हनुमानगढ़ अंबेडकर मूर्ति खंडन मामला: दो संदिग्ध पकड़े, प्रशासन नई मूर्ति लगाएगा

अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) और नगर परिषद प्रशासक उम्मेदीलाल मीणा ने पुष्टि की कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि अन्य दोषियों की पहचान की जा सके।
घटना के बाद स्थानीय निवासियों, विशेष रूप से दलित समुदाय और स्वाभिमान जन जागृति एकता मंच जैसे संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया।
घटना के बाद स्थानीय निवासियों, विशेष रूप से दलित समुदाय और स्वाभिमान जन जागृति एकता मंच जैसे संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया।
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हनुमानगढ़- राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के हनुमानगढ़ टाउन थाना क्षेत्र में अंबेडकर कॉलोनी स्थित अंबेडकर पार्क में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को असामाजिक तत्वों द्वारा खंडित किए जाने की घटना से आक्रोश व्याप्त है। इस घटना में मूर्ति पर कीचड़ फेंका गया और उसे क्षतिग्रस्त किया गया, जिससे स्थानीय समुदाय, विशेष रूप से दलित संगठनों और बहुजन कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश फैल गया। दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, और प्रशासन ने नई मूर्ति स्थापित करने का आश्वासन दिया है।

नागौर सांसद हनुमान बेनिवाल ने 3 जून को एक्स पर इस घटना की निंदा करते हुए लिखा: “हनुमानगढ़ टाउन थाना क्षेत्र में स्थित अंबेडकर पार्क में लगी संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की मूर्ति को असामाजिक तत्वों द्वारा खंडित करने का मामला दुर्भाग्यपूर्ण है, इस कृत्य के खिलाफ लोगो में भारी आक्रोश है, मेरी राज्य सरकार से मांग है कि बाबा साहब की मूर्ति को खंडित करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करें व पुन: बाबा साहब की मूर्ति स्थापित करें।” इसपर प्रतिक्रिया देते हुए हनुमानगढ़ पुलिस ने लिखा की इस संबंध में पुलिस थाना हनुमानगढ़ टाउन पर मुक़दमा दर्ज कर तलाश एव अनुसंधान जारी है।

सामाजिक कार्यकर्ता और ट्राइबल आर्मी के फाउंडर हंसराज मीना ने घटना की निंदा करते हुए कहा, " डॉ. अम्बेडकर जी की प्रतिमा खंडित करना शर्मनाक, कायरतापूर्ण और असहनीय है। यह हमला सिर्फ एक प्रतिमा पर नहीं, बाबा साहब के विचारों और संविधान पर है। भाजपा राज में महापुरुषों का अपमान आम हो गया है। दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी हो और सख्त कार्रवाई की जाए!"

एडवोकेट भट्टराज जोगसान ने बताया कि बहुजन समुदाय और स्थानीयों में इस घटना के बाद आक्रोश था और बाबा साहब की प्रतिमा दुबारा स्थापित करने को लेकर धरना चल रहा है.

घटना के बाद स्थानीय निवासियों, विशेष रूप से दलित समुदाय और स्वाभिमान जन जागृति एकता मंच जैसे संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के अध्यक्ष नारायण नायक के नेतृत्व में जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और नई मूर्ति की तत्काल स्थापना की मांग की गई।

जानकारी के मुताबिक दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, और जांच जारी है। प्रशासन ने जल्द ही नई मूर्ति स्थापित करने का वादा किया है। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) और नगर परिषद प्रशासक उम्मेदीलाल मीणा ने पुष्टि की कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि अन्य दोषियों की पहचान की जा सके। इस घटना ने हनुमानगढ़ में तनाव बढ़ा दिया है, और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए कड़े कदमों की मांग की जा रही है।

राजस्थान में हाल के वर्षों में ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं। अप्रैल 2025 में टोंक में अंबेडकर जयंती के दौरान एक मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया था, जिसके लिए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। दीग में भी ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति देखी गई है।

घटना के बाद स्थानीय निवासियों, विशेष रूप से दलित समुदाय और स्वाभिमान जन जागृति एकता मंच जैसे संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया।
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