UP: BBAU में देर रात पहुंची पुलिस, 26 छात्रों को पहले CHC में भर्ती कराया फिर जेल भेजा!

तीन छात्रों की हालत बिगड़ने पर पुलिस ने की कार्रवाई, रात 10 बजे तक जिला प्रशासन और पुलिस के अफसर विवि में डटे रहे.
बीबीएयू में धरनास्थल पर मौजूद पुलिस।
बीबीएयू में धरनास्थल पर मौजूद पुलिस।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मारपीट की घटना में छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के विरोध में गुरुवार को भी छात्रों का आंदोलन जारी रहा। तीन छात्रों की भूख से तबियत बिगड़ने की खबर से हड़कंप मच गया। सिटी मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ और एडीसीपी अमित कुमावत विश्वविद्यालय पहुंचे। छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन धरना दे रहे छात्र दोषी अधिकारियों और मारपीट के आरोपी सुरक्षाकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे। पुलिस ने 26 छात्रों को हिरासत में लेकर गोसाईगंज सीएचसी में भर्ती करा दिया। शरीरिक जांच होने के बाद इन छात्रों को जेल भेज दिया। 

बीबीएयू छात्रों ने आरोप लगाया है कि बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के नाम पर बने विश्वविद्यालय में बाबासाहेब की जयंती उपलक्ष्य में उनसे जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगा दी। वही, रामनवमी में बिना परमिशन के डीजे कैंपस के अंदर लाया गया और प्रोग्राम करवाया गया। प्रशासन के इस भेदभाव पूर्ण रवैया के खिलाफ अपनी बात को लेकर छात्र 17 अप्रैल 2024 को कुलपति आवास पर उनसे मिलने गए थे। छात्रों का आरोप है कि इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने पिटाई की।

छात्रों में आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन कि शह पर सिक्योरिटी कंपनी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा बुरी तरह पिटाई करने के बाद साजिशन छात्रों के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है। छात्रों ने कुलानुशासक संजय कुमार से इस्तीफा मांगा है। वहीं, सुरक्षा अधिकारी बी.एस.सैनी समेत छात्रों की पिटाई करने में शामिल एसआईएस सुपरवाइजर विनय प्रताप और सुरक्षाकर्मियों पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की।

छात्रों को पुलिस वाहन में ले जाते हुए।
छात्रों को पुलिस वाहन में ले जाते हुए।

विवि के चार छात्रों सहित 25 अन्य के खिलाफ रिपोर्ट हुई थी दर्ज

इस मामले में बीबीएयू में तैनात सुरक्षा एजेंसी के एरिया मैनेजर ने विवि के चार छात्रों समेत 25 अन्य के खिलाफ आशियाना थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी थी। छात्रों ने एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे गए। विवि कुलपति प्रो. संजय सिंह ने छात्रों से मिलकर जांच कमेटी गठित कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद धरने पर बैठे छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। तीन छात्रों की तबीयत बिगड़ने पर लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

पांच दिन से चल रहा धरना छात्रों की हालत बिगड़ी 

एफआईआर रद्द करने तथा प्रॉक्टर और सुरक्षा अधिकारी तत्काल हटाए जाने की मांग को लेकर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ के छात्र हड़ताल पर बैठ गए। पांच दिन के लगातार धरने के बाद इस भीषण गर्मी के कारण छात्रों की तबीयत खराब हो गई। लेकिन, इसके बावजूद उनके हौसलों में कोई कमी नहीं आई। हालत बिगड़ने पर छात्रों को लोक बंधु राज नारायण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। प्रदर्शनकारी छात्र कई बार बेहोश हो गये। 

गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे सिटी मजिस्ट्रेट, एडीसीपी, एसीपी, आशियाना इंस्पेक्टर, बीबीएयू के रजिस्ट्रार ने धरने पर बैठे छात्रों से मुलाकात की। रात 10 बजे तक अधिकारियों ने कई बार बातचीत कर धरना समाप्त करने का प्रयास किया लेकिन छात्र शांत नहीं हुए। जिसके बाद रात 11 बजे भारी पुलिस बल विवि पहुँच गया और 26 छात्रों को हिरासत में ले लिया। छात्रों को गोसाईंगंज सीएचसी में परीक्षण के लिए भर्ती कराया गया। जिसके बाद सुबह होते ही सभी छात्रों को जेल भेज दिया गया। इस मामले में विवि प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कमेटी की जांच रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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