राजस्थानः विधानसभा चुनाव में मतदान के जरिए प्रदेश में नई सरकार के गठन को लेकर मतदाता के निर्णय से आज रविवार 3 दिसंबर को धुंदलका छट जाएगा। जैसे जैसे मतगणना का दौर आगे बडे़गा, सत्ता के सिंहासन का रास्ता साफ नजर आने लगेगा।
25 नवम्बर को लोतांत्रिक तरीके से मतदान कर राज्य के मतदाताओं ने अपनी सरकार चुनी थी। मतदान के बाद विभिन्न एजेंसियों के एक्जिट पोल मतदाताओं के निर्णय पर असमंजस में दिखे। राजस्थान में कोई भाजपा के राज की बात करता दिखा तो किसी ने कांग्रेस के हाथ के साथ मतदाताओं के निर्णय की बात कही। अब हर किसी को 3 दिसंबर के परिणाम का इंतजार है। अखिर राजस्थान के मदताताओं ने किस दल पर अपना विश्वास जताया।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से 199 विधानसभा सीटों के लिए 36 मतगणना केन्द्रों पर मतगणना शुरु हुई। ईवीएम की मतगणना के लिए प्रदेश में 2524 टेबल लगाई गई है। इनमें कुल 4245 राउंड में मतों की गिनती होगी। जयपुर, जोधपुर, नागौर में दो-दो और शेष 30 निर्वाचन जिलों में एक-एक केन्द्र पर गिनती हो रही है। शिव विधानसभा क्षेत्र के लिए मतणना सर्वाधिक 41 राउंड तक चलेगी। अजमेर दक्षिण के लिए महज 14 राउंड में मतगणना पूरी हो जाएगी। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि राजस्थान में सबसे पहले अजमेर दक्षिण का परिणाम आने वाला है। वहीं शिव विधानसभा सीट पर सबसे अंत में हार जीत का फैसला होगा।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा आम चुनाव 2023 के अंतर्गत 3 दिसम्बर 2023 को होने वाली मतगणना के दौरान मतगणना परिसर के अंदर अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिये मतगणना परिसरों में त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रणाली स्थापित की गई है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार सुरक्षा घेरे का पहला स्तर मतगणना परिसर के चारों ओर 100 मीटर की परिधि से शुरू होगा, जिसे पैदल यात्री क्षेत्र के रूप में सीमांकित किया गया। इस परिधि के भीतर किसी भी वाहन को अनुमति नहीं है। इस सीमांकित क्षेत्र की उचित बैरीकेडिंग की जाएगी।
द्वितीय एवं मध्य सुरक्षा घेरा मतगणना परिसर के गेट पर होगा। इसका संचालन संबंधित राज्य सशस्त्र पुलिस बल द्वारा किया जायेगा। दूसरे घेरे में व्यक्तियों के प्रवेश की अनुमति देने से पहले राज्य पुलिस कर्मियों द्वारा उचित तलाशी ली जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी निषिद्ध वस्तु जैसे माचिस, हथियार और अन्य ज्वलनशील लेख आदि अन्दर नहीं ले जा सके। महिलाओं की तलाशी केवल महिला पुलिस द्वारा की जाएगी। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि मोबाइल, आई-पैड, लेपटॉप और इसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या कोई रिकॉर्डिंग उपकरण मतगणना हॉल के अंदर नहीं ले जा सकेंगे। ऐसी सभी वस्तुएं मीडिया कक्ष/सार्वजनिक संचार कक्ष में रखी जाएगी। द्वितीय स्तर पर तैनात बल यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी काउंटिंग हॉल के बाहर न घूम रहा हो। मोबाइल फोन या अन्य संचार उपकरणों का उपयोग केवल मतगणना केन्द्रों पर निर्दिष्ट कमरों से ही किया जा सकता है।
सुरक्षा का तीसरा स्तर और सबसे भीतरी घेरा मतगणना हॉल के दरवाजे पर होगा। इसका संचालन केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल द्वारा किया जाएगा। इस स्तर पर उचित तलाशी की व्यवस्था होगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी मोबाइल फोन और अन्य निर्दिष्ट वस्तुएं मतगणना हॉल के अंदर नहीं ले जा सके।
विधानसभा आम चुनाव 2023 के दौरान 25 नवम्बर को हुए मतदान के मतों की गणना 3 दिसम्बर राज्य के सभी निर्वाचन जिला मुख्यालयों पर बनाए गए मतगणना केन्द्रों पर हो रही है। सवाईमाधोपुर जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सुरेश कुमार ओला ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम विधानसभा आम चुनाव 2023 के अनुसार शांति एवं कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए चुनाव परिणाम के बाद विजय जुलूस पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.