मध्य प्रदेश: आदिवासी युवक की पीट-पीटकर हत्या, आक्रोशित परिजनों ने आरोपियों के घर के सामने किया अंतिम संस्कार

परिजनों ने आरोपियों के घर के सामने किया अंतिम संस्कार
परिजनों ने आरोपियों के घर के सामने किया अंतिम संस्कार

भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार दलित आदिवासियों पर अत्याचारों की घटनाएं सामने आ रही है। प्रदेश के खंडवा में एक आदिवासी युवक की पीट-पीटकर हत्या कर देने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने युवक को रॉड से जमकर पीटा, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। हत्या की वजह आपसी विवाद बताया जा रहा है। जिन लोगों ने युवक को पीटा था उनके नामों का खुलासा युवक ने खुद मौत से पहले वीडियो में किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने आरोपियों के घर के सामने ही अंतिम संस्कार कर विरोध जताया। 

परिजनों ने आरोपियों के घर के सामने किया अंतिम संस्कार
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क्या है पूरा मामला?

दरअसल मामला खंडवा जिले का है। यहां खालवा थाना क्षेत्र के गांव कोठड़ा में सोमवार देर रात को आदिवासी युवक को आरोपियों ने बेरहमी से पीटा था। खंडवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि फूलचंद के साथ आरोपियों ने मारपीट की जिसके बाद वह लहूलुहान हालत में घर पहुंचा और अपने साथ मारपीट की घटना की जानकारी परिजनों को दी। उसने बताया कि कुछ लोगों ने उसे लोहे की रॉड से पीटा। परिजन उसे एंबुलेंस में लेकर खंडवा जिला अस्पताल रवाना हुए। रास्ते में फूलचंद की मौत हो गई।

परिजनों का आरोप है कि, आरोपी गांव के मनबढ़ हैं। आदिवासी समाज ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। परिवार ने न्याय, और मुआवजे के लिए पुलिस थाने का घेराव कर चक्काजाम किया। फूलचंद की पत्नी के अनुसार पुलिस ने कोठडा के दुर्गालाल, रामदयाल उर्फ रामू और मयाराम पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी है। 

मृतक का परिवार मजदूरी करके भरण-पोषण करता है। आदिवासी समाज ने फूलचंद की हत्या के मामले में आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी, केस में आरोपियों की संख्या बढ़ाने और आरोपियों को फांसी देने की मांग रखी। साथ ही परिवार को 51 लाख रुपए की आर्थिक मदद और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग भी की। समाज के लोगों ने देर रात को ही थाने का घेराव किया था। उसके बाद मंगलवार दोपहर तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर खालवा में चक्काजाम कर दिया। पुलिस ने आश्वस्त किया कि आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, तब जाकर चक्काजाम खोला गया।

मृतक फूलचंद के अंतिम संस्कार के पहले परिवार वालों ने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम किया। परिजनों ने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग भी की। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की समझाइश के बाद अंतिम संस्कार किया। परिजनों का आक्रोश इतना था कि, अंतिम संस्कार मुक्तिधाम पर न करते हुए आरोपियों के घर के सामने ही किया गया।

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