खबर का असरः सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने लगा दूध

खबर का असरः सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने लगा दूध

जयपुर। राजस्थान के सरकारी विद्यालयों व मदरसों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों को अब प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को मिड डे मील में भोजन के साथ मिल्क पाउडर से तैयार दूध पिलाया जाएगा। ध्यान रहे है कि सीएम की बजट घोषणा के बावजूद मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का क्रियान्वयन नहीं होने से लगभग 68 लाख विद्यार्थियों के लिए खरीदा गया दूध पाउडर गोदामों में रखा था। द मूकनायक ने इस संबंध में 10 नवम्बर को प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशन के बाद मुख्यमंत्री ने इसे गम्भीरता से लेते हुए मंगलवार को बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए मिल्क पाऊडर से तैयार दूध पिलाकर प्रदेश भर में बजट घोषणा को धरातल पर क्रियान्वित किया।

एक हजार करोड़ होंगे खर्च

द मूकनायक को आयुक्त स्कूल शिक्षा व मिडडे मिल डॉ¬. मोहनलाल यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना पर 476 करोड़ व निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। राजस्थान के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत लगभग 68 लाख बच्चों को दो दो यूनिफॉर्म का कपड़ा व सिलाई के लिए 200 रुपए भी दिए जाएंगे।

मुख्य सचिव राजस्थान ऊषा शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना व मुख्यमंत्री निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना के तहत राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8वीं के 67 लाख 58 हजार 177 विद्यार्थियों को निशुल्क यूनिफॉर्म के दो सेट दिए जाएंगे। सिलाई के लिए भी पैसा देंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना में दो दिन सभी सरकारी स्कूलों, मदरसों व विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों को पाउडर मिल्क से तैयार दूध उपलब्ध कराया जाएगा। इस दौरान शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान ने कहा कि बच्चों को हेल्दी रखने के लिए यह योजना कारगर साबित होगी।

मलारना डूंगर में भी पिलाया बच्चों को दूध

मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना व मुख्यमंत्री निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना के तहत राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले के मलारना डूंगर उपखण्ड मुख्यालय पर भी ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रम हुआ। ब्लॉक के 2646 बालक-बालिकाओं को मंगलवार से मिल्क पाउडर से तैयार दूध पिलाया गया। कार्यक्रम को अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मोहम्मद जाकिर ने सम्बोधित किया।

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