SSCGD 2018 भर्ती: 56वां दिन, 945 किलोमीटर, बारिश बनी अड़चन, थकान ने तोड़ा

SSCGD 2018 भर्ती: 56वां दिन, 945 किलोमीटर, बारिश बनी अड़चन, थकान ने तोड़ा

मथुरा के छाता से हरियाणा बार्डर पहुंचे युवा, बारिश के चलते गति हुई कम, 15 किलोमीटर सफर किया तय

लखनऊ। केंद्रीय अर्धसैनिक बल में कॉन्सटेबल के पद पर भर्ती होने के लिए छात्रों की तिरंगा यात्रा 56वें दिन भी जारी रही। यात्रा में शामिल आंदोलकारी युवाओं ने अब तक 945 किलोमीटर का सफर तय कर लिया है। मंगलवार को वे 15 किलोमीटर चले।


उल्लेखनीय है कि परीक्षा पास करने के बाद भी करीब 4000 छात्रों को जॉइनिंग नहीं दी गई। इसको लेकर नागपुर से 400 से ज्यादा छात्रों का समूह नौकरी की मांग करते हुए दिल्ली की ओर निकला है।
आंदोलन की अगुवाई कर रहे युवा केशव सिंह यादव ने बताया कि मथुरा के छाता गांव से सुबह आठ बजे हमने पैदल मार्च शुरू किया था। दोपहर करीब एक बजे तेज बारिश की वजह से हमें एक ढाबे पर करीब ढेड़ घंटे रुकना पड़ा। इससे हमारी गति कुछ कम हुई। हम आज सिर्फ 15 किलोमीटर ही चल पाए। शाम करीब सात बजे हम यूपी-हरियाणा बार्डर पर स्थित टोल नाके तक पहुंच गए है। यहां एक लॉन में हमने शरण ली है।

टूट रहा है शरीर

आंदोलनकारी युवा वीरेंद्र कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि हमको पैदल चलते हुए करीब दो महीना हो गया है। शरीर बुरी तरह थक चुका है। कई साथियों के पैरों में छाले तक पड़ गए है। यात्रा में शामिल लड़कियों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। थकावट व दर्द की वजह से कई बार पेनकिलर लेना पड़ता है।

हरियाणा प्रशासन ने दिया राशन


यात्रा में शामिल जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि हरियाणा बार्डर पर पहुंचने पर स्थानीय प्रशासन ने शाम करीब साढ़े सात बजे हमें राशन उपलब्ध कराया है। हम लोगों ने अभी-अभी खाना बनाकर खाया है। अब आराम करने जा रहे है।

क्यों दिल्ली जा रहे है युवा


अभ्यर्थियों के अनुसार, साल 2018 में आर्म्ड फोर्स में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए फार्म भरा। 2019 में पेपर दिया। 2019 में शारीरिक जांच हुई। 2020 में मेडिकल हुआ। 21 जनवरी 2022 को रिजल्ट आए। 60 हजार अभ्यर्थी पास हुए, लेकिन सरकार ने 55 हजार 9 सौ 12 को ही नौकरी दी। शेष 4000 के लगभग अभ्यर्थी बिना कारण नियुक्ति से वंचित रखे गए हैं। नियुक्ति के लिए तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं।

1 जून 2022 को शुरू की तिरंगा यात्रा


आंदोलनकारी युवा वीरेंद्र कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि नियुक्ति के लिए हमने नागपुर में 4 मार्च 2022 से आमरण अनशन शुरू किया था। बात नहीं बनी। इसके बाद 1 जून 2022 से नागपुर से दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया। दिल्ली पहुंचकर युवा जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। वहीं केन्द्रीय गृह व रक्षा मंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे।

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