आदिवासी रामप्रसाद मीणा के शव का 6 दिन बाद पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार

मंत्री व गुर्गों से तंग आकर किया था रामप्रसाद ने सुसाइड, दो मन्दिर पुजारियों की गिरफ्तारी के बाद अन्य कई मांगो पर बनी सहमति
आदिवासी रामप्रसाद मीणा के शव का 6 दिन बाद पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार

राजस्थान। जयपुर शहर में चांदी की टकसाल क्षेत्र निवासी रामप्रसाद मीणा आत्महत्या मामले में प्रशासन व प्रदर्शनकारियों के बीच सहमति बनने पर छठे दिन शनिवार देर शाम धरना स्थगित कर दिया गया। धरने की अगुवाई कर रहे राज्यसभा सांसद डॉ. किरोडी लाल मीणा ने कुछ मांगो पर सहमति की बात कहते हुए पीड़ित परिवार के साथ धरना स्थगित करने का एलान किया। इसके बाद परिजन रामप्रसाद का शव लेकर पैतृक गांव शंकरपुरा (बस्सी) चले गए, जहां रविवार सुबह रामप्रसाद का अंतिम संस्कार किया गया।   

मांगो पर सहमति के बाद धरना स्थगित

धरना स्थगित की घोषणा के बाद सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पीड़ित परिवार की ज्यादातर मांगों पर प्रशासन से हुए समझौते में हमारी सहमति बन चुकी है। शासन के लोगों ने हमें आश्वस्त किया है कि जो भी रामप्रसाद मीणा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में दोषी होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। चाहे वो अधिकारी हो, कर्मचारी या मन्दिर से जुड़ा कोई व्यक्ति।  

डॉ. किरोडी लाल मीणा ने कहा कि इसके अलावा रामप्रसाद के बेटे को नगर निगम में संविदा पर नौकरी देने, मृतक के परिवार को डेयरी बूथ आवंटन करने, मृतक के अधूरे मकान का पूर्ण निर्माण कराने पर सहमति बनी है। इन मांगों की स्वीकृति जारी होने की बात भी कही गई है। इनके अलावा एफआईआर में नामजद आरोपी कैबिनेट मंत्री महेश जोशी सहित सभी नामजद आरोपियों की भूमिका की जांच कर उन्हें गिरफ्तार करने, मन्दिर परिसर में निर्माण की जांच नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त द्वारा 15 दिन में पूर्ण करने तथा मन्दिर में अवैध निर्माण को होटल की तरह ध्वस्त करने पर भी सहमति बनी है। 

समाज देगा 50 लाख की आर्थिक मदद

संसद डॉ. किरोडी लाल ने रामप्रसाद मीणा के परिवार को आदिवासी समाज की और से 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा भी की है। डॉ. किरोडी लाल ने कहा कि 50 लाख की आर्थिक मदद समाज की तरफ से है। सरकार का इसमें कोई लेना-देना नहीं है।

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दो मन्दिर पुजारी गिरफ्तार, सीआई नीरज तिवाड़ी निलम्बित

आत्महत्या से पूर्व रामप्रसाद मीना ने एक वीडियो भी जारी किया था। इस वीडियो में कथित तौर पर रामप्रसाद ने चांदी की टकसाल क्षेत्र के गिरिधर मंदिर पुजारी, होटल मालिक सहित अन्य साथियों तथा राज्य सरकार के काबिना मंत्री महेश जोशी का नाम लेकर इन सभी लोगों को खुद की मौत का जिम्मेदार ठहराया था। वीडियो में दिए बयान के आधार पर मृतक के भाई ने सुभाष चौक पुलिस थाने में मंत्री महेश जोशी सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया था। वीडियो के बाद मृतक के द्वारा लिखा एक पत्र भी वायरल हुआ था। जांच के बाद पुलिस ने मन्दिर के पुजारी देवेंद्र शर्मा और ललित शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। वहीं सीआई नीरज तिवाड़ी को निलंबित किया गया है। 

