छात्र इंदर मेघवाल हत्याकांडः आक्रोश चरम पर, सुराणा गांव में उमड़ा जनसैलाब, जालौर में इंटरनेट सेवाएं बंद, गांव में भारी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात

छात्र इंदर मेघवाल हत्याकांडः आक्रोश चरम पर, सुराणा गांव में उमड़ा जनसैलाब, जालौर में इंटरनेट सेवाएं बंद, गांव में भारी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात
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पुलिस ने राजस्थान भीम सेना प्रदेश अध्यक्ष गोपाल परमार को हिरासत में लिया, सुराणा गांव जाने से रोका

रिपोर्ट– अब्दुल माहिर, दिलीप सोलंकी, अजहरूदीन

जयपुर। जालौर जिले के सायला थानांतर्गत सुराणा गांव के निजी शिक्षण संस्थान में शिक्षक के लिए आरक्षित मटके से पानी पीने मात्र पर दलित बच्चे की हत्या को लेकर राजनैतिक व सामाजिक संगठन विरोध में उतर आए है। छात्र के शव के साथ परिजन रविवार सुबह से सुराणा गांव में धरने पर बैठ गए। गांव में नेताओं के आने का सिलसिला जारी है। वहीं मौके पर लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई है।
इधर, मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिला कलक्टर निशांत जैन व पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल भी स्थानीय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सायला तहसील के सुराणा गांव पहुंचे। जहां मृतक छात्र के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। साथ उक्त मामले में अब तक की गई पुलिस कार्रवाई से अवगत कराया। हालांकि इसके बाद भी परिजन शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हुए हैं। सामाजिक संगठनों ने पीडि़त परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा, शैक्षिक स्तर के अनुसार सरकारी नौकरी व केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में देने की मांग की है। फिलहाल दोपहर एक बजे तक प्रशासन व आंदोलनकारियों के बीच वार्ता जारी थी। इधर, गांव में बढ़ती भीड़ व लॉ एण्ड आर्डर की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने राजस्थान भीम सेना प्रदेश अध्यक्ष गोपाल परमार को हिरासत में लिया है। वहीं सुराणा थाने पर रोक रखा है। जिला प्रशासन ने गत शनिवार देर रात से ही जिले में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी है।

गांव में तनावपूर्ण शांति

निजी विद्यालय में मटके से पानी पीने पर आरोपी शिक्षक छैलसिंह द्वारा कक्षा 3 के दलित छात्र इंद्रकुमार (8)की पिटाई से मौत के बाद से गांव में तनावपूर्ण माहौल है। मीडिया में छात्र की मौत की खबर आने के बाद से सामाजिक संगठनों में आक्रोश है। मृतक के पिता ने भी सोशल मीडिया पर न्याय के लिए मार्मिक अपील करते सामाजिक संगठनों से सुराणा आने को कहा था। तब से ही गांव में भीड़ जुट रही है। उधर सुरक्षा की दृष्टि से एसपी व कलक्टर सुराणा थाने पर कैम्प किए है। जबकि आरपीएस स्तर के कई अधिकारी भारी पुलिस जाब्ते के साथ गांव में डेरा डाले हुए है। हालांकि पुलिस का दावा है कि गांव में शांति बनी हुई है।

इस पूरे मामले में मेघवाल युवा संघ के प्रदेशाध्यक्ष मनीष मेघवाल ने डीजीपी को पत्र लिख कर आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल से दूरभाष पर वार्ता कर अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी ली है।
राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीना ने राजस्थान में बढ़ती दलित अत्याचार पर आक्रोश जताते हुए पानी पीने की बात पर दलित बच्चे की हत्या मामले की निष्पक्ष जांच के लिए मुख्यमंत्री से मांग की है।

यह बोले मुख्यमंत्री

जालौर के निजी स्कूल में शिक्षक के लिए अलग से रखे मटके से दलित छात्र के पानी पीने से शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताते हुए कहा कि सायला थाना क्षेत्र के निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है। आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या व एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की जा चुकी है। मामले के त्वरित अनुसंधान एवं दोषी को जल्द सजा के लिए प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है। पीडि़त परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा। मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए की सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी।

मुख्यमंत्री की घोषणा का विरोध

जालौर दलित छात्र की हत्या के बाद सीएम ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा कर दलित प्रेम जताने के प्रयास किया है। मुख्यमंत्री की घोषणा पर सामाजिक संगठनों ने सवाल खड़े किए हैं। भीम आर्मी का आरोप है कि दलित छात्र की हत्या पर केवल पांच लाख, जबकि उदयपुर में हुई टेलर की हत्या मामले में सरकारी नौकरी व 50 लाख की आर्थिक सहायता दी गई है। आरोप है कि उदयपुर में जिसकी हत्या हुई वह सीएम की जाती से आता है। जबकि जालौर में जिसकी हत्या की गई वह दलित है। राजस्थान सरकार जाती देख कर सहायता करती है। मामले में सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी ने कहा-" राजस्थान सरकार दलित छात्र की मौत के बाद मुआवजा देने में भेदभाव कर रही है, जबकि उदयपुर में हुई हत्या के मामले में मृतक के दोनों बेटों को नौकरी व 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया गया था।"

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