भोपाल। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने भोपाल के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के लोकपाल ओमप्रकाश सुनराया के खिलाफ विवादित टिप्पणियों और धार्मिक भड़काऊ पोस्ट का आरोप लगाते हुए रातीबड़ थाने में शिकायत दर्ज कराई है। एनएसयूआई के प्रदेश सह सचिव अमन पठान और विश्वविद्यालय प्रभारी तनय शर्मा ने थाने में आवेदन देकर लोकपाल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की।
एनएसयूआई का कहना है कि लोकपाल ओमप्रकाश सुनराया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किया। आरोप है कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेताओं को बदनाम करने के लिए एआई आधारित वीडियो भी साझा की। एनएसयूआई ने इसे न केवल अनैतिक बताया, बल्कि इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ भी करार दिया।
एनएसयूआई ने अपनी शिकायत में इन आरोपों को साबित करने के लिए कई दस्तावेज और स्क्रीनशॉट पेश किए हैं। इन सबूतों के आधार पर उन्होंने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
NSUI के प्रदेश सह सचिव अमन पठान ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए द मूकनायक से कहा कि "लोकपाल जैसे सम्मानित पद पर रहते हुए इस प्रकार की टिप्पणियां करना न केवल पद की गरिमा के विपरीत है, बल्कि यह लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों पर भी सीधा हमला है।"
पठान ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने इस मामले में उचित कदम नहीं उठाए, तो एनएसयूआई व्यापक प्रदर्शन करेगी। पठान ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संगठन हर संभव प्रयास करेगा और किसी भी तरह की असंवैधानिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विश्वविद्यालय प्रभारी तनय शर्मा ने कहा, "यह मामला केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि सामाजिक और सांविधानिक मूल्यों से भी जुड़ा है। लोकपाल जैसे पद पर बैठे व्यक्ति से उम्मीद की जाती है कि वे तटस्थ और जिम्मेदार व्यवहार करेंगे। दोषी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।"
एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने प्रशासन से तीन प्रमुख मांगें रखी हैं। उन्होंने लोकपाल ओमप्रकाश सुनराया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने, मामले की गहन जांच कर साक्ष्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई करने और लोकपाल को उनके पद से तुरंत हटाने की मांग की है।
एनएसयूआई ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया और उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे व्यापक स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। संगठन ने घोषणा की है कि विरोध प्रदर्शन की योजना तैयार कर ली गई है, जिसमें विश्वविद्यालय परिसर के साथ-साथ भोपाल शहर में भी प्रदर्शन किए जाएंगे।
वहीं, इस संबंध में द मूकनायक ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुल सचिव अविनाश बाजपेयी से बातचीत की। जब उनसे जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने कहा कि इस विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
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