उत्तर प्रदेश: बारात पर हमला, दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारा, बारातियों को पीटा

दुल्हन की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज
दलित दूल्हे की बारात/ फोटो - सांकेतिक
दलित दूल्हे की बारात/ फोटो - सांकेतिक

लखनऊ। यूपी के आगरा में दलित की बारात रोक ली गई। दूल्हे से पूछा गया 'मेरे सामने घोड़ी पर बैठने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हो गई!' इस बात से तनाव की स्थिति पैदा हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने दलित दूल्हे को घोड़ी से उतार दिया। बारात में आई महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़ की। विरोध पर जमकर मारपीट की। इस घटना में दुल्हन की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

क्या है पूरा मामला?

यूपी के आगरा जिला मुख्यालय के सदर बाजार क्षेत्र में जाटव बस्ती है। घटना चार मई की है। जाटव बस्ती निवासी गीता बताती हैं, "मेरी बेटी की शादी थी। रात साढ़े ग्यारह बजे बारात राधा कृष्ण मैरिज होम जा रही थी। दूल्हा घोड़ी पर सवार था। बाराती नाच रहे थे। बारात जब ठाकुर बस्ती से होकर गुजरी तब योगेश ठाकुर, राहुल,सोनू ठाकुर व कुणाल ठाकुर ने मिलकर बारात रोक ली।"

गीता बताती हैं, "इस दौरान उन लोगों ने दूल्हे और बारातियों को जाति सूचक शब्द कहते हुए अपमानित किया और कहा 'तुम्हारा दूल्हा घोड़ी पर कैसे बैठा है?' उन्होंने दूल्हे को पकड़कर उतार दिया। इसके साथ ही आरोपियों ने बारात में शामिल महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़ की। जब हमने विरोध किया तो हम लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी।"

गीता आगे बताती है, "बाराती जैसे तैसे राधा कृष्ण मैरिज हाल पहुंचे। लेकिन युवक भी मैरिज होम में घुस आए। बारात में आई युवतियों से छेड़छाड़ करने लगे। जाटव समाज के युवकों को जमकर मारा पीटा। मारपीट में पप्पू और छोटू के चोटें आई हैं।"

पुलिस ने दुल्हन की मां से मिली तहरीर के आधार पर योगेश ठाकुर, राहुल, सोनू ठाकुर और कुणाल ठाकुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 452, 354, 323, 504, 354 और अनुसूचित जाति एवं जनजाति निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

दलित दूल्हे की बारात/ फोटो - सांकेतिक
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