लव-मैरिज तोड़ने से लड़की ने किया इनकार, सरपंच पति ने गांव के सामने पीटा.. अब किया आत्मसमर्पण

व-मैरिज तोड़ने से लड़की ने किया इनकार, सरपंच पति ने गांव के सामने पीटा
व-मैरिज तोड़ने से लड़की ने किया इनकार, सरपंच पति ने गांव के सामने पीटा

लड़की को पूरे गांव के सामने थप्पड़ मारने वाले सरपंच पति ने कोर्ट में किया सरेंडर।

हमारा समाज एक पितृसत्तात्मक समाज है। पितृसत्तात्मक समाज में पुरुष प्रधान एवं स्त्रियों को गौण माना जाता रहा है। अगर इसका उदाहरण आपको देखना है तो देश के उन गांवों में चले जाईए जहां पर महिलाओं को सरपंच की सीट से चुनाव में खड़ा तो कर देते हैं लेकिन जीतने के बाद प्रधानपति या सरपंचपति बनकर खुद धौंस जमाते हैं। अब बिहार के पूर्णिया से इसका जीता जागता उदाहरण सामने आया है। बिहार के पूर्णिया जिले के गणेशपुर गांव की सरपंच के पति ने भरी पंचायत में एक लड़की के साथ मारपीट की। इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से ही सरपंच पति फरार चल रहे थे। मामला ज्यादा बढ़ने पर आज शुक्रवार को सरपंच पति ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है।

क्या है पूरा मामला

दरअसल ये पूरा मामला प्रेम विवाह का था। बिहार के पूर्णिया जिले के गणेशपुर गांव में एक लड़का-लड़की ने घर से भागकर कोर्ट मैरिज कर ली थी। लड़की का नाम सोनम है। सोनम को पूर्णिया के ही बैरगाछी इलाके के एक लड़के से प्रेम था। बीते 12 दिसंबर को सोनम ने अपने प्रेमी से कानूनी रूप से शादी (कोर्ट मैरिज) कर ली थी। कोर्ट मैरिज के बाद जब वो गांव वापस आई तो गांव के सरपंच पति ने उसके साथ बदसलूकी की।

लड़का और लड़की अपने मैरिज एफीडेबिट के साथ
लड़का और लड़की अपने मैरिज एफीडेबिट के साथ

द लल्नटॉप के अनुसार, गणेशपुर की नवनिर्वाचित सरपंच किरण देवी के पति सुरेंद्र चौधरी ने लड़की पर शादी तोड़ने और एग्रीमेंट पर साइन करने का दबाव बनाया। सोनम ने सरपंच पति की बात को मानने से इनकार कर दिया और हाथ-पैर जोड़ते हुए इस एग्रीमेंट पर साइन करने से मना कर दिया। इस पर सुरेंद्र ने उसकी पिटाई की। इस पीटाई का वीडियो पूर्णिया टाइम्स ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया जिसके बाद से ही ये मामला लाइमलाइट में आ गया।

इस वीडियो में सरपंच पति सुरेंद्र चौधरी लड़की को थप्पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा उनकी भाषा भी अमर्यादित है। वो सोनम को गाली देते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो के अंत में उनके हाथ में कोड़ा भी देख सकते हैं जिससे वो सोनम को डरा कर साइन करने के लिए मजबूर कर रहे थे।

किरण देवी हैं असली सरपंच

खास बात तो ये हैं कि, जिस धौंस से सरपंच पति सोनम को थप्पड़ मार रहे हैं वो पावर उनको नही बल्कि उनकी पत्नी को मिली है। जी हां! बिहार में अभी चंद महीने पहले पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं।  इसके नतीजे बीते हफ्ते ही आए हैं। ऐसे में कुछ लोगों का यह भी कहना है कि अभी तो असली सरपंच किरण चौधरी ने विधिवत पद भी ग्रहण नहीं किया और उनके पति की हनक देखने को मिल रही है।

