अब तक की खबरें: कानपुर देहात में ओबीसी समाज के दो सगे भाइयों की हत्या

हत्या
हत्यासाभार- इंटरनेट/ सांकेतिक फोटो

नई दिल्ली। देश के अलग-अलग राज्यों से बीते 24 घंटे में दलित अत्याचार, महिला उत्पीड़न व हत्या की खबरें सामने आई है। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में पिछड़े समाज से आने वाले दो भाइयों की जमीन विवाद में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। वहीं तेलंगाना के खम्मम जिले में दलित बंधू योजना में अपात्रों को जोड़ने पर दलित समाज के लोगों ने गत दिनों प्रदर्शन किया।

विश्वकर्मा परिवार पर किया कुल्हाड़ी डंडों से वार

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के बाद कानपुर देहात में दो सगे भाइयों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। परिवार के अन्य चार सदस्यों को भी बेरहमी से पीटा गया। सभी घायलों का इलाज कानपुर के हैलट अस्पताल में कराया जा रहा है। विवाद की जड़ जमीन का बैनामा न होना बताया जा रहा है।

यहां भी देवरिया जैसे ही हालात रहे। पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की लापरवाही भी निकलकर सामने आ रही है। यहां भी पुलिस, प्रशासन और सीएम विंडो तक शिकायत हुई मगर कोई एक्शन नहीं हुआ।

मामला जिले की गजनेर थाना क्षेत्र के निनाया गांव का है। दो लोगों की हत्या के बाद गांव में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। वहीं ग्रामीणों ने दबी जुबान जो कुछ बताया, उससे यह तो तय है कि गांव में इस क्राइम सीन की कहानी पहले ही लिखी जा चुकी थी।

नानिया गांव में सत्य नारायण शर्मा और मोहन शुक्ला के बीच गुरुवार की शाम पिकअप खड़ी करने को लेकर विवाद हुआ। विवाद कुछ देर में शांत हो गया। इसके बाद रात 11.30 बजे मोहन शुक्ला अपने परिवार के साथ लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी लेकर सत्य नारायण शर्मा के घर पहुंच गए। यहां सत्य नारायण अपने घर के बाहर चारपाई पर सो रहा था।

इसके बाद सभी उसे पीटने लगे। बीच-बचाव करने आए सत्य नारायण के पूरे परिवार को पीटना शुरू कर दिया गया। मनोज एंड फैमिली ने एक-एक कर सभी को मरणासन्न कर दिया। इस घटना में सत्य नारायण (72) और उनके भाई रामवीर (56) की मौत हो गई।

जबकि रामवीर की पत्नी मधु, बेटी मीनू, काजल और बेटा संजू घायल को उसी रात गजनेर में भर्ती कराया गया। सभी की नाजुक हालत देखते हुए उन्हें कानपुर रेफर कर दिया गया।

तेलंगाना: दलित बंधू योजना में अनियमितताओं को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू

खम्मम जिले में दलित बंधू योजना के कार्यान्वयन में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए, हताशा और असंतोष के प्रदर्शन में, सैकड़ों दलित, अपने परिवार के सदस्यों के साथ, रघुनाधापलेम मंडल में स्थित बुदिदमपाडु गांव में सड़कों पर उतर आए। काले झंडे लहराने और नारे लगाने वाले प्रदर्शनकारियों ने गत गुरुवार को यहां खम्मम से येलांडु मार्ग पर घंटों तक यातायात ठप कर दिया।

बुदिदमपाडु गांव में रहने वाले अनुमानित 400 दलित परिवारों के साथ, यह पता चला कि बीआरएस पार्टी के सदस्यों सहित कई अयोग्य लाभार्थियों को दलित बंधू योजना सूची में शामिल किया गया था। कथित तौर पर, बीआरएस पार्टी के कुछ नेताओं ने गांव में अपने साथी पार्टी कार्यकर्ताओं को सूची में शामिल होने के बारे में सूचित किया था। सत्ताधारी दल के कुछ नेता जानबूझकर हमारे समावेश में बाधा डाल रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान स्थानीय पुलिस ने हस्तक्षेप किया और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि वे शीघ्र समाधान के लिए इस मुद्दे को जिला प्रशासन तक पहुंचाएंगे। अनियमितताओं के ये आरोप सरकारी कल्याण कार्यक्रमों के पारदर्शी कार्यान्वयन की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं।

