उत्तर प्रदेश: दलित नर्स की गला दबाकर हत्या, शव रेलवे ट्रैक पर फेंका

पुलिस जांच में खुलासा, एससी/एसटी की धाराएं भी लगाई.
बेटी का शव मिलने के बाद रुदन करते परिजन
बेटी का शव मिलने के बाद रुदन करते परिजन

उत्तर प्रदेश। यूपी की राजधानी लखनऊ में दलित नर्सिंग ट्रेनी युवती की गला दबाकर हत्या कर दी गई। आरोपियों ने शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। वहीं इस मामले को आत्महत्या दिखाने की कोशिश की, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरा भेद खोल दिया। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में थाना प्रभारी ने एससी/ एसटी एक्ट की धाराएं बढ़ाने के साथ ही पत्राचार आर्थिक मदद के लिए शासन से आग्रह करने की बात भी कही है।

क्या है पूरा मामला?

लखनऊ के रहीमाबाद क्षेत्र के मुड़ियारा गांव निवासी लाजवती के पति की 2017 में मौत हो चुकी है। लाजवती की पांच बेटियां और दो बेटे हैं। लाजवती बताती हैं, "मेरी बेटी रजनी गौतम 10 अप्रैल 2023 को लापता हो गई थी। जिसके बाद उसका शव 11 अप्रैल 2023 को गोशवा गांव की रेलवे लाइन के किनारे मिला था।"

जानकारी के मुताबिक मृतक की मां ने रहीमाबाद पुलिस को तहरीर देते हुए गांव के ही दो नामजद व तीनों अज्ञात लोगों पर पुरानी रंजिश के चलते उसकी पुत्री की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंकने का शक जाहिर किया था।

युवती के भाई खुशीराम ने बताया, "पिता की मौत के बाद सारी जिम्मेदारी हम पर ही है। मैं राजगीर मिस्त्री का काम करता हूँ। मेरी बहन लखनऊ दुबग्गा पर स्थित निजी अस्पताल में काम करती थी जो करीब एक साल से प्रतिदिन सुबह घर से निकलती थी। शाम को अस्पताल से वापस घर आ जाती थी। सोमवार करीब देर रात सूचना मिली की गोसवा रेलवे फाटक पर बहन रजनी की ट्रेन से कटने से मौत हो गई।"

मामला कुछ और निकला, साथी डाक्टरों ने हत्या कर फेंक दिया था शव

लखनऊ के मलिहाबाद के रहीमाबाद पुलिस ने 20 मई को ट्रेनी नर्स हत्याकांड का खुलासा कर डॉक्टर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से वह जेल भेजे गए। पुलिस की जांच में सामने आया कि तीनों आरोपियों का नर्स से प्रेम प्रसंग था। एक-एक कर जब तीनों को इसके बारे में पता चला तो एकजुट होकर हत्या की साजिश रची। इसके तहत उसे मारकर ट्रैक किनारे फेंक दिया था। पूछताछ में आरोपियों ने वारदात कुबूली है। रहीमाबाद निवासी 17 वर्षीय ट्रेनी नर्स एक निजी अस्पताल में काम करती थी। 10 अप्रैल की शाम वह लापता हो गई थी। दूसरे दिन गोस्वा गांव के रेलवे फाटक के पास ट्रैक किनारे उसका शव पड़ा मिला था।

संदेह के आधार पर परिजनों ने दो पर नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। जब पुलिस ने तफ्तीश की तो नामजद आरोपियों की भूमिका नहीं मिली। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया जांच में सामने आया कि अमित अवस्थी नाम के शख्स से ट्रेनी नर्स का प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ दिन बाद न्यू मेडिप्लस अस्पताल के डॉक्टर अंकित सिंह व अमित के दोस्त दिनेश मौर्या के भी संपर्क में वह आ गई थी।

तीनों से उसकी बातचीत होती थी। ये बात वारदात से करीब दो महीने पहले तीनों को पता चली थी। तब अमित, अंकित व दिनेश ने एक साथ मिलकर ट्रेनी नर्स को मारने की साजिश रची। 10 अप्रैल की शाम करीब साढ़े पांच बजे अमित ने किशोरी से संपर्क कर उसको अपने बाग ले गया था। यहीं पर उसका गला घोंट दिया था। इसके बाद शव ट्रैक किनारे फेंक दिया था। एडीसीपी ने बताया कि जांच में सामने आया कि नौ अप्रैल की रात ट्रेनी नर्स आरोपी अंकित के फ्लैट पर रुकी थी। यहां पर दो शख्स और थे। दूसरे दिन अस्पताल में ड्यूटी करने के बाद शाम करीब पांच बजे घर जा रही थी। तभी अमित ने उससे संपर्क कर बुलाया था। पुलिस ने आरोपियों मोबाइल खंगाले, जिसमें कुछ कॉल रिकॉर्डिंग मिली हैं। इनमें तीनों आरोपी ट्रेनी नर्स की हत्या करने को लेकर बातचीत कर रहे हैं। व्हाट्सएप चैट में भी इसको लेकर बातचीत की गई है।

पुलिस पहले आरोपियों को लाई फिर छोड़ दिया था

जब ट्रेनी नर्स का शव बरामद हुआ था तो पुलिस इन तीनों को भी पूछताछ के लिए लाई थी। गंभीरता से जांच पड़ताल किए बगैर उनको छोड़ दिया था। इंस्पेक्टर रहीमाबाद तब तर्क दे रहे थे कि फोरेंसिक रिपोर्ट खुदकुशी की ओर इशारा कर रही है। जबकि पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि हो चुकी है। तब उच्चाधिकारियों ने फटकार लगाई थी। जिसके बाद पुलिस ने हत्या के बिंदु पर तफ्तीश शुरू कर सुबूत जुटाए और आरोपियों को पकड़ा।

आरोपी की मां ने पुलिस पर लगाया आरोप

मुख्य आरोपी अमित अवस्थी के परिजनों ने शनिवार को रहीमाबाद थाने पर एक घंटे तक हंगामा किया। आरोपी की मां कल्पना अवस्थी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ने तीन लाख रुपये लेकर उनके बेटे को केस में फंसा दिया है। इसी दौरान उन्होंने अपनी चूड़ियां तोड़ीं और उसी से नस काटने का प्रयास किया। पुलिस ने उनका प्राथमिक इलाज कराया।

एससी/एसटी एक्ट की धाराएं बढ़ेंगी

इस मामले में थाना प्रभारी रहीमाबाद ने बताया, "पीड़ित परिवार से जाति प्रमाण पत्र मांगा गया है। प्रमाण पत्र के आधार पर एससी एसटी एक्ट की धाराओं में बढोत्तरी की जाएगी। इसके साथ ही परिवार को जो नियमानुसार आर्थिक सहायता सरकार से मिलती है, पत्राचार कर दिलवाने का आग्रह किया जाएगा।"

बेटी का शव मिलने के बाद रुदन करते परिजन
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