उत्तर प्रदेश— मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यूपी विधान परिषद में बजट चर्चा के दौरान विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह डॉ. बीआर अंबेडकर और अन्य दलित व पिछड़े नेताओं का सम्मान करने में विफल रहा है, जबकि वह संविधान की रक्षा का दावा करता है।
आदित्यनाथ ने कहा, "हमारी सरकार ने अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के निर्माण और पंच तीर्थ की स्थापना सहित कई ऐतिहासिक पहल की हैं। हमने यह भी तय किया है कि राज्य के हर जिले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए बनाए जाने वाले सभी छात्रावासों का नाम बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर रखा जाएगा।"
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह वर्ष भारत के संविधान का 'अमृत महोत्सव' है। सीएम योगी ने आरोप लगाया, "समाजवादी पार्टी को शासन करने के कई मौके मिले, लेकिन उसने बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर कभी संस्थान नहीं बनाए। इसके बजाय, उन्होंने मौजूदा संस्थानों को भी हटा दिया।"
सीएम ने कहा, "विपक्ष के विपरीत हमने बाबा साहब के सम्मान में 'पंच तीर्थ' बनवाए और लखनऊ में अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण करवा रहे हैं। यह केंद्र दलित छात्रों को छात्रवृत्ति भी प्रदान करेगा।"
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