बाबा साहब को लेकर दलित सेना के संस्थापक ने दिया विवादित बयान, पुलिस ने किया गिरफ्तार

हैदराबाद पुलिस ने विवादित बयान के बाद दर्ज किया मुकदमा
हमारा प्रसाद
हमारा प्रसाद

तेलंगाना। हैदराबाद में राष्ट्रीय दलित सेना के संस्थापक हमारा प्रसाद ने एक वीडियो जारी करके कहा है कि अगर 'आज भीमराव अम्बेडकर जिंदा होते तो वह उन्हें गोली मार देते' हमारा प्रसाद ने कहा है कि वह वैसे ही गोली मारते जैसे नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी। वीडियो सामने आने के बाद हैदराबाद पुलिस ने कार्रवाई की है और हमारा प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया है।

जानिए क्या है पूरा मामला?

बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर पर राष्ट्रीय दलित सेना के संस्थापक और दलित नेता हमारा प्रसाद ने कुछ दिनों पहले एक वीडियो बनाया था। इसमें हमारा प्रसाद ने डॉ. अंबेडकर की 'रीड्ल्स इन हिंदूज्म' की किताब को दिखाया। वीडियो में वह डॉ. अंबेडकर के खिलाफ कई आपत्तिजनक बाते कहते हुए दिख रहा है। उसने कहा कि अगर आज अंबेडकर जिंदा होते तो मैं उन्हें उसी तरह मार देता, जिस तरह गोडसे ने गांधी को मारा था। इसी वीडियो में हमारा प्रसाद ने डॉ. अंबेडकर पर हिंदुओं की भावना आहत करने का भी आरोप लगाया है।

हमारा प्रसाद
PWD अधिकारी पर दलित महिला जेई के यौन शोषण का आरोप, एफआईआर दर्ज

तेजी से वायरल हुआ वीडियो

तेलंगाना के दलित नेता हमारा प्रसाद का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में प्रसाद ने डॉ. आंबेडकर की किताब 'रीडल्स इन हिंदुइज्म' के बारे में टिप्पणी की है। हमारा प्रसाद का कहना है कि इस किताब के जरिए डॉ. आंबेडकर ने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है।

बयान पर सियासत तेज

इस वीडियो के वायरल होने के बाद राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया। बहुजन समाज पार्टी की तेलंगाना इकाई के प्रमुख डॉ. आरएस प्रवीण कुमार ने भी हमारा प्रसाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

हमारा प्रसाद
दलित महिला का वोटरलिस्ट से नाम काटा, शिकायत पर एसडीएम सहित 5 अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

दबाव बढ़ता देख पुलिस ने तुरंत की गिरफ्तारी

इस मामले में हैदराबाद पुलिस ने हमारा प्रसाद के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए और 505(2) के तहत केस दर्ज किया है। उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस हमारा प्रसाद से पूछताछ कर रही है।

शोषित/वंचित, दलित, आदिवासी, महिला और अल्पसंख्यकों के मुद्दों, समस्याओं को प्रमुखता से उठाने वाली द मूकनायक की जनवादी पत्रकारिता को सपोर्ट करें। द मूकनायक आपके सहयोग से संचालित होता है। आर्थिक मदद के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
logo
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com