मध्य प्रदेश: सितंबर में डेंगू का प्रकोप, भोपाल में 17 दिन में 85 पॉजिटिव केस मिले

शहर में रोजाना आठ से दस केस सामने आ रहे हैं। वहीं इस साल अब तक राजधानी भोपाल में डेंगू के 250 से ज्यादा मामले रिपोर्ट किए गए हैं।
मध्य प्रदेश: सितंबर में डेंगू का प्रकोप, भोपाल में 17 दिन में 85 पॉजिटिव केस मिले

भोपाल। शहर में पिछले दस दिनों से बारिश का दौर जारी है। इसके कारण जगह-जगह पानी एकत्र हो गया है, जिसके चलते तेजी से डेंगू फैलाने वाले मच्छर पनप रहे हैं। पानी के भराव के कारण शहर में एक बार फिर डेंगू पांव पसारने लगा है। बीते दो-तीन दिनों से रोजाना आठ से दस केस सामने आ रहे हैं। वहीं इस साल अब तक राजधानी भोपाल में डेंगू के 250 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।

मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए फागिंग करने वाली नगर निगम की गाडि़यां, दवाओं का छिड़काव करने वाले कर्मचारी और भरे हुए पानी में गंबूसिया मछलियों को छोड़ने की कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है। इसके कारण लगातार मछरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पिछले 17 दिनों में डेंगू के 85 नए मामले सामने आए है। भोपाल में डेंगू पॉजिटिव की संख्या 266 हो चुकी है, जिसके बाद से इसका खतरा और भी तेजी से बढ़ रहा है।

शहरवासियों का कहना है कि बीते दो-तीन माह से फॉगिंग नहीं हो रही है। ना ही मच्छर मारने वाली दवा का छिड़काव हो रहा है। द मूकनायक से बातचीत करते हुए विद्यानगर निवासी इकलाख खान ने बताया कि मच्छरों के कारण परेशानी हो रही है। जैसे ही घर के खिड़की दरवाजे खोलते है। मच्छर घर के अंदर घुस आते है। निगम द्वारा फॉगिंग और दवाइयों का छिड़काव भी नही किया जा रहा। निगम की तरफ से मच्छरों को खत्म करने की कार्रवाई नहीं की जा रही।

इधर, भोपाल के जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने द मूकनायक से बताया कि डेंगू से रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम मिल कर काम कर रहा है। इसके लिए लोगों का भी जागरूक होना जरूरी है। घर के आस-पास पानी एकत्र होने से रोकना एक बड़ा उपाय है। डेंगू के रोकथाम के लिए अभियान चलाते रहते है। पिछले साल की मुताबिक इस बार पॉजिटिव मामलों की संख्या में कमी आई है।

यह है डेंगू के लक्षण

डॉक्टर्स ने डेंगू की प्राथमिक पहचान करने के लिए इन लक्षणों पर गौर करने को कहा है। चिकित्सकों के मुताबिक तेज बुखार, ठंड लगना, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, थकान, ऐंठन, शरीर पर लाल चकत्ते होना डेंगू के लक्षण है। यदि किसी भी व्यक्ति को इस तरह के लक्षण है तो वह नजदीकी अस्पताल में जाकर जांच करवा सकता है।

डेंगू से प्रभावित संवेदनशील क्षेत्र

भोपाल शहर के लालघाटी, कोहेफिजा, जीएमसी, शहीद नगर, ईदगाह हिल्स, साकेत नगर, एम्स, पिपलिया पेंदे खां, बरखेड़ा, अयोध्या नगर, अशोका गार्डन और कटारा हिल्स जैसे इलाकों में डेंगू के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।

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