उत्तर प्रदेशः एटा में आठ वोट डालने वाला किशोर वालेंटियर के रूप में था तैनात, पिता हैं ग्राम प्रधान

रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियो 13 मई को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान एटा जिले के खीरी पमारान गांव में लिया गया था, इसके बाद पोलिंग पार्टी निलंबित, एफआईआर दर्ज, दोबारा होंगे चुनाव.
वीडियो से लिया गया स्क्रीनशॉट।
वीडियो से लिया गया स्क्रीनशॉट।

एटा। यूपी के एटा जिले में एक किशोर ने तीसरे चरण में हुए मतदान में एक ही बूथ पर 8 बार मतदान किया। इतना ही नहीं उसने हर बार का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड भी कर दिया। वीडियो वायरल हुआ, इस पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने वीडियो एक्‍स पर शेयर करते हुए कार्रवाई की मांग की। किशोर की पहचान खिरी पमारान गांव के ग्राम प्रधान और भाजपा सदस्य अनिल सिंह ठाकुर के बेटे के रूप में की गई। पुलिस किशोर को डिटेन कर पूछताछ कर रही है।

यूपी के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा तुरंत एक्‍शन में आए। मतदान दल के सभी सदस्यों को निलंबित कर वहां पुनर्मतदान की सिफारिश की है। एटा में 7 मई को तीसरे चरण के तहत मतदान हुआ था। 2 मिनट 20 सेकेंड के इस वीडियो में इस युवक ने हर बार मतदान को रिकॉर्ड किया है। वह कमल के निशान के आगे बटन दबाता दिख रहा है। 

किशोर के 8 बार वोट डालने के वीडियो ने देश-प्रदेश की राजनीति और चुनाव आयोग तक खलबली मचा दी। जिस पर त्वरित कार्रवाई हुई और रात में ही किशोर को अभिरक्षा में ले लिया गया। आरोपी नाबालिग है और स्वयंसेवी (वॉलंटियर) बनकर बूथ पर तैनात था। बुजुर्गों को बूथ पर लाने के बहाने उनके वोट खुद ही डालकर वीडियो बना लेता था। जिन्हें एडिट कर रील बना दी गई। उसके मोबाइल से मिले पूरे वीडियो से यह स्थिति साफ हुई है। आरोपी के पिता एक ग्राम पंचायत के प्रधान हैं।

पोलिंग पार्टी में शामिल पीठासीन अधिकारी पीडब्ल्यूडी के प्रशासनिक अधिकारी अनिल कुमार उपाध्याय, प्रथम मतदान अधिकारी जिला सहकारी बैंक लि. के लिपिक अजय कुमार, द्वितीय मतदान अधिकारी प्राथमिक विद्यालय मितौलिया अलीगंज की प्रधानाध्यापक कंचन शर्मा और तृतीय मतदान अधिकारी नेहरू स्मारक उच्च मावि ऊंचागांव जलेसर के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संतोष शाह को उनके विभागाध्यक्षों की ओर से निलंबित कर दिया गया है। माना गया है कि इन्होंने चुनाव की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता प्रभावित की है। सभी को प्रथम दृष्टया दोषी ठहराया गया है। डीएम प्रेम रंजन सिंह ने सभी की जांच शुरू करा दी है।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी आयुष चौधरी ने बताया कि आरोपी द्वारा अलग-अलग वीडियो को काटकर एक रील बनाई, जिसे सोशल मीडिया पर डाला गया। जिसमें वह खुद एक से ज्यादा बार वोट डालते नजर आ रहा है, लेकिन उसके पास से बरामद मोबाइल में देखा गया कि अलग-अलग वीडियो थे, जिनमें वह किसी बुजुर्ग को बूथ तक लेकर जाता था और उनका वोट डाल देता था। जिसके बाद वीडियो बना लेता था। वॉलंटियर के रूप में वह वहां कार्य कर रहा था। बजुर्ग, शारीरिक रूप से अशक्त मतदाताओं की सहायता के लिए इस तरह के वॉलंटियर अधिकांश बूथों पर लगाए जाते हैं, लेकिन मतदान प्रक्रिया से छेड़छाड़ गंभीर अपराध है।

वीडियो से लिया गया स्क्रीनशॉट।
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