नगर निगम के आमेर-हवामहल उपायुक्त दिलीप शर्मा और सतर्कता उपायुक्त नीलकमल मीणा की भूमिका की जांच कर दोष सिद्ध होने पर जांच भी की जाएगी। सांसद मीणा ने कहा मन्दिर का हेरिटेज लुक खराब करने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करना होगा। प्रशासन के द्वारा इन्ही शर्तों पर आश्वाशन देने के बाद हम लोगों की तरफ से धरना स्थगित का ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा जरूरत पड़ी और हमारी मांगों को नहीं माना गया तो हम लोग वापस धरना शुरू कर देंगे।

इससे पूर्व जयपुर कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव मृतक रामप्रसाद मीना के घर के बाहर चांदी की टकसाल धरना स्थल पहुंचे थे जहां धरना दे रहे राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा से जयपुर श्रीवास्तव ने लम्बी मन्त्रणा की। पीड़ित परिवार से भी मांगो को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद कुछ मांगो पर सहमति बनी तब जाकर धरना स्थगित कर शव का अंतिम संस्कार करने पर सहमति बनी।

यह था मामला 

आदिवासी समुदाय से आने वाला रामप्रसाद मीना (43) चांदी की टकसाल इलाके में काले हनुमान मंदिर के पास रहता था। जहां वह अपने पट्टे शुदा भूखण्ड पर मकान तामीर करवा रहा था। आरोप है कि हेरिटेज नगरनिगम के अधिकारी मकान बनाने में अड़ंगा लगा रहे थे। मकान का निर्माण रोकने के लिए एक गार्ड भी तैनात किया गया था।

सूत्र बताते हैं कि शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को रामप्रसाद के परिवार ने घर की छत डालने के लिए सेंट्रिंग करवा कर बजरी व अन्य निर्माण सामग्री मंगवा ली थी। निगम की  विजिलेंस टीम ने रात को मौके पर पहुंच कर काम रुकवा दिया। ऐसे में मजदूर भी लौट गए। विजिलेंस रामप्रसाद के घर पर डेरा डाले रही। काम नहीं करने दिया। मृतक के घर वालों के अनुसार रामप्रसाद मीणा सोमवार सुबह जल्दी ही घर से निकल गया था। निवास से करीब 200 मीटर दूर ट्रांसपोर्ट कंपनी के ऑफिस में पहुंचा था। सुबह पांच बजे ऑफिस खोलने के बाद चौकीदार चला गया। यहां रामप्रसाद ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।  सुबह छह बजे के लगभग वहां से गुज़र रहे एक ऑटो रिक्शा चालक ने डेड बॉडी फंदे से झूलते देखी तो पुलिस को सूचना दी।

आत्महत्या से पहले बनाया था वीडियो

आपको बता दें की आत्महत्या  करने से पहले रामप्रसाद मीणा ने मोबाइल से वीडियो बनाया था। इस वीडियो में रामप्रसाद ने कहा था कि, "मेरे को और मेरे परिवार को बहुत ज्यादा टॉर्चर किया जा रहा है। टॉर्चर करने वालों में गिरधारी जी का मंदिर 339 राजामल का तालाब चांदी की टकसाल के देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा और होटल रॉयल शेरटन के मालिक मुंजी टांक इनके साथ देवा अवस्थी, लालचंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने हमारे परिवार को इतना टॉर्चर कर रखा है कि आज में आत्महत्या करने जा रहा हूं।"

सांसद किरोड़ी लाल से गुहार-मेरे परिवार को इंसाफ दिलावें

राजस्थान में इन दिनों सरकारी  कारिंदों और प्रशासन से प्रताड़ित एससी, एसटी के लोगों द्वारा सुनवाई नहीं होने पर सरकार से हटकर अपनी जाति के संगठनों व नेताओं से न्याय की गुहार लगाने का चलन बढा है। यह गम्भीर मामला है। हाल ही अलवर में ऐसी के एक परिवार ने बेटी की शादी में भीम सेना से मदद मांगी। वहीं रामप्रसाद मीणा ने भी आत्महत्या से पहले बनाये वीडियो में परिवार को न्याय दिलाने की डॉ. किरोड़ी लाल मीणा से गुहार लगाई। उसने कहा बाबा किरोड़ी लाल मीणा (सांसद) से निवेदन करता हूं कि मेरे परिवार को इंसाफ दिलाएं।

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