
भोपाल। मध्य प्रदेश के दतिया में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में सोमवार को उस समय हलचल मच गई जब आजाद समाज पार्टी (ASP) ने बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेता दामोदर सिंह यादव के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता एसपी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। ज्ञापन सौंपने से पहले शहर में एक सभा आयोजित की गई, जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, युवा कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए।
सभा को संबोधित करते हुए दामोदर यादव ने कहा कि देश में आज कुछ शक्तियां ऐसी सक्रिय हैं जो समाज को धर्म और जाति के नाम पर बांटने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने बिना नाम लिए पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे लोग, धार्मिक आवरण ओढ़कर सामाजिक विष फैलाने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हम पर सनातन विरोधी होने के आरोप लगाए जा रहे हैं, जबकि हम स्वयं श्रीकृष्ण के वंशज हैं। हम धर्म के विरोधी नहीं, बल्कि नफरत के विरोधी हैं। देश की आत्मा संविधान है, और वही इस देश की सबसे बड़ी पूजा है। जो लोग संविधान से ऊपर खुद को रखना चाहते हैं, उन्हें समझ लेना चाहिए कि भारत संविधान से चलेगा, किसी धर्मगुरु की मनमानी से नहीं।”
यादव ने अपने भाषण में यह भी कहा कि भारत पहले से ही एक हिंदू राष्ट्र है, क्योंकि इस देश की डेढ़ सौ करोड़ आबादी में से सवा सौ करोड़ लोग हिंदू हैं। उन्होंने कहा कि अब कुछ संगठन और व्यक्ति हिंदू राष्ट्र के नाम पर नफरत फैलाने की राजनीति कर रहे हैं, जो समाज के लिए घातक है। यादव ने कहा, हमारा विरोध धर्म से नहीं, बल्कि उन ताकतों से है जो धर्म का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए करती हैं। भारत की पहचान उसकी विविधता, उसके संविधान और उसके भाईचारे में है। हम उसी की रक्षा के लिए सड़कों पर हैं।
एसपी कार्यालय पहुँचे कार्यकर्ता
सभा के बाद आजाद समाज पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुलूस के रूप में पुरानी कलेक्ट्रेट स्थित एसपी कार्यालय तक पहुंचे। रास्ते भर कार्यकर्ताओं ने संविधान की रक्षा और सामाजिक एकता के समर्थन में नारे लगाए। जुलूस जब एसपी कार्यालय पहुंचा, तो वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम पहले से ही कर दिए गए थे। पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने एएसपी सुनील कुमार शिवहरे को ज्ञापन सौंपा, जिसमें पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि धीरेंद्र शास्त्री के बयानों से समाज में तनाव फैल रहा है और प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
पूर्व गृह मंत्री मिश्रा पर कसा तंज
प्रदर्शन के दौरान दामोदर यादव ने मध्य प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर भी तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा, “जो सत्ता से बाहर हो गए हैं, उन्हें अब समझना चाहिए कि जनता अब जाग चुकी है। हम उनसे कहते हैं कि 25 से 50 हजार लोग एकत्रित करो, ताकि तुम्हें भी पता चले कि जनता अब किसी के झूठे वादों में नहीं आएगी।” यादव का यह बयान सभा में मौजूद भीड़ ने जोरदार तालियों से स्वागत किया।
दामोदर यादव ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा, “आज हम शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन देने आए हैं, लेकिन अगर हमारी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम संविधान के दायरे में रहकर सड़कों पर उतरेंगे। यह लड़ाई संविधान और समाज की एकता की है, और इसे किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होने देंगे।”
पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना था कि बागेश्वर धाम के महंत अपने प्रवचनों के माध्यम से समाज में एक ऐसी मानसिकता पैदा कर रहे हैं, जो संविधान के मूल मूल्यों, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व, के खिलाफ है। उनका कहना था कि धीरेंद्र शास्त्री के बयानों से एक वर्ग विशेष को लक्षित किया जा रहा है और यह सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा है।
एएसपी सुनील कुमार शिवहरे ने प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन प्राप्त किया और कहा कि मामले की जांच कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की और भरोसा दिलाया कि प्रशासन इस मुद्दे पर निष्पक्ष रुख अपनाएगा।
पहले भी हो चुके विरोध
यह पहली बार नहीं है जब बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लेकर विवाद खड़ा हुआ हो। इससे पहले भी उनके कुछ बयानों पर देशभर में विरोध और समर्थन दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ चुकी हैं। कई सामाजिक संगठनों ने उन पर समाज को बांटने और अंधविश्वास फैलाने के आरोप लगाए हैं। वहीं उनके समर्थक कहते हैं कि वे केवल धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण की बात करते हैं।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.