किसानः असमय बारिश और ओलावृष्टि से फसल खराब, किसानों की बढ़ी चिंता

दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका
किसानः असमय बारिश और ओलावृष्टि से फसल खराब, किसानों की बढ़ी चिंता

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान व मध्यप्रदेश में हुई बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल खराब हो गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी बारिश, ओलावृष्टि होने की आशंका जताई है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। उन्होंने अब तक हुए फसल खराबे का मुआवजा देने की मांग की है।

राजस्थान में तैयार फसल हुई खराब

जयपुर। बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से पकी पकाई फसल बर्बाद हो गई। फसल खराबे के बाद राज्य सरकार के मुखिया अशोक गहलोत ने जल्द गिरदावरी करवा कर पीडि़त किसानों को नुकसान का मुआवजा देने की घोषणा भी कर दी है, लेकिन धरातल पर सरकारी मशीनरी की सुस्ती किसानों की किस्मत पर भारी पड़ रही है।

आपको बता दें कि इस वर्ष मार्च महीने में बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से पकी पकाई फसल नष्ट हो गई। मार्च में बिगड़े मौसम के मिजाज से राजस्थान के 18 जिलों में फसलों में नुकसान हुआ है। किसानों की माने तो बारिश व ओलो से जीरा, ईसबगोल, सरसों, गेहूं, जौ, चना, तारामीरा और बागवानी फसल प्रभावित हुई है।

राजस्थान में मार्च महीने में हुई बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से जीरा, ईसबगोल, सरसों, गेहूं, जौ, चना, तारामीरा के अलावा बागवानी फसलों में भी खासा खराबा हुआ है। सवाईमाधोपुर जिले के कृषि अधिकारी रामराज मीना ने माना की ओलावृष्टि से फसलों में 60 प्रतिशत से अधिक खराबा हुआ है। इसके अलावा बारिश व अंधड़ से फसल गिरने से भी काफी नुकसान हुआ है। विशेष कर फसल भीगने व नीचे गिरने गेहूं का तूड़ा भी खराब होता है। इस सीजन बड़े स्तर पर फसलों में नुकसान हुआ है, लेकिन आंकलन सम्पूर्ण गिरदावरी के बाद होगा।

किसानों के अनुसार पश्चिमी राजस्थान में जीरा व इसबगोल की फसल में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। पूर्वी राजस्थान की बात करे तो यहां अलवर, दौसा, भरतपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, झलावाड़, बारां अजमेर, जयपुर, सहित अन्य जिलों में खेतों में काट कर रखी सरसों की फसल के अलावा गेहूं, चना, जौ, धनिया आदि फसलों में काफी नुकसान हुआ है।

राजस्थान के उदयपुर संभाग के राजसमंद में भी ओलावृष्टि से फसल खराब हुई है। यहां मक्का, जौ और सरसों की फसल को नुकसान हुआ है।

विधायक अधिकारियों के साथ निकले खेतों में

असमय बारिश व ओलावृष्टि के बाद राजस्थान में कई विधायक अधिकारियों के साथ खेतों में खराबे का आंकलन करने पहुंचे। सवाईमाधोपुर विधायक दानिश अबरार ने भी क्षेत्र में खेतों में पहुंच कर खराब फसलों का जायजा लिया। इस दौरान सम्बन्धित अधिकारियों को समय गिरदावरी की रिपोर्ट सरकार को भेजने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में रही है। उन्होंने पीड़ित किसानों को आर्थिक मदद दिलवाने का भरोसा भी दिया।

मध्यप्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि से 38 हजार 985 हेक्टेयर फसल खराब

भोपाल। मध्य प्रदेश में मार्च के महीनें में बेमौसम बारिश से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। प्रदेश के 20 से 22 जिलों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि हुई है। खराब हुई फसलों के लिए राजस्व विभाग ने नुकसान का आंकलन शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार ग्रामीण इलाकों में राजस्व विभाग, कृषि विभाग, और पंचायत ग्रामीण विकास विभाग ने संयुक्त जांच दल तैयार किए। जिनमें पटवारी, आरआई, तहसीलदार और अन्य कर्मचारी अधिकारी शामिल है। जिले में खराब फसलों के सर्वे के लिए एसडीएम और कलेक्टर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जिसका पूरा डाटा एक हफ्ते बाद मिल पाएगा।

सरकार को मिली प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 19 जिलों के 525 गांवों में 33 हजार 884 किसानों की 38 हजार 985 हेक्टेयर फसल खराब और प्रभावित हुई है। सरकार ने सर्वे के लिए राजस्व, कृषि और पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अफसरों का संयुक्त दल भी बनाया है। जानकारी के अनुसार सबसे पहले मालवा की तरफ ओलावृष्टि हुई।

मध्य प्रदेश के इन जिलों में हुई बारिश और ओलावृष्टि

मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा, रायसेन, झाबुआ, मंदसौर, रतलाम, नीमच, बैतूल, राजगढ़, सागर, सतना, दतिया, छतरपुर, दमोह, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, सीहोर, बालाघाट, बुरहानपुर, शिवपुरी, खंडवा, हरदा, मुरैना, धार, डिंडौरी, सिवनी, आगर, नरसिंहपुर, रीवा समेत कई अन्य जिलों में भी बारिश और ओलावृष्टि हुईं है।

फिर बदलेगा मौसम

मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के अनुसार एक बार फिर प्रदेश में बारिश होगी। द मूकनायक से बातचीत करते हुए वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 23-24 मार्च से फिर नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है। जिसका असर ग्वालियर-चंबल संभाग में देखने को मिलेगा। यहाँ हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है। वहीं भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के अन्य शहरों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। फिलहाल ओलावृष्टि के संकेत नहीं मिल रहे है।

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com