अब अमरीकी स्कूलों में भी हिन्दी भाषा में पढ़ाई शुरू हो सकती है। इसे लेकर राष्ट्रपति बाइडेन को प्रस्ताव सौंपा गया है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े एशिया सोसाइटी और इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट के प्रतिनिधियों ने इसकी पहल की है। इसके तहत 816 करोड़ रुपये के फंड से लगभग 1000 स्कूलों में हिन्दी विषय की पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है।
रिपोर्ट्स की मानें तो इस प्रस्ताव को मंज़ूरी मिल जाएगी, क्योंकि बाइडेन प्रशासन का रुख भारत के प्रति सकारात्मक है। इसके अलावा अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतवंशी मतदाता हैं, ऐसे में हिन्दी की पढ़ाई शुरू करने से आगामी राष्ट्रपति चुनाव में भी डेमोक्रेटिक पार्टी को फायदा मिल सकता है।
हालांकि अमेरिका में हाई स्कूल के स्तर पर हिन्दी कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। लेकिन इनकी पढ़ाई बेसिक लेवल पर होती है। साथ ही हाई स्कूल स्तर पर होने के कारण बच्चे इसे आसानी से सीख नहीं पाते है। ऐसे में प्राथमिक कक्षाओं से भी हिंदी की पढ़ाई करवाने से स्टूडेंट्स को फ़ायदा होगा।
बता दें कि हिंदी भाषा को पहले से ही वैश्विक स्तर पर काफी पहचान मिली हुई है। वर्तमान में यह कई देशों में पढ़ाई जा रही है. इनमें मॉरिशस, फिजी, जापान, इटली, नेपाल, दक्षिण अफ़्रीका, फिनलैंड समेत कई ऐसे देश शामिल हैं। इसके अलावा हाल ही में ब्रिटेन ने भी इसी शैक्षणिक सत्र से 1500 स्कूलों में हिन्दी भाषा की पढ़ाई शुरू करने का फ़ैसला किया है. इसके लिए वहां की सरकार ने 2 करोड़ रुपए का बजट भी आवंटित किया है।
एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि अमेरिका के प्राथमिक स्कूलों में भी हिंदी की पढ़ाई के लिए एक प्रस्ताव को राष्ट्रपति जो बाइडन को सौंपा गया है। इसमें कहा गया है कि अमेरिका के प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों के पास यह विकल्प होगा कि वे पहली भाषा अंग्रेजी के बाद हिंदी को बतौर दूसरी भाषा चुन सकते और इसे वह पढ़ सकते है।
ऐसे में यह माना जा रहा है कि अमेरिका के स्कूलों में अगले साल सिंतबर से हिंदी भाषा की पढ़ाई हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे पहले अमेरिका में स्पेनिश दूसरी ऐसी भाषा थी जिसे वहां के स्कूलों में पढ़ाया जाता था लेकिन कई कारणों के चलते और विशेषकर भारत के इस दशक के अंत तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की प्रबल संभावनाओं के मद्देनजर अमेरिका ऐसा फैसला लेने जा रहा है।
अगर ऐसा हुआ और अमेरिका के प्राथमिक स्कूलों में हिंदी पढ़ाई गई तो इससे वहां रह रहे लगभग 45 लाख भारतवंशियों को इसका फायदा पहुंचेगा। बता दें कि अमेरिका में हिंदी सर्वाधिक 9 लाख से ज्यादा लोगों द्वारा बोली जाने वाली भारतीय भाषा है। फिलहाल अमेरिका में हिन्दी पाठ्यक्रम केवल हाई स्कूल स्तर पर ही चलाये जा रहे हैं। इंडिया इम्पैक्ट के अध्यक्ष नील मखीजा कहते हैं कि जब बच्चे प्राथमिक स्तर पर हिन्दी नहीं पढ़ेंगे तो उच्च स्तर की हिन्दी नहीं समझ सकेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में भारतीयों की बहुलता वाले न्यू जर्सी टैक्सास निवास और कैलिफोर्निया राज्य में हिंदी पढ़ाने वाले लगभग 10 स्कूल हैं 3 चरणों का कोर्स तय किया गया है शुरुआती माध्यम और उच्चतर स्तर। 20 साल तक पहले अमेरिका में हिंदी पढ़ाने वाला कोई भी स्कूल नहीं था। हिंदी में बच्चों का नामांकन भी बढा है।
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