भारत: गुजरात, पश्चिम बंगाल, बिहार और महाराष्ट्र में साम्प्रदायिक दंगे भड़के, तनावपूर्ण शांति

रामनवमी के बाद देशभर में सांप्रदायिक हिंसा, बिहार के 5 जिलों में तनावपूर्ण माहौल, फायरिंग-बमबाजी में एक की मौत, धारा 144 लागू
देशभर में कई राज्यों से आईं हिंसा की खबरें।
देशभर में कई राज्यों से आईं हिंसा की खबरें। तस्वीर साभार- मीर फैसल

नई दिल्ली। देशभर में रामनवमी के बाद से कई राज्यों से दंगे की ख़बरें सामने आ रही हैं। गुजरात, पश्चिम बंगाल, बिहार और महाराष्ट्र में साम्प्रदायिक दंगे भड़क उठे हैं, लेकिन बिहार में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है।

बिहार के पांच जिलों में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई। इन जिलों में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा तैनात की है। उपद्रवियों की पहचान कर उन पर कार्रवाई भी की जा रही है। नालंदा के बिहार शरीफ और सासाराम में दो दिन से फायरिंग और बमबाजी की घटनाएं सामने आई हैं। नालंदा में गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है, जबकि दोनों जगहों पर कई लोग घायल हैं। बिहार शरीफ, सासाराम और गया में 125 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बिहार शरीफ में प्रशासन ने धारा 144 लागू की है।

बिहार के भागलपुर और गया में भी दंगा हुआ है। मुंगेर में शनिवार की रात मूर्ति विसर्जन को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए इस बीच जमकर मारपीट और पथराव हुआ। पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। सासाराम में पुलिस के मुताबिक गत शनिवार रात को हुए बम विस्फोट में छह लोग घायल हो गए। प्रथमदृष्टया जांच में पता चला है कि इनके पास ही बम था। दो लोगों को गिरफ्तार किया है, तीन घायलों को बीएचयू में भर्ती कराया गया है।

31 मार्च को, रामनवमी के जुलूस के दौरान, बिहारशरीफ के सबसे पुराने मदरसे, मदरसा अज़ीज़िया को हिंदुत्ववादी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। उसमें 4500 से अधिक किताबें थीं। यह मदरसा बिहार के इतिहास की सबसे परोपकारी महिला बीबी सोगरा ने अपने पति अब्दुल अजीज की याद में खोला था।
31 मार्च को, रामनवमी के जुलूस के दौरान, बिहारशरीफ के सबसे पुराने मदरसे, मदरसा अज़ीज़िया को हिंदुत्ववादी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। उसमें 4500 से अधिक किताबें थीं। यह मदरसा बिहार के इतिहास की सबसे परोपकारी महिला बीबी सोगरा ने अपने पति अब्दुल अजीज की याद में खोला था।तस्वीर साभार- मीर फैसल

दंगों के कारण गृहमंत्री शाह की सभा रद्द

बिहार में दंगा भड़कने कारण सासाराम में गत रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सभा रद्द करनी पड़ी है। यहां 5 आईपीएस अफसरों की तैनाती की गई है। सासाराम में प्रशासन ने स्कूल-कॉलेज 4 अप्रैल तक बंद कर दिए हैं। नालंदा में धारा 144 लागू है। इसके साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद की गई हैं। दंगे में पुलिस लोगों की पहचान कर गिरफ्तार कर रही है। भीड़ को उकसाने वाले लोगों पर भी कार्यवाही की गई है। अब तक 125 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अकेले बिहार शरीफ में 77 की गिरफ्तारी हुई है। वहीं सासाराम में 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दंगे की बढ़ती आग पर काबू पाने के लिए पुलिस प्रशासन ने चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए हैं। बिहार शरीफ में सुरक्षा बलों की 10 कंपनियां तैनात की गई हैं। यहां अबतक 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं।

रोहतास के जिला मुख्यालय सासाराम के सफ्फुलागंज इलाके में शनिवार शाम को फिर बम फेंके गए। यहाँ शुक्रवार को भी बमबाजी हुईं थी। पुलिस ने सूचना पर कई घरों में तलाशी की है। इसमें 8 और लोगों को हिरासत में लिया गया। अब तक कुल 25 लोगों को पुलिस ने अपनी गिरफ्तार किया है।

कैसे भड़क उठी हिंसा?

