मध्य प्रदेशः जंगलों को बचाने के लिए चिपको केे बाद आदिवासी महिलाओं का बैठो आंदोलन!

बुरहानपुर कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर दिया धरना
मध्य प्रदेशः जंगलों को बचाने के लिए चिपको केे बाद आदिवासी महिलाओं का बैठो आंदोलन!

भोपाल। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में आदिवासियों ने जंगल की अवैध कटाई और अतिक्रमण को लेकर जिला मुख्यालय पर पहुंचकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। जागृत आदिवासी दलित संगठन के बैनर तले बडी संख्या में आदिवासी महिलाएं हाथों में लाल झंडे लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची। यहाँ पहुँचे आदिवासी संगठन के लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए 500 से अधिक आदिवासी महिला पुरुषों ने कलेक्टर कार्यालय पर धरना दिया।

जागृत आदिवासी दलित संगठन के कार्यकर्ता माधुरी ने कहा कि एक मंत्री का गृह क्षेत्र होने के बावजूद भी बड़े पैमाने पर बुरहानपुर जिले में जंगल काटे जा रहे हैं और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है प्रशासन द्वारा सरेंडर कराने का दावा किया गया, बावजूद इसके जंगल में वनों की कटाई और अधिक बढ़ गई। संगठन की माधुरी बेन ने कहा कि अब तक करीब 15000 एकड़ से अधिक जंगल काट दिया गया है जो बहुत ही बड़ा नुकसान है माधुरी बेन ने इसका जिम्मेदार जिला प्रशासन और सरकार को बताया है।

आदिवासी संगठन के साथ धरना देने पहुंचे विधायक

वहीं, इस विरोध प्रदर्शन में अपना समर्थन देने पहुंचे निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। जंगल काटे जा रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सारे काम छोड़ कर इस ओर ध्यान देना चाहिए, लेकिन वह ध्यान नहीं दे रहे हैं। हजारों एकड़ वनों को काट दिया गया है, लाखों करोड़ों अरबों की लकड़ी जला दी गई है यह बहुत बड़ी घटना है। सरकार में बैठे लोग इस और ध्यान नहीं दे रहे है। विधायक ने आरोप लगाया है कि शासन-प्रशासन कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।

रात भर धरने पर बैठे आदिवासी

बुराहनपुर के जंगलों की अवैध कटाई को लेकर कलेक्टर परिसर में रात भर धरना देकर जवाब मांगने के लिए आदिवासी संगठन के लोग बैठे रहे। जिसको जहां जगह मिली वहां सो गया। कोई चद्दर तान के सो गया तो कोई फर्श पर सो गया। वहीं कुछ महिलाएं रात जागकर लोकगीत गाती रहीं। इनका कहना है कि जब तक हमें वरिष्ठ अधिकारी का संतोषजनक जवाब नहीं मिलता तब तक हम यहीं रात गुजारेंगे।

अतिक्रमण से हो रहा जंगल का सफाया

बुरहानपुर के हरे भरे जंगल में पेड़ काटकर जंगलों को खेतों में तब्दील किया जा रहा है। बुरहानपुर जिले के असीरगढ़, नेपानगर, खकनार, नावरा, धुलकोट, बुरहानपुर, बोदरली, शाहपुर वन परिक्षेत्र में पिछले पांच वर्ष में दो हजार हैक्टेयर से अधिक जंगल से पेड़ काटकर मैदान कर खेत बना दिए गए है। यहाँ पिछले डेढ़ साल से क्षेत्र में अतिक्रमणकारी सक्रिय हैं, और लगातार जंगल की कटाई कर जमीन पर अतिक्रमण कर रहे हैं।

पिछले दिनों बुरहानपुर के जंगलों में रही अवैध कटाई को लेकर सेवानिवृत्त वन अधिकारी जगदीश चंद्रा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव वन जेएन कंसोटिया और वन बल प्रमुख आरके गुप्ता को पत्र लिखा था। इसमें जंगल को बचाने का अनुरोध किया गया था।

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