मिशन जय भीम के रथ से पूरे देश में होगा ‘जाति छोड़ो समाज जोड़ो’ का प्रचार और बुद्ध की शिक्षा का प्रसार

देश में बुद्ध की शिक्षा और शांति का प्रचार-प्रसार करने के लिए बुद्ध धम्म चक्र नाम का एक रथ पूरे देश का भ्रमण करने वाला है। मिशन जय भीम के संरक्षक राजेंद्र पाल गौतम ने इस रथ को हरी झंडी दी है। [फोटो- पूनम मसीह, द मूकनायक]
देश में बुद्ध की शिक्षा और शांति का प्रचार-प्रसार करने के लिए बुद्ध धम्म चक्र नाम का एक रथ पूरे देश का भ्रमण करने वाला है। मिशन जय भीम के संरक्षक राजेंद्र पाल गौतम ने इस रथ को हरी झंडी दी है। [फोटो- पूनम मसीह, द मूकनायक]
Published on

नई दिल्ली। देश में बुद्ध की शिक्षा और शांति का प्रचार-प्रसार करने के लिए बुद्ध धम्म चक्र नाम का एक रथ पूरे देश का भ्रमण करने वाला है। मिशन जय भीम के संरक्षक राजेंद्र पाल गौतम ने इस रथ को हरी झंडी दी है। बीते 27 अगस्त को "मिशन जय भीम" के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इस रथ यात्रा की घोषणा की गई।

रथ की पहली यात्रा राजस्थान से

मीडिया से बातचीत करते हुए राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि यह रथ पूरे देश में साल 2025 तक यात्रा करेगा। जिसके द्वारा पूरे देश में लोगों को बुद्ध धर्म की शिक्षा और दीक्षा दी जाएगी। इस रथ के रोडमैप पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि, हमने इसके लिए एक रोडमैप तैयार किया है। जहां-जहां यह रथ जाएगा वहां-वहां हमारे मिशन से जुड़े लोग स्थानीय लोगों को बौद्ध धर्म के बारे में बताएंगे। साथ ही बताया कि सबसे पहले इस रथ को राजस्थान भेजा जाएगा, उसके बाद गुजरात।

राजस्थान में सबसे पहले जाने की बात पर गौतम कहते हैं कि वहां के लोगों ने ही हमसे सबसे पहले इसे भेजने का प्रस्ताव रखा था। इसलिए सबसे पहले रथ राजस्थान जाएगा।

यह कैसा अमृत महोत्सव!

देश में फैली जातिवाद पर अपनी बात रखते हुए वह कहते हैं कि, पूरा देश अमृत महोत्सव मना रहा है। लेकिन ये कैसा अमृत महोत्सव है। जहां घड़े से पानी पीने के कारण एक बच्चे की पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है। वह कहते हैं कि हमारे लोगों को आज भी तुच्छ समझा जाता है। मूंछ रखने पर हत्या कर दी जाती है। इसलिए मैंने यह संकल्प लिया है कि भारत से जाति व्यवस्था को खत्म करना है। ताकि सभी लोग सम्मान की जिंदगी जी सकें। इसलिए हमने मिशन की शुरुआत "जाति छोड़ो, समाज जोड़ों" के नाम से की है। क्योंकि जब तक जाति खत्म नहीं होगी तब तक समाज में शांति नहीं आ सकती।

महात्मा बुद्ध और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर [फोटो- पूनम मसीह, द मूकनायक]
महात्मा बुद्ध और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर [फोटो- पूनम मसीह, द मूकनायक]

10 करोड़ लोगों को बौद्ध धर्म की दीक्षा

वह बताते हैं कि, इस मिशन के तहत साल 2025 को 10 करोड़ लोगों को बौद्ध धर्म की दीक्षा देनी है और इसी साल पांच अक्टूबर को विजय दशमीं के दिन 10 हजार लोगों को बौद्ध धर्म की दीक्षा दिलाई जाएगी। मिशन जय भीम की टीम देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों पर हो रहे जाति के नाम पर उत्पीड़न पर काम कर रही है।

शन जय भीम के जनरल सेक्रेटरी बीके निगम [फोटो- पूनम मसीह, द मूकनायक]
शन जय भीम के जनरल सेक्रेटरी बीके निगम [फोटो- पूनम मसीह, द मूकनायक]

देश से जाति को खत्म करना होगा

रथ यात्रा की शुरुआत पर मिशन जय भीम के जनरल सेक्रेटरी बीके निगम का कहना है कि हम लोगों को बौद्ध धर्म की शिक्षा दे रहे हैं। हम किसी का भी धर्म परिवर्तन नहीं करवा रहे हैं। हमारा काम सिर्फ समाज को जोड़ना और शांति का प्रचार करना। वह कहते हैं कि हमने लोगों से एक-एक रुपए का चंदा लेकर यह रथ तैयार करवाया है। समर्पित लोगों और हमारी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। संविधान और न्याय को पसंद करने वाले हमसे जरूर जुड़ेंगे। वह कहते हैं हम चाहते हैं कि लोग इससे जुड़कर अंधविश्वास से दूर हटे। ताकि लोग विज्ञान को समझें कि नींबू और मिर्च से कुछ नहीं होता। वे कहते है कि जब पूरे देश में हिंदू राष्ट्र की मांग चल रही है। ऐसे में देश की महिलाएं सबसे ज्यादा हमसे जुड़कर हमारे मिशन को मजबूत बना रही हैं और साथ ही जाति को तोड़ रही है। मौजूदा वक्त में हमारे साथ हर धर्म और जाति के लोग जुड़े हैं।

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com