उत्तर प्रदेश: कर्ज से परेशान किसान ने की खुदकुशी, ऋण का भार अब नाबालिग पोते पर

कर्ज से परेशान किसान ने की खुदकुशी
कर्ज से परेशान किसान ने की खुदकुशीसांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश। झांसी जिले के मऊरानीपुर तहसील के एक गांव में कर्ज से परेशान होकर किसान ने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पीड़ित परिवार अनुसूचित जाति समाज से है।

इस घटना के बाद अब 16 साल के नाबालिग पर कर्ज की जिम्मेदारी आ गई है। यह कर्ज उसके दादा (पिता के पिता) द्वारा लिया गया था। जिसके चलते नाबालिग के पिता ने खुदकुशी कर ली। अब पोते को अपने दादा द्वारा लिया गया कर्ज चुकाना पड़ेगा। वहीं इस नाबालिग पर अपनी दादी, अपनी माँ और एक 14 साल की नाबालिग की जिम्मेदारी भी है। घर का खर्च और अन्य जिम्मेदारियां भी नाबालिग के कंधे पर आ गई हैं। पीड़ित ने बताया कि कर्ज माफी के दौरान भी यह कर्ज माफ नहीं हो सका है।

जानिए क्या है पूरा मामला?

यूपी में झांसी मऊरानीपुर तहसील के गरौठा क्षेत्र में लहचूरा ग्राम पंचायत में गुढ़ा गांव निवासी भगवान दास के परिवार में बेटे मोहित (16) एक 14 साल की बेटी, पत्नी और बुजुर्ग मां हैं। भगवान दास ने अपने पिता धूराम अहिरवार द्वारा लिए गए कर्ज के बढ़ते बोझ से परेशान होकर बीते शुक्रवार आत्महत्या कर ली।

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भगवान दास के बेटे मोहित ने बताया, "बीते शुक्रवार पिता खेत गए हुए थे। देर रात खेत पर बने कमरे की छत में लगी कुंडी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।"

मोहित ने बताया, "मेरे पिता के पिता (दादा) धूराम अहिरवार की 1 साल पहले मौत हो चुकी है। मेरे दादा ने यूपी ग्रामीण मारकुवा बैंक से 2 लाख 44 हजार और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मऊरानीपुर से 1 लाख 57 हजार का लोन लिया था। जब दादा का निधन हुआ तो कर्जा मेरे पिता के नाम ट्रांसफर कर दिया गया।"

तीन माह पहले साहूकारों से ले लिया कर्जा

मोहित आगे बताते हैं, "मेरे पिता भगवान दास ने दो-तीन महीने पहले ही खेत में बोरिंग कराई थी। 1 बोर सफल नहीं हुआ। दूसरा बोर सफल हुआ। बोरिंग और बिजली कनेक्शन कराने के लिए गांव के एक साहूकार से 2 लाख और दूसरे साहूकार से 1 लाख 80 हजार का और कर्जा ले लिया था।"

खरीफ की फसल हुई बर्बाद, कर्ज नहीं चुका सके

मोहित ने बताया, "मेरे पिता ने खरीफ की फसल मेहनत से तैयार की थी। लेकिन पानी न बरसने ने कारण सारी फसल खराब हो गई थी। वह इसे लेकर कई दिन से परेशान चल रहे थे। बीते शुक्रवार की शाम मेरे पिता घर पर कह कर गए थे कि बिजली कटौती हो रही है। खेत पर जा रहे हैं। रात में बिजली आएगी तो खेतों की सिंचाई करेंगे। लेकिन शुक्रवार की रात को ही उन्होंने खेत पर बने कमरे पर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।"

किसान कांग्रेस के अध्यक्ष ने की सरकार से आर्थिक मदद देने की मांग

उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार परिजनों के गांव जाकर परिजनों से मिले और उन्हें ढांढस बंधाते हुए हर सम्भव मदद की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ित परिवार को 5 लाख की आर्थिक मदद देने की भी मांग की है।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जांच जारी

कर्जे में डूबे किसान द्वारा आत्महत्या की खबर मिलने पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी गरौठा ने बताया, "मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।"

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