मीडिया को बयान देते सरपंचपति सुरेन्द्र चौधरी
मीडिया को बयान देते सरपंचपति सुरेन्द्र चौधरी

वैसे देखा जाए तो कानूनी तौर पर गांव के किसी मामले को सुलझाने और उसपर अपनी प्रतिक्रिया रखने का हक किरण चौधरी का है जो कि चुनाव में जीती हैं। लेकिन देश की यही असली तस्वीर है कि जब सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण पर जोर देने के लिए महिला प्रत्याशियों की सीट निकलती है तब महिलाएं बस नाम के लिए उस सीट से चुनाव लड़ती हैं। असल में तो घर के पुरुष ही पावर का इस्तेमाल करते हैं, महिला बस एक कठपुतली की तरह कागजी कार्यवाही के लिए उपस्थित होती है। पूर्णिया वाले मामले में भी ठीक ऐसा ही देखने को मिला है जहां किरण चौधरी की जगह उनके पति सुरेंद्र चौधरी सरपंच पति बनकर पावर की धौंस दिखा रहे हैं।

कोर्ट में किया आत्मसमर्पण

दरअसल सोशल मीडिया पर सोनम के साथ हुई मारपीटाई का वीडियो वायरल होने के बाद ही इस पर कार्यवाही हुई थी। लड़की सोनम के परिवार वालों ने सरपंच पति के खिलाफ एसटी-एससी मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी दयाशंकर ने पूरे मामले पर संज्ञान लिया और एसपी के आदेश पर सुरेन्द्र चौधरी के खिलाफ केनगर थाना में मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद ही सरपंच पति सुरेंद्र चैधरी फरार था।

मामला इतना ज्यादा बढ़ गया कि अंत में सरपंच पति सुरेंद्र चौधरी को आत्मसमर्ण करना पड़ा। आज शुक्रवार को पुलिसिया दबाव में पूर्णिया न्यायालय में सुरेंद्र चौधरी ने आत्मसमर्पण किया है।

सरपंचपति ने दी थी सफाई

मामले में इतना सब होने के बाद भी सरपंचपति सुरेंद्र चौधरी सफाई पेश करते हुए इसे अपने खिलाफ एक साजिश बता डाला। द लल्नटॉप के अनुसार, सुरेंद्र ने मीडिया के सामने अपना पक्ष भी रखा था। उन्होंने कहा कि ऐसा करने के लिए लड़की के घरवालों ने उनपर दबाव बनाया था। उन्होंने ये भी कहा कि इस घटना के बाद पीड़ित पक्ष ने उनके साथ हिंसा की। उनका पर्स, मोबाइल और पैसे छीन कर उन्हें लाठी से पीटा। सरपंच पति का कहना है कि ये जोगानन्द की साजिश थी, जिसने वह वीडियो बनाया था।  अपने खिलाफ साजिश का हवाला देते हुए सुरेंद्र चौधरी ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

वैसे इस पूरे मामले पर जनता का सवाल ये है कि जब लड़की बालिग है तो उसके साथ मारपीट क्यों की गई। एक बालिग को अपनी इच्छा से जीवनसाथी चुनने का अधिकार है। कानूनी तौर पर ये सही है और जब यह शादी कोर्ट द्वारा मान्य है तो लड़की की इच्छा के विरुद्ध उसे तुड़वाना और हिंसा का सहारा लेना कहां तक सही है! ये तो एक तरह से अपने आप में कानूनन अपराध है। वैसे सोनम के साथ हुई ये बदसलूकी कैमरे में कैद हो गई तो दुनिया के सामने आ गई नहीं तो ऐसी कई सारी सोनम हैं जिनके साथ हुई बदसलूकी हमारे सामने नहीं पहुंच पाती। गांव में अभी भी इस तरह की व्यवस्था है जहां महिला एक कठपुतली है और पुरुष उस कठपुतली को नचाने वाला।

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