दिल्ली के मेहरौली में अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर की कार्रवाई; केजरीवाल ने कहा क्या 80 फीसदी दिल्ली को तोड़ा जाएगा?

रविवार को बुलडोजर ने आम बाग, बृजवासी कॉलोनी क्षेत्र में डीडीए की जमीन पर बने अवैध निर्माणों को गिराया गया।
महरौली में दिल्ली विकास प्राधिकरण का डिमोलिशन ड्राइव
महरौली में दिल्ली विकास प्राधिकरण का डिमोलिशन ड्राइव

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के महरौली में डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) का डिमोलिशन ड्राइव (विध्वंस अभियान) दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। शनिवार सुबह पहुंचे बुलडोजर ने आम बाग, बृजवासी कॉलोनी क्षेत्र में डीडीए की जमीन पर बने अवैध निर्माणों को गिराया। इसको लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया, साथ ही दिल्ली सरकार भी इसका विरोध करते हुए डीडीए से डिमोलिशन ड्राइव पर रोक लगाने के लिए बोला है।

हालांकि, दो दिनों से दिल्ली के महरौली इलाके में चलाई जा रही दिल्ली विकास प्राधिकरण DDA की डिमोलिशन ड्राइव थमती दिख रही है। दूसरे दिन हुए भारी बवाल के बाद केजरीवाल सरकार ने DDA को तोड़फोड़ अभियान को रोकने के निर्देश दिया है। बता दें कि ,तोड़फोड़ अभियान को अंजाम देने के लिए राजस्व विभाग के सीमांकन का इस्तेमाल कर रहा था, लेकिन दिल्ली सरकार ने अपनी प्रक्रिया में गड़बड़ी मिलने पर सीमांकन को रद्द कर दिया है।

दरअसल, महरौली पुरातत्व पार्क के सीमांकन के नाम पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) महरौली विधानसभा क्षेत्र में तोड़फोड़ अभियान चला रहा है। दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत को इस मामले में मालवीय नगर विधायक सोमनाथ भारती और लाडा सराय गांव के निवासियों से दो आवेदन मिले थे।

स्थानीय लोगों का आरोप है, किसी ने अगर ऐसा कोई निर्माण किया है जिसमें लोगों को बाधा पहुंचती है तो लोगों को मौका दिया जाएगा कि वह हटा लें। लोगों को समझाओ तो वह खुद हटा लेते हैं, लेकिन आप बुलडोजर क्यों चला रहे हो?

एक घंटे का समय मांगा गया था कि तब तक स्थगन आदेश आ जाएगा। स्थानीय लोगों ने कार्रवाई के विरोध में स्थगत आदेश के लिए आवेदन दिया था लेकिन बुलडोजर चलाने का काम जारी है। लोगों का कहना है, "यह गुंडागर्दी है।" लोग किसी भी हालत में अपना घर नहीं छोड़ना चाहते हैं।

Pic- The Wire

गौरतलब है कि विकास प्राधिकरण का बुलडोजर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर रहा है। इससे पहले रविवार को बुलडोजर ने आम बाग, बृजवासी कॉलोनी क्षेत्र में डीडीए की जमीन पर बने अवैध निर्माणों को गिराया गया।

इस दौरान लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन पुलिस ने सख्ती बरतते हुए लोगों को वहां से भगा दिया। शनिवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान एक अधिकारी ने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा अनधिकृत और अवैध अतिक्रमण या निर्माण की सीमा की पहचान कर दिसंबर, 2021 में डीडीए और वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आए हाईकोर्ट के आदेश अनुसार अतिक्रमण को हटाया गया है।

मेहरौली में DDA के डेमोलिशन दस्ते का भारी विरोध
मेहरौली में DDA के डेमोलिशन दस्ते का भारी विरोधTwitter- @AdityaRsbd

दिसंबर में चिपकाए गए थे नोटिस

पुरातात्विक पार्क में एएसआई, दिल्ली सरकार के राज्य पुरातत्व विभाग और डीडीए के करीब 55 स्मारक आते हैं। इन अतिक्रमण भूमियों पर बनाए गए घरों को लेकर 12 दिसंबर, 2022 को इन घरों पर नोटिस चिपकाया गया था। इस नोटिस के अनुसार लोगों को नोटिस के 10 दिनों के भीतर घर खाली कराने का निर्देश दिया गया लेकिन लोग नहीं माने और अब लोगों की मौजूदगी में ही बुलडोजर चलाया जा रहा है।