नाबालिग से बलात्कार के आरोप में बुजुर्ग गिरफ्तार

हिमाचल प्रदेश के गगरेट में एक बुजुर्ग की ओर से नौ वर्षीय बच्ची के साथ अश्लील हरकतें व बलात्कार का मामला सामने आया है। करीब एक सप्ताह से एक वीडियो इंटरनेट के माध्यम से लोगों के मोबाइल में प्रसारित हो रहा था, जिसमें 75 वर्षीय बुजुर्ग नाबालिग के साथ अश्लील हरकतें करते दिख रहा था। पुलिस के उच्च अधिकारियों ने वीडियो में दिख रहे बुजुर्ग व नाबालिग की पहचान की और नाबालिग के स्वजन से इस विषय पर जानकारी ली। स्वजन ने पुष्टि की कि वीडियो में दिखने वाले बुजुर्ग ने उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया है, लेकिन उक्त व्यक्ति क्षेत्र में प्रतिष्ठित है और हम प्रदेश से बाहर के लोग हैं, इसलिए हम इस विषय पर चुप रहे।

आरोपित गगरेट भाजपा मंडल का पूर्व पदाधिकारी बताया जा रहा है। पुलिस ने नाबालिग के स्वजन के बयान कलमबद्ध करके आरोपित पर पॉक्सो एक्ट व बलात्कार का केस दर्ज करके मामला महिला थाने में रेफर कर दिया। डीएसपी अंब डॉ. वसुधा सूद ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले को आगामी कार्रवाई के लिए मामला महिला थाना ऊना को प्रेषित कर दिया है।

हेपेटाइटिस की दवाएं बेचते वार्ड ब्वाय का वीडियो वायरल, हड़कंप

उत्तर प्रदेश के अमरोहा में गरीब तबके की आबादी को सरकारी अस्पतालों में मुहैया कराई जा रहीं जानलेवा हैपेटाइटिस की दवाएं महज 500 रुपये में बेची जा रही हैं। मामले से जुड़ा वीडियो गुरुवार दोपहर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। जानलेवा हैपेटाइटिस बी व सी की दवाएं मरीजों से पैसे लेकर बांटने का मामला प्रकाश में आया है। गौरतलब है कि गरीब तबके की आबादी को शासन स्तर से जानलेवा बीमारी की दवाएं सरकारी अस्पतालों में मुहैया कराई जा रही हैं।

कर्मचारी मरीजों से पैसे लेकर दवाएं बांट रहे हैं। मामले से जुड़ा वीडियो गुरुवार दोपहर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से महकमे में हड़कंप मचा है। वायरल वीडियो में जिला अस्पताल में तैनात वार्ड ब्वाय एक के बाद दूसरे मरीज से पैसे लेकर दवा देता दिखाई दे रहा है। मामले में सही जांच के बाद कई और नाम भी सामने आ सकते हैं। फिलहाल वायरल वीडियो ने जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। सुपरिटेंडेंट जिला अस्पताल डॉ चरन सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो की जानकारी हुई है। पूरे मामले में जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

हत्या
स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी: वाशिंगटन में 14 अक्टूबर को अनावरित होगी बाबा साहब की सबसे ऊंची प्रतिमा
हत्या
मध्य प्रदेश: जनजाति छात्रावास के अंतः वासी छात्र भूख हड़ताल पर बैठे, आखिर क्या है कारण?
हत्या
राजस्थान: ट्रांसजेंडर नूर को मिला जयपुर के प्रतिष्ठित महारानी कॉलेज में दाखिला, प्रवेश के लिए क्यों करना पड़ा संघर्ष?

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com