यूपीः सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत तो दलित का घर फूंका!

कनौजिया बताते हैं- 'हमारे पिता की बीमारी के बाद 8 मई को मौत हो गई थी। पूरा परिवार शोक में डूबा था। हम तेरहवीं की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान उन लोगों ने अवैध कब्जे को लेकर विवाद शुरू कर दिया है। अब हमारे पिता नहीं रह गए हैं,इसलिए वह सब चाहते हैं कि हमें डराकर और मारपीट के भगा दें।"
थाना मऊ आइमा.
थाना मऊ आइमा.

प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज जिले के गंगापार क्षेत्र के मऊआइमा इलाके के एक गांव में बंजर जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर दलित परिवार ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर काम रुकवा दिया। दोनों पक्षों को थाने बुलाया। आरोप है कि थाने से लौटे आरोपियों ने पूरे दलित परिवार की पिटाई की और घर में आग लगा दी। इससे घर में रखा राशन और कपड़े जल गए। इस परिवार में सात दिन पहले ही घर के मुखिया की मौत हुई थी। पूरे मामले में पुलिस ने पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

दरअसल, पूरा मामला प्रयागराज के गंगापार इलाके के मऊआइमा थाना क्षेत्र चक फात्मा उर्फ़ माधोपुर गांव का है। इस गांव में शिवबंशी लाल कनौजिया रहते हैं। शिवबंशी लाल कनौजिया अनुसूचित जाति/जनजाति के सदस्य हैं।

द मूकनायक ने शिवबंशी लाल कनौजिया से सम्पर्क किया। कनौजिया ने बताया-"हमारे घर के बगल में सरकारी बंजर जमीन खाली पड़ी हुई है। इस जमीन पर मेरे गांव के रहने वाले रामचंद्र पटेल पुत्र मुरलीधर पटेल,रामकृपाल पटेल पुत्र मुरलीधर पटेल, प्रताप बहादुर पटेल पुत्र विजय बहादुर पटेल,रंग बहादुर पटेल,रंग बहादुर पटेल पुत्र विजय बहादुर पटेल, भोला पटेल पुत्र भैयाराम पटेल अवैध रूप से कब्जा करना चाहते थे। कई बार उन्होंने इस पर निर्माण करने की कोशिश की। लेकिन वह विफल हो जाते थे।"

कनौजिया आगे बताते हैं- "उस दिन (14 मई 2024) को सूरज ढलने के बाद इस जमीन पर उन लोगों द्वारा कब्जा करने की कोशिश की गई। यह लोग मजदूर और मिस्त्री को बुलाकर फरमा लगाकर पिलर ढाल रहे थे। मैंने पूरे मामले की शिकायत करने और अवैध निर्माण रुकवाने के लिए पुलिस को फोन किया। मैंने डायल 100 पर सूचना दी थी। पुलिस मौके पर आई। पुलिस को देखकर आरोपी अपने घर में भाग गए और गाली गलौच करने लगे। डायल 100 वाली पुलिस ने मौके पर ही फोन करके फ़ोर्स बुला दी। मौके पर दरोगा जी सहित कई पुलिसकर्मी आ गए और काम रुक गया। हम दोनों पक्षों को पुलिस ने थाने बुलाया। थाने पर उन लोगों पुलिस ने काम रोकने को बोल दिया और सुबह आने के लिए कहा। हम सब घर वापस आ गए।"

घर में लगाई आग

कनौजिया आगे बताते हैं-"हम सब घर वापस आ गए थे। इस दौरान आरोपी लोग लाठी-डंडा लेकर हमारे घर आये और पूरे परिवार को बुरी तरह पीटा। हमें जातिसूचक गालियां दीं। जब हमने विरोध किया तो उन्होंने हमारे घर में आग लगा दी। इससे हमारा पूरा घर जलने लगा। घर में रखा हुआ राशन और कपड़े सब जल गए।"

पिता की सात दिन पहले हुई थी मौत

कनौजिया बताते हैं- 'हमारे पिता की बीमारी के बाद 8 मई को मौत हो गई थी। पूरा परिवार शोक में डूबा था। हम तेरहवीं की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान उन लोगों ने अवैध कब्जे को लेकर विवाद शुरू कर दिया है। अब हमारे पिता नहीं रह गए हैं,इसलिए वह सब चाहते हैं कि हमें डराकर और मारपीट के भगा दें।"

पुलिस ने पांच नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा

इस मामले में पीड़िता शिव बंशीलाल कनोजिया की तहरीर पर आईपीसी की धारा- 147, 323, 504, 506, 435 सहित एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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