पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने सासाराम से शुरू होने वाली 'वोटर अधिकार यात्रा' के बारे में कहा कि हम लोगों के वोट के अधिकारों को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और चुनाव आयोग एसआईआर के माध्यम से लोगों को वोट के अधिकार से वंचित करने का षडयंत्र रच रहे हैं। हम उसे सफल नहीं होने देंगे।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि देश की वर्तमान स्थिति आपातकाल से भी बदतर है। देश में अघोषित आपातकाल चल रहा है। वोटर अधिकार यात्रा पर उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी, तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के तमाम नेता यात्रा में शामिल हो रहे हैं। हम ये लड़ाई लड़ रहे हैं और जीतेंगे। राजद नेता तेजस्वी यादव ने 'वोटर अधिकार यात्रा' के बारे में कहा कि लोकतंत्र और संविधान खतरे में है, इसकी रक्षा के लिए यह यात्रा हो रही है। यह यात्रा मतदाताओं के संवैधानिक अधिकारों, विशेषकर 'एक व्यक्ति, एक वोट' के सिद्धांत को बचाने का दायित्व निभाने के लिए है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और मतदाता सूची में गड़बड़ी के जरिए वोटिंग अधिकार छीनने का प्रयास कर रही है। बिहार लोकतंत्र की जननी है, यहां से लोकतंत्र को खत्म नहीं होने दिया जाएगा और वोट की डकैती को रोका जाएगा। कुछ लोगों को जीवित होते हुए भी मतदाता सूची में मृत घोषित किया जा रहा है, जो वोटिंग अधिकारों पर हमला है। तेजस्वी के अनुसार, "भाजपा की तानाशाही को बिहार की जनता समझ चुकी है और हमारी यात्रा को जनता का प्यार व समर्थन मिलेगा।" भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि संविधान विरोधी लोग सवाल उठाने वालों को चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं और लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं।
चुनाव आयोग की प्रेस वार्ता पर तेजस्वी ने कहा कि वार्ता के बाद जवाब दिया जाएगा। लेकिन, आयोग को सुप्रीम कोर्ट से पहले ही करारा जवाब मिल चुका है। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे तानाशाही कर सकते हैं और किसी को भी जेल भेज सकते हैं, लेकिन जेल जाने से हम नहीं डरते हैं। (आईएएनएस)
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