“हम दलितों का छुआ नहीं खाते हैं” — कहकर खाना फेंका, दलित डिलीवरी ब्वॉय की पिटाई कर मुंह पर थूका

“हम दलितों का छुआ नहीं खाते हैं” — कहकर खाना फेंका, दलित डिलीवरी ब्वॉय की पिटाई कर मुंह पर थूका

उत्तर प्रदेश। भारत के अन्य राज्यों सहित यूपी के कई जिलों से भी दलित उत्पीड़न की लगातार खबरें आ रही हैं। लखनऊ में 18 जून की रात जोमैटो के आर्डर पर कस्टमर के घर खाना लेकर पहुंचे डिलीवरी ब्वॉय से कथित ऊंची जाति के व्यक्ति ने खाना लेने से मना कर दिया। आरोप है कि, कस्टमर ने नाम के पीछे लगे "रावत" शब्द का पता चलते ही ऑर्डर किया गया खाना फेंक दिया गया, और कहा कि- "हम दलितों के हाथ से छुआ खाना नहीं खाते हैं"। इसका विरोध करने पर डिलीवरी ब्वॉय को जातिसूचक गालियां दी गई। विरोध करने पर लगभग एक दर्जन लोगों ने उसके साथ मारपीट की और उसके मुंह पर थूका भी। डिलीवरी ब्वॉय की लिखित तहरीर के आधार पर पुलिस ने 2 नामजद तथा 12 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि मामला केवल मारपीट का है।

क्या है पूरा मामला?

उत्तर प्रदेश के लखनऊ के आशियाना के किला मोहम्मदी में रहने वाला विनीत रावत जोमैटो में डिलीवरी ब्वॉय है। 18 जून शनिवार की रात उसे आशियाना के ही रहने वाले अजय सिंह नाम के कस्टमर को ऑर्डर डिलीवरी देने के लिए भेजा गया। विनीत डिलीवरी लेकर पहुंचा और खाना दिया। विनीत का आरोप है, "कस्टमर अजय सिंह को जैसे ही मैंने अपना नाम विनीत रावत बताया। वह भड़क गया। पहले तो उन्होंने खाने का पैकेट फेंक दिया। कहा कि दलित का छुआ नही खाएंगे। इसके बाद मुंह पर थूक दिया। जब मैंने विरोध किया तो अजय और उनके परिवार के सदस्यों ने मिलकर पिटाई की। मैने 112 पर पुलिस को फोन किया।"

वकील के साथ थाने पहुंचकर दर्ज कराई एफआईआर

पुलिस ने बताया कि, विनीत की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों पक्षों को शांत कराया। पुलिस विनीत को थाने लेकर आ रही थी। लेकिन उसने उस वक्त मना कर दिया था। रविवार को वकील के साथ आकर एफआईआर दर्ज कराई। फिलहाल, रिपोर्ट दर्ज करके जांच की जा रही है। दोनों पक्षों से गहनता से पूछताछ की जाएगी। आसपास लगे हुए सीसीटीवी की भी जांच की जाएगी।

आशियाना इंस्पेक्टर दीपक पांडेय का कहना है कि, शनिवार रात विपिन ऑर्डर लेकर पहुंचा तो अजय अपने एक दोस्त को छोड़ने के लिए कही जा रहे थे। अजय ने बताया कि जैसे ही वह घर से निकले विनीत पहुंच गया। विनीत ने उन्हीं से उनके घर का पता पूछा। अजय ने पान मसाला खाया हुआ था। विनीत को पता बताने के लिए उन्होंने मसाला थूका। इसके छींटे विनीत पर पड़ गए। इस पर विनीत ने गाली देते हुए विवाद किया। इसी बात पर अजय और उनके घरवालों ने विनीत की पिटाई कर दी।

जोमैटो के रितेश मिश्रा ने बताया, ऐसे मामलों में हमारी "थ्रेट ऑफ टीम" काम करती है। वह ऐसे मामलों में पुलिस से सम्पर्क करके मामले को प्राथमिकता पर रखते हुए इस बात का विशेष ख्याल रखती है कि पीड़ित डिलीवरी ब्वॉय को उचित न्याय मिल सके।"

आरोपी ने दी सफ़ाई

मामले में द मूकनायक से बात करते हुए आरोपी अजय सिंह गंगवार ने डिलीवरी ब्वॉय के आरोपों को गलत बताया, "मैं लॉकडाउन के बाद से जुमैटो औऱ स्विगी से अक्सर आर्डर करके बच्चों के लिए चीजे मंगाता हूँ। शनिवार को भी मैने बच्चों के लिए ही मोमोज ऑर्डर किये थे। अगर मैं जाति-धर्म देखकर खाना मंगाता तो शायद ऑनलाइन ऑर्डर कभी न करता। खाना कहां बन रहा है? उसे कौन बना रहा है? इसकी जानकारी कभी नहीं हो पाती है। मैं हर शनिवार और रविवार लगभग बच्चों के लिए कुछ न कुछ मंगाता रहता हूँ। डिलीवरी ब्वॉय बेवजह ही झूठे आरोप लगा रहा है।"

अजय घटना का जिक्र करते हुए आगे बताते हैं, "मैं घर पर नहीं था। मेरा भाई घर के आंगन में गाड़ी खड़ा कर रहा था, इस दौरान उसने मसाला थूका होगा और गलती से कुछ छींटे चली गई होंगी। उसने भाई से अभद्र शब्द में बात की। मैं भी घर लौट आया था। घर के बाहर हंगामा देखकर मैने मामला जानना चाहा और बात बढ़ गई। उसने गाली-गलौच किया। विरोध पर थोड़ी हाथा पाई जरूर हुई लेकिन उसे किसी ने पीटा नहीं था। उसने 112 डायल करके पुलिस बुला ली। तब भी वह आरोप लगा रहा था कि मेरे ऊपर थूक दिया। लेकिन जब मैंने पुलिस की मौजूदगी में कहा कि आप निशान दिखाइए तो वह नहीं दिखा पाए। पुलिस भी लौट गई। अगले दिन डिलीवरी ब्वाय ने जाकर झूठे आरोप लगाते हुए FIR दर्ज करा दी।"

"मेरे घर मे माधुरी रावत लगभग 6 साल से घर का खाना बना रही हैं, लेकिन जाति को लेकर कभी कोई भेदभाव नहीं किया। हम पढ़े-लिखे लोग हैं। आश्चर्य की बात है कि अभी एक महीने पहले बच्चों की देखभाल के लिए जो आया रखी वह भी अनसूचित जनजाति से हैं। उसका नाम आरती रावत है। हमने कभी इन सबके साथ कोई भी अमानवीय व्यवहार नहीं किया," अजय ने कहा।

"अभी जाँच जारी, हम किसी निष्कर्ष पर नहीं" : पुलिस

लखनऊ पुलिस के ADCP पूर्व एस एम कासिम आबिदी ने मामले पर कहा, "अभी हमारी जाँच जारी है। आरोपित पक्ष ने भी अपने पक्ष में काफी सबूत दिए हैं। हम CCTV आदि की भी पड़ताल कर रहे हैं। आरोपित के घर और ऑफिस में भी दलित स्टाफ हैं। फ़िलहाल हम हर पहलू पर जाँच कर रहे हैं।"

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