दरअसल, बिहार में गुरुवार रात रामनवमी की शोभायात्रा निकलने के बाद से ही बवाल मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि सहजलाल इलाके में बाइक खड़ी करने और नारे लगाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। एक पक्ष ने गाड़ियों में तोड़फोड़ कर शोभायात्रा से लौट रहे लोगों के साथ मारपीट की थी। इसके विरोध में शुक्रवार को दूसरा पक्ष सड़क पर उतर आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सासाराम के बस्ती मोड़, चौखंडी, आदमखानी, सोना पट्टी और अन्य इलाके में पथराव हुआ। इस दौरान बम भी फेंके गए थे। कुछ घरों में आग लगा दी गई थी। उपद्रव में कई लोगों के घायल होने की खबरें भी मिली। इसके बाद से ही स्थिति तनावपूर्ण है।

पश्चिम बंगाल और बिहार में साम्प्रदायिक हिंसा पर राजनीतिक बयानबाजी का दौर भी शुरू हो चुका है। भाजपा का आरोप है कि दोनों राज्यों में अराजकता फैली है। सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। न पश्चिम बंगाल में और न ही बिहार में। जवाब में नीतीश कुमार का कहना है कि कौन करता है ये सब, कौन करवाता है, इस सब का पता लगाएँगे। क्योंकि पहले तो कभी ऐसा होता नहीं था। थोड़ा- बहुत कुछ होता भी था तो तुरंत एक्शन करके दबा दिया जाता था।

इधर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बिहार पहुँचे। उन्होंने कहा, "मैं सासाराम नहीं जा पाया क्योंकि वहाँ गोलियाँ चल रही हैं।" अमित शाह ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार और ललन सिंह के लिए भाजपा अपने दरवाज़े हमेशा के लिए बंद कर चुकी है। जहां तक नीतीश बाबू की महत्वाकांक्षाओं का सवाल है, वे कभी पूरी नहीं हो पाएँगी।

गृह मंत्री शाह के बयान पर पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि "रविवार को बिहार में सद्भाव बिगाड़ने की संघी कोशिश हो रही है। बिहार सरकार की पैनी नजर है।" उन्होंने सीधे तौर पर आरएसएस और बीजेपी पर निशाना साधा।

तेजस्वी यादव ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा कमजोर है, वहां बौखलाई हुई है। भाईचारे को तोड़ने का किसी भी भाजपाई प्रयोग का हमने हमेशा माकूल जवाब दिया है और देते रहेंगे। तेजस्वी ने कहा कि एक-एक उपद्रवी को चिन्हित कर कठोरतम कार्रवाई की जा रही है।

एक कस्बे में दो पक्ष आपस में भिड़े, रिशरा, हुगली, पश्चिम बंगाल
एक कस्बे में दो पक्ष आपस में भिड़े, रिशरा, हुगली, पश्चिम बंगालतस्वीर- सोशल मीडिया

देश के कई राज्यों में रामनवमी जुलूस के बाद हुई हिंसा

देश भर में भगवान राम का जन्मोत्सव यानी रामनवमी का त्योहार पूरे धार्मिक उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान देश के कई राज्यों से मारपीट, और दंगों की खबरें सामने आईं है। गुजरात के वडोदरा में फतेहपुरा इलाके में रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया गया। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भी रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव हुआ और वाहनों में आग भी लगाई गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हावड़ा की घटना पर नाम लिए बिना बीजेपी को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि वे सांप्रदायिक दंगों को अंजाम देने के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाए, उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका, लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है। उन्हें हावड़ा में ऐसा करने का दुस्साहस कैसे हो गया, ममता ने सवाल किया।

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