित लड़की का किया अपहरण, मां से बोले- ‘2 दिन बाद लौटा देंगे’, फिर मिली लाश

बंदूक के दम पर ठाकुरों ने दलित लड़की का किया अपहरण / द मूकनायक
बंदूक के दम पर ठाकुरों ने दलित लड़की का किया अपहरण / द मूकनायक

बिहार। प्रदेश में कानून की दुरुस्त व्यवस्था का हवाला देने व सुशासन बाबू कहलाने वाले नीतीश कुमार के राज्य से एक दिल दहला देने वाली वीभत्स घटना सामने आई है। एक 20 वर्षीय दलित लड़की को कथित रूप से ठाकुर समाज के लोग बंदूक की धौंस पर जबरन अपाहरण कर ले गए। लड़की का परिवार रोत बिलखता रहा लेकिन अंत में उन्हें अपनी बेटी का शव मिल।

क्या है पूरा मामला

बिहार के वैशाली में तिसिऔता थाने के अंतर्गत आने वाले शाहपुर गांव में एक दलित लड़की को कथित रूप से ठाकुर समाज के लोगों ने किडनैप कर उसका रेप किया और उसकी हत्या कर दी।

जानकारी के मुताबिक, शाहपुर गांव में 20 दिसंबर को ठाकुर समाज के लोग उसे उस वक्त किडनैप करके ले गए जब वो शौच के लिए निकली थी। ठाकुरों ने बंदूक के दम पर लड़की का अपहरण किया।

जब लड़की की मां गाँव के लोगों के साथ बेटी को लेने ठाकुरों के घर गई तो उसे ये कहकर भगा दिया कि दो दिन बाद तुम्हारी बेटी लौटा दी जाएगी। 2 दिन बाद लड़की को वापस भेज देने की बात बोलकर ठाकुरों ने लड़की की मां और गांव वालों को वहां से भगा दिया। लड़की की माँ से ठाकुरों के शब्द थे; "दो दिन बात लड़की लौटा देंगे,"

मां ने अपनी बेटी के वापस आने का इतंजार भी किया। घटना के 6 दिन बाद पानी में डूबी लड़की की लाश मिली। 26 दिसंबर को बकरी चराने गई महिलाओं को पानी में डूबी लाश मिली जिसकी पहचान उसी लड़की के रुप में हुई है।

मां ने दर्ज कराई शिकायत

लड़की की मां इंसाफ की मांग करते हुए पुलिस के पास पहुंच चुकी है। पीड़िता की माँ ने गांव के इन ठाकुरों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता की माँ ने अनुराग कुमार, राकेश चौधरी, मनोज चौधरी, अंशु कुमार को मुख्य आरोपी बताया है।

कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने उठाई आवाज

इस अमानवीय और अमर्यादित घटना पर सोशल मीडिया पर भी लोग अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। इसके साथ ही दिल्ली के कैबिनेट मंत्री ने इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। प्रधानमंत्री को टैग करते हुए दिल्ली के सामाजिक कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "इस ह्रदय विदारक घटना ने फिल्म रॉउडी राठौर की याद दिला दी, कुछ लोग समझते हैं की यह केवल फिल्मों में होता है, नहीं ज़नाब यह आज भी देश की हकीकत है और इसी वजह से भारत लगातार कमजोर हो रहा है, क्या देश के @PMOIndia इस तरह की बढ़ती घटनाओं पर कार्यवाही करेगा?"

इस मामले पर अभी तक बिहार सरकार की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है। सुशासन का हवाला तो सरकार देती है लेकिन निचली जाति के लोगों के साथ उंची जातियों द्वारा किए जाने वाले ऐसी अमानवीय घटनाओं की खबरें भी यहीं से आती हैं।

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