हरियाणा पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को किया डिटेन
हरियाणा पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को किया डिटेन

SSCGD 2018: हरियाणा पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को किया डिटेन, आंदोलन खत्म करवाने के लिए परिजनों पर बना रहे दबाव

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रिपोर्ट- सत्यप्रकाश भारती/अरुण कुमार वर्मा

हरियाणा के पलवल से आंदोलनकारी छात्रों को किया गया डिटेन, टिवोली रॉयल पैलेस में पुलिस ने जबरन बंद कर रखा है। बीते कई माह से अपनी मांगों को लेकर छात्र पैदल मार्च कर रहे हैं।

नई दिल्ली। SSCGD 2018 में चयनित छात्र-छात्राएं नौकरी की मांग को लेकर महाराष्ट्र के नागपुर से दिल्ली तक पैदल तिरंगा यात्रा निकाल अपना हक मांग रहे हैं। हरियाणा पुलिस ने सोमवार को यात्रा में शामिल सभी युवक-युवतियों को सुबह 11 बजे पलवल (हरियाणा) के पास से डिटेन कर एक निजी लॉन में रखा है।

इधर, आंदोलन खत्म करवाने के लिए सरकार ने नायाब तरीका निकाला है। पुलिस पर आरोप है कि, अभ्यर्थियों को डिटेन कर उनके घर का पता, थाना एवं अन्य जानकारी ली गई है। क्षेत्रीय पुलिस परिजनों से मिलकर दिल्ली जा रहे छात्र-छात्राओं को घर वापस बुलाने के लिए दबाव बना रही है।

हरियाणा पुलिस ने SSCGD 2018 के आंदोलनकारी छात्रों को किया डिटेन
हरियाणा पुलिस ने SSCGD 2018 के आंदोलनकारी छात्रों को किया डिटेन

उल्लेखनीय है कि, SSCGD 2018 के अभ्यर्थियों ने सोमवार को दिल्ली प्रेस क्लब में मांगों को लेकर एक प्रेस वार्ता रखी थी। इस प्रेस वार्ता में तिरंगा यात्रा में शामिल छात्रों के 6 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल को भी शामिल होना था। छात्रों का दल सुबह 10 बजे दिल्ली जाने के लिए निकला था। आरोप है हरियाणा पुलिस ने दिल्ली प्रेस क्लब में छोड़ने की बात कह कर प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों को डिटेन कर लिया।

वहीं तिरंगा यात्रा में चल रहे 140 अभ्यर्थियों को हरियाणा पुलिस ने दोपहर 3 बजे पलवल से 7 किलोमीटर दूर टिवोली रॉयल पैलेस में जबरन रूकवा दिया। पुलिस अधिकारियों द्वारा हर एक अभ्यर्थी का ब्यौरा तैयार किया गया है। इनमें से कई अभ्यर्थियों के घर पर उनके जिले की क्षेत्रीय पुलिस भी गई है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि पुलिस उनके परिजनों पर दबाव बना रही है।

6 छात्रों से नहीं हो पा रहा संपर्क

दिल्ली प्रेस क्लब में रखी गई एक प्रेस वार्ता के लिए 6 छात्र विशाल, कडुबा राठौर, काजल, अमिता, सलाम व सुचेन से सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। इन अभ्यर्थियों का मोबाइल बंद आ रहा है।

घर पहुंची पुलिस

आंदोलनकारी युवाओं ने बताया कि, आसाम के रहने वाले 2 अभ्यर्थियों के घर शनिवार को पुलिस गई थी। इनके परिजनों से पूछताछ की गई थी। इस दौरान पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग भी की थी। अभ्यर्थियों का कहना है कि आज भी पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम कई अभ्यर्थियों के घर गई थी।

आगरा-मथुरा पुलिस ने भी किया था दमन

आंदोलन को कुचलने के लिए पहले यूपी की आगरा व फिर मथुरा पुलिस ने यात्रा को जबरन रोकने व तितर-बितर करने की कोशिश की थी, लेकिन आंदोलनकारी युवा डटे रहे। सभी मथुरा में एकजुट होकर दिल्ली के लिए कूच कर गए थे। अब हरियाणा पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों पर कार्रवाई की है।

क्यों दिल्ली जा रहे है युवा?

अभ्यर्थियों के अनुसार, साल 2018 में आर्म्ड फोर्स में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए फार्म भरा। 2019 में पेपर दिया। 2019 में शारीरिक जांच हुई। 2020 में मेडिकल हुआ। 21 जनवरी 2022 को रिजल्ट आए। 60 हजार अभ्यर्थी पास हुए, लेकिन सरकार ने 55 हजार 9 सौ 12 को ही नौकरी दी। शेष 4000 के लगभग अभ्यर्थी बिना कारण नियुक्ति से वंचित रखे गए हैं।

नितिन गडकरी ने लिखा पत्र

आंदोलनकारी युवा वीरेंद्र कुमार चंद्रवंशी, जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि नियुक्ति के लिए हमने नागपुर में 4 मार्च 2022 से आमरण अनशन शुरू किया था। 12 मार्च को केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संबंधित केन्द्रीय मंत्रालय को पत्र लिखा। गडकरी ने दो और पत्र लिखे। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी आंदोलनकारी युवाओं से बात की, लेकिन चयनित युवाओं को नौकरियों में नहीं लिया गया। इसके बाद 1 जून 2022 से युवाओं ने नागपुर से दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया।

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