डीडीए ने करीब दो दर्जन फ्लैटों पर कार्रवाई की। इस दौरान लोगों के समर्थन में कोई नेता नहीं आया जबकि स्थानीय लोगों को यह उम्मीद थी कि उनके घरों को नहीं तोड़ा जाएगा। डीडीए का कहना है 9 मार्च तक तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।

पुलिसकर्मियों की आंखों में फेंका मिर्च पाउडर

रविवार के दिन डीडीए और पुलिस वालों को लोगों का भारी विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। कुछ महिलाओं ने पुलिस वालों की आंखों में मिर्च पाउडर तक फेक डाला, और पुलिस को महिलाओं को हिरासत में लेना पड़ा।

दिल्ली के सीएम ने क्या कहा!

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा कि "दिल्ली में कई जगह बुलडोजर चलाए जा रहे हैं, और कहा जा रहा है अगले कई महीनों तक बुलडोजर चलाए जाएंगे। बताया जा रहा है कि जितना अवैध अतिक्रमण है, उनको हटाया जाएगा। हम खुद भी अतिक्रमण के खिलाफ हैं, हम नहीं चाहते कि अवैध बिल्डिंग बने या कब्जे हों, लेकिन दिल्ली प्लान तरीके से नहीं बनी। 80% से ज्यादा दिल्ली अतिक्रमण या अवैध निर्माण के दायरे में आएगी तो सवाल उठता है क्या 80 फीसदी दिल्ली को तोड़ा जाएगा?"

केजरीवाल ने आगे कहा, दूसरी बात यह है कि जिस तरह से अतिक्रमण को हटाया जा रहा है, उसमें ना कागज हैं, ना किसी को मौका दिया जा रहा है। बुलडोजर लेकर पहुंच जाते हैं और किसी का भी मकान-दुकान तोड़ने लग जाते हैं। यह ठीक नहीं है। जिस तरीके से हटाया जा रहा है वह ठीक नहीं है। इनकी प्लानिंग है कि दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों को तोड़ा जाएगा, जबकि कच्ची कॉलोनियों में 50 लाख लोग रहते हैं। इनकी प्लानिंग है झुग्गियों को तोड़ा जाएगा, जिसमें 10 लाख लोग रहते हैं। 3 लाख ऐसे हैं, जिनके घर में नक्शे से अलग थोड़ा बहुत अतिक्रमण हुआ है या अवैध निर्माण हुआ है।

दिल्ली सीएम ने कहा कि, अभी मैंने विधायकों की बैठक की है और यही कहा है कि जेल भी जाना पड़े तो डरना मत, लेकिन आपको जनता के साथ खड़ा होना है इस तरह से बुलडोजर चलाना ठीक नहीं है, दादागिरी करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि हम अतिक्रमण के खिलाफ हैं, हम चाहते हैं हमारे दिल्ली खूबसूरत हो, लेकिन आप इस तरह 60 लाख लोगों के घर मकान तोड़ दोगे, उनकी जिंदगी बर्बाद कर दोगे तो इसको कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। 15 साल से नगर निगम में बीजेपी का राज था। 15 साल में इन्होंने क्या किया। 15 साल में इन्होंने खूब अवैध बिल्डिंग बनवाई अतिक्रमण करवाया और आरोप लगता है कि पैसे लेकर यह सब कराया गया।

केजरीवाल कहते हैं कि, आप नगर निगम के चुनाव कराओ और जो नई नगर निगम बनेगी वह फैसला करेगी। हम दिल्ली के लोगों को भरोसा दिलाते हैं कि यह अतिक्रमण और अवैध रूप से बनी हुई दिल्ली की समस्या का हम समाधान करेंगे। कच्ची कॉलोनी को साफ सुथरा बनाएंगे, नियमित करेंगे, पक्का करेंगे। कच्ची कॉलोनी को अच्छी कॉलोनी के रूप में विकसित किया जाएगा। झुग्गी वालों के लिए मकान कर उनको इज्जत की जिंदगी हम देंगे। किसी ने अगर ऐसा कोई निर्माण किया है जिसमें लोगों को बाधा पहुंचती है तो लोगों को मौका दिया जाएगा कि वह हटा लें। लोगों को समझाओ तो वह खुद हटा लेते हैं, लेकिन आप बुलडोजर क्यों चला रहे हो?

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