बिहार के नए मंत्रिमंडल में 84 प्रतिशत सदस्य करोड़पति, महिलाओं की हिस्सेदारी 9 फीसदी -ADR की रिपोर्ट

फोटो स्रोत, साभार- ANI, Twitter
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एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और बिहार इलेक्शन वॉच ने शपथपत्रों का विश्लेषण किया

लेख- सौरव सिंह

पटना। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) रिपोर्ट के मुताबिक बिहार कैबिनेट के वर्तमान मंत्रियों में से 72 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें 53 प्रतिशत सदस्यों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। वहीं अगर संपत्ति की बात करें तो 5.82 करोड़ रुपए बिहार कैबिनेट के मंत्रियों की औसत संपत्ति है।

16 अगस्त 2022 को बिहार मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के बाद, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और बिहार इलेक्शन वॉच ने बिहार राज्य विधानसभा 2020 से मुख्यमंत्री सहित सभी 33 में से 32 मंत्रियों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया। जेडीयू के एक मनोनीत मंत्री अशोक चौधरी को अपना शपथपत्र जमा करने की आवश्यकता नहीं है, इसलिए वित्तीय, आपराधिक एवं अन्य विवरणों पर उनकी जानकारी सार्वजनिक क्षेत्र में उपलब्ध नहीं है।

बिहार कैबिनेट में कुल 33 मंत्रियों में से 12 जेडीयू कोटे से है, 17 राजद कोटे से, 2 कांग्रेस से, 1 मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी से हैं व एक चकाई से निर्दलीय विधायक सुमित कुमार को कैबिनेट में जगह मिली है।

72 प्रतिशत मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं दर्ज

रिपोर्ट के मुताबिक, 32 मंत्रियों में से 23 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिसमें 17 मंत्रियों पर गंभीर अपराधिक मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा 11 आपराधिक मामले बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर दर्ज है, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ऊपर 1 आपराधिक मामले दर्ज होने की बात घोषित की है।

बिहार मंत्रिमंडल के सदस्यों द्वारा घोषित आपराधिक मामले दलवार देखें तो राजद के 17 में से 15 (88 प्रतिशत), जेडीयू के 11 में से 4 (36%), कांग्रेस के 2 में से 2 (100%), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ( सेकुलर) के 1 में से 1 (100 प्रतिशत), और 1 में से 1 (100%) निर्दलीय सदस्य पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

मंत्रियों द्वारा घोषित गंभीर मामले को दलवार देखें तो, राजद के 17 में से 11 (65%), जेडीयू के 11 में से 3 (27%), कांग्रेस के 2 में से 1 (50%), हम के 1 में से 1 और 1 निर्दलीय सदस्य ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किया है।

बिहार कैबिनेट के 84 फीसदी मंत्री करोड़पति

बिहार के नए मंत्रिमंडल में 32 मंत्रियों में से 27 मंत्री (84 प्रतिशत) करोड़पति हैं। अगर औसतन संपत्ति की बात करें तो बिहार के वर्तमान मंत्रिमंडल के सदस्यों की औसतन संपत्ति 5.82 करोड़ रुपए है। जिसमें जेडी(यू) के 11 में से 9 (82प्रतिशत), आरजेडी के 17 में 16 यानी 94 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं। कांग्रेस के दो मंत्रियों में से कोई भी करोड़पति नहीं है वहीं एक निर्दलीय व एक हम पार्टी के मंत्री ने अपने संपत्ति करोड़ों में घोषित की है।

32 मंत्रियों में से 5 मंत्री ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 10 करोड़ रुपए से ज्यादा है, 7 मंत्री ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 5 करोड़ और 10 करोड़ रुपए के बीच में बताई गई है। 15 सदस्य ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 1 करोड़ और 5 करोड़ रुपए के बीच में है। वहीं 5 सदस्य ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 2.15 करोड़ और 1 करोड़ रुपए की बीच बताई गई है।

रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा धनी राजद के समीर कुमार महासेठ हैं। इनकी कुल संपत्ति 24 करोड़ रुपए से ज्यादा है। दूसरे नंबर पर राजद के ही कार्तिक कुमार हैं, जिनकी कुल संपत्ति 22 करोड़ रुपए से ज्यादा है। तीसरे नंबर पर जेडीयू के संजय कुमार झा हैं, जिनकी कुल संपत्ति 22 करोड़ रुपए से ज्यादा है। वहीं अगर सबसे कम संपत्ति वाले मंत्रियों की बात करें तो कांग्रेस के मुरारी प्रसाद गौतम के पास सबसे कम संपत्ति है, जो की लगभग 17 लाख रुपए बताई गई है। दूसरे नंबर पर जेडीयू के जमा खान हैं, जिनकी कुल संपत्ति 30 लाख रुपए है, और तीसरे नम्बर पर जेडीयू के ही जयंत राज हैं जिनकी कुल संपत्ति तकरीबन 61 लाख रुपए है।

विधान कैबिनेट के सदस्यों से जुड़ी शैक्षणिक जानकारी

रिपोर्ट के मुताबिक, 32 सदस्यों में से 8 यानी की 25 प्रतिशत बिहार कैबिनेट के सदस्यों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 8वीं और 12वीं के बीच बताई है। जबकि, 24 यानी 75 प्रतिशत सदस्यों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है। राजद के डॉ. रामनंदन यादव व हम के संतोष कुमार सुमन सबसे ज्यादा शैक्षिक योग्यता वाले सदस्य हैं, दोनों मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी किए हुए है, वहीं सबसे कम शैक्षिक योग्यता वाले सदस्य बिहार के वर्तमान उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हैं, जिन्होंने डीपीएस आर के पुरम, दिल्ली से 9वीं तक की पढ़ाई की है।

विधान कैबिनेट के सदस्यों की आयु

रिपोर्ट के मुताबिक, 32 मंत्रियों में से 17 यानी 53 प्रतिशत मंत्रियों ने अपनी आयु 30 से 50 वर्ष के बीच बताई है। जबकि, 15 यानी 47 प्रतिशत मंत्रियों ने अपनी आयु 51 से 75 वर्ष के बीच घोषित की है। जेडीयू कोटे से मंत्री बिजेंदर प्रसाद यादव 74 वर्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 67 वर्ष के सबसे अधिक उम्र के सदस्य है। वहीं बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 31 वर्ष व मौजूदा पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव 30 वर्ष के सबसे कम उम्र के सदस्य है।

बिहार कैबिनेट में महिलाओं की भागीदारी

बिहार कैबिनेट के कुल 33 मंत्रियों में से 3 यानी 9 फीसदी महिला मंत्री है। जेडीयू कोटे से शिला कुमारी व लेसी सिंह को मंत्री बनाया गया है। वहीं राजद कोटे से अनिता देवी को